मध्य प्रदेश ने देश में एक नया रिकॉर्ड बना दिया है. पीएमश्री पर्यटन हेलिकॉप्टर सेवा की शुरुआत के साथ ही MP पहला ऐसा राज्य बन गया है जिसने बड़े पैमाने पर इंटर-स्टेट और इंटर-सिटी हेली टूरिज्म की सुविधा शुरू की है. अब प्रदेश के प्रमुख धार्मिक, प्राकृतिक और वाइल्डलाइफ पर्यटन स्थलों तक कुछ ही मिनटों में पहुंचा जा सकेगा.
उज्जैन महाकाल और ओंकारेश्वर के दर्न 3 घंटे में
नई सेवा का सबसे बड़ा फायदा उन श्रद्धालुओं को मिलेगा जो एक ही दिन में दो ज्योतिर्लिंगों उज्जैन महाकाल और ओंकारेश्वर के दर्शन करना चाहते हैं. अब यह सफर हेलिकॉप्टर के जरिए सिर्फ 3 घंटे में पूरा हो सकेगा. इंदौर-उज्जैन-ओंकारेश्वर को नई हवाई सेवा से जोड़ दिया गया है, जिससे धार्मिक टूरिज्म को नई रफ्तार मिलने वाली है. सरकार ने इस सेवा को तीन प्रमुख सेक्टरों में बांटा है.
1. वाइल्डलाइफ सेक्टर
जबलपुर को कान्हा, बांधवगढ़ और अमरकंटक से जोड़ा गया है.
जबलपुर-कान्हा किराया: 6250 रुपये
जबलपुर-बांधवगढ़ किराया: 3750 रुपये
जबलपुर-अमरकंटक किराया: 5000 रुपये
एनिमल लवर्स के लिए ये रूट बड़े आकर्षण का केंद्र बनेंगे. कान्हा और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व तक अब हवाई सफर सीधे पहुंचाएगा, जिससे समय भी बचेगा.
2. आध्यात्मिक सेक्टर
इंदौर-उज्जैन-ओंकारेश्वर को जोड़ते हुए एक विशेष देव-दर्शन रूट तैयार किया गया है.
किराया: 5000 से 6500 रुपये
अब एक ही दिन में दोनों ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर पाना बेहद आसान हो गया है.
3. इको एंड हिल टूरिज्म सेक्टर
भोपाल से मढ़ई और पचमढ़ी के लिए उड़ानें रहेंगी.
किराया: 3000 से 5000 रुपये
पचमढ़ी में पर्यटकों के लिए जॉय-राइड की सुविधा भी उपलब्ध होगी, जो खास आकर्षण बनने वाली है.
हफ्ते में पांच दिन चलेगी ये सर्विस
हेली टूरिज्म सेवा बुधवार और गुरुवार को छोड़कर हफ्ते में पांच दिन संचालित होगी. खास बात यह है कि ये सिर्फ उड़ान सेवा नहीं है, बल्कि एक पूरा ट्रैवल पैकेज है. इसमें टैक्सी से हेलीपैड तक पहुंच, होटल की व्यवस्था, दर्शन की पूरी प्लानिंग, गाइड और जंगल सफारी (वाइल्डलाइफ सेक्टर) शामिल है. यानी पर्यटक चेक-इन से लेकर यात्रा के आखिरी चरण तक किसी झंझट में नहीं पड़ेंगे.