Mussoorie Tourist Registration: मसूरी में बिना रजिस्ट्रेशन के नो एंट्री! इस हिल स्टेशन पर टूरिस्ट के लिए नए नियम लागू, जानिए रजिस्ट्रेशन की पूरी प्रोसेस
पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों के लिए नए नियम लागू हो गए हैं. अब सैलानियों को घूमने आने से पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन करने पर ही टूरिस्ट को मसूरी में एंट्री मिलेगी. इसके लिए सरकार ने एक पोर्टल भी जारी कर दिया है.
मसूरी उत्तराखंड ही नहीं भारत के सबसे फेमस हिल स्टेशन में से एक है. मसूरी को पहाड़ों की रानी कहा जाता है. मसूरी में घूमने के लिए अब पर्यटकों को पहले से रजिस्ट्रेशन करवाना होगा. बिना रजिस्ट्रेशन के सैलानियों को मसूरी में एंट्री नहीं मिलेगी. मसूरी में पर्यटकों की भीड़ और ट्रैफिक जाम की वजह से प्रशासन ने ये फैसला लिया है. मसूरी में घूमने आने से पहले रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है. इस रजिस्ट्रेशन को कहां और कैसे कर सकते हैं? आइए इस बारे में जानते हैं.
क्यों लिया ये फैसला?
मसूरी उत्तराखंड का सबसे फेमस हिल स्टेशन है. वीकेंड में ये हिल स्टेशन लोगों से भर जाता है. पीक सीजन में मसूरी ओवर क्राउडेड हो जाता है. इससे लोगों को परेशानी होती है.
वीकेंड के दौरान मसूरी जाम से जूझने लगती है. इससे स्थानीय लोग और प्रशासन को भी काफी दिक्कत होती है.
मसूरी में जाम की वजह से कई हादसे भी हुए हैं. हाल में दिल्ली से एक पर्यटक की मसूरी में जाम में फंसने के कारण इलाज न मिलने से मौत हो गई थी.
इस तरह के जाम और परेशानियों से बचने के लिए प्रशासन ने ये फैसला लिया है. इससे मसूरी को ट्रैफिक जाम से निजात मिल जाएगी.
इस फैसले को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने मई 2025 में उत्तराखंड सरकार को मसूरी में रजिस्ट्रेशन शुरू करने का आदेश दिया था. इस नए नियम के मुताबिक, मसूरी में सैलानियों को हिल स्टेशन क्षमता को देखते हुए आने की मंजूरी दी जाएगी. इसमें मसूरी में पार्किंग स्पेस और होटल बुकिंग को ध्यान में रखा जाएगा. एनजीटी ने मसूरी में एक साथ बहुत ज्यादा लोगों न बुलाने की हिदायत दी थी.
कितने टूरिस्ट आते हैं मसूरी?
मसूरी उत्तराखंड के सबसे फेमस हिल स्टेशन में है. गर्मियों में ये हिल स्टेशन काफी ठंडा रहता है. इस वजह से जून में यहां लोगों की काफी भीड़ रहती है.
दिल्ली से काफी पास होने की वजह से मसूरी पहुंचना आसान है. ये भी एक वजह है कि वीकेंड में मसूरी में बहुत ज्यादा भीड़ हो जाती है.
दिल्ली से मूसरी सिर्फ 285 किमी. दूर है. वहीं देहरादून से मसूरी सिर्फ 33 किमी. दूर है. कुछ ही घंटों में दिल्ली से मसूरी पहुंचा जा सकता है.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में मसूरी में 11 लाख टूरिस्ट आए थे. साल 2024 में ये आंकड़ा बढ़कर 21 लाख हो गया.
क्या हैं नए नियम?
मसूरी में घूमने आने के लिए पर्यटको को पहले से रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए उत्तराखंड सरकार ने मसूरी रजिस्ट्रेशन के लिए एक वेबसाइट (https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/mussoorie/) लॉन्च कर दी है. इस पोर्टल में पर्यटकों को अपने आने की तारीख और साथ में आने वाले लोगों की जानकारी देनी होगी. इस डिटेल को डालने से पहले आपको सबसे पहले पोर्टल पर कुछ जानकारी देनी होंगी.
मसूरी में बिना रजिस्ट्रेशन के नो एंट्री (Photo Credit: Getty)
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
मसूरी घूमने से पहले अब आपको रजिस्ट्रेशन करना होगा. इसके लिए जारी किए गए पोर्टल पर जाएं. सबसे पहले अपना मोबाइल नंबर डाले. नंबर डालने पर ओटीपी आएगा. उसे डालकर खुद को वेरिफाई करें.
इसके बाद अपना नाम, मोबाइल नंबर, एड्रेस, एकोमोडेशन टाइप, प्रॉपर्टी की डिटेल जैसी जानकारी भरनी होगी.
इस जानकारी डालने के बाद बड़ा सा फॉर्म खुलेगा. उसमें न्यू गेस्ट में जाकर नाम, उम्र और आईडी नंबर डालना होगा.
अगर आप गाड़ी से आ रहे हैं तो उस बारे में भी जानकारी देनी होगी. इसके बाद आपका रजिस्ट्रेशन पूरा होगा.
पहाड़ों की रानी मसूरी में पर्यटकों के लिए नए नियम लागू हो गए हैं. मसूरी उत्तराखंड के देहरादून जिले में पड़ता है. मसूरी समुद्र तल से लगभग 2,005 मीटर की ऊंचाई पर बसा है. यहां की सबसे ऊंची जगह लाल टिब्बा है. मसूरी हिल स्टेशन को अंग्रेजों ने बसाया था. 1825 में कैप्टन फ्रेडरिक यंग ने मसूरी की स्थापना की थी. यहां कई पुराने स्कूल और चर्च आज भी मौजूद हैं जो उस समय की वास्तुकला और संस्कृति को दर्शाते हैं. मसूरी में घूमने का सबसे अच्छा समय मार्च से जून और सितंबर से नवंबर का माना जाता है. हर किसी को पहाड़ों की रानी मूसरी एक बार जरूर जाना चाहिए. बस बिना रजिस्ट्रेशन के गलती से भी मत चले जाना.