हर साल धूम्रपान की वजह से काफी लोगों की मौत होती है. लेकिन इन सबके बावजूद धूम्रपान करने वालों की संख्या में कोई कमी नहीं आ रही है. आपने देखा होगा कि सिगरेट और शराब जैसी चीजों के ऊपर एक चेतावनी जरूर लिखी होती है लेकिन फिर भी लोग बिना किसी चिंता या फिक्र के इसे लिए जा रहे हैं. अब दुनिया के अलग-अलग देशों में इसको लेकर चिंता और भी ज्यादा बढ़ गई है.
हाल ही का उदाहरण कनाडा का है. यहां सबसे पहले मई माह में प्रत्येक सिगरेट पर व्यक्तिगत स्वास्थ्य चेतावनी लिखी होने के लिए नियमों की घोषणा की गई थी. नए नियमों को मंगलवार से लागू कर दिया गया है. कनाडा में बेची जाने वाली प्रत्येक सिगरेट पर एक व्यक्तिगत स्वास्थ्य चेतावनी “सिगरेट नपुंसकता और कैंसर का कारण बनती है”, “हर कश में जहर” चेतावनी लिखनी होगी.
हर सिगरेट पर होगी चेतावनी
इस अनुसार कनाडा अब इस तरह के नियमों को लागू करने वाला पहला देश बन गया है. कनाडा ने इस तरह के स्वास्थ्य संबंधी नए नियमों को पहली बार मई माह में घोषित किया था. इसके बाद अब इन नियमों को लागू कर दिया गया है. उम्मीद है कि नए व्यक्तिगत लेबल के साथ किंग-आकार की सिगरेटें एक साल के भीतर दुकानों में उपलब्ध होंगी. इसके बाद 2025 की शुरुआत में नियमित आकार की सिगरेटें उपलब्ध होंगी.
कनाडा की पूर्व एडिक्शन मिनस्टर कैरोलिन बेनेट ने इससे पहले बताया था कि सिगरेट पर छपी वैधानिक चेतावनी इस तरह लिखी होगी कि वह आसानी से दिखेगी और सिगरेट पर ग्राफिक भी छपा होगा. कनाडा सरकार ने देखा कि जो लोग सिगरेट का सेवन करते हैं, उनमें से अधिकतर सिर्फ एक सिगरेट खरीदकर पीते हैं. ऐसे में सिगरेट के डिब्बे पर वैधानिक छापने का बहुत ज्यादा असर लोगों पर नहीं पड़ रहा है. यही वजह है कि अब कनाडा सरकार ने हर सिगरेट पर स्वास्थ्य को लेकर वैधानिक चेतावनी छापने का फैसला किया है.
हर साल होती है 48 हजार लोगों की मौत
साल 2000 में, कनाडा तम्बाकू के उपयोग से जुड़े स्वास्थ्य खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए सिगरेट के पैक पर ग्राफिक चेतावनियां जिसमें रोगग्रस्त हृदय और फेफड़ों के भयानक चित्र भी शामिल थे का आदेश देने वाला पहला देश बन गया. पिछले दो दशकों में धूम्रपान का चलन कम हुआ है. लेकिन, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, तंबाकू के सेवन से हर साल 48,000 कनाडाई लोगों की मौत हो रही है, और देश की स्वास्थ्य देखभाल लागत का लगभग आधा हिस्सा नशील दवाओं के सेवन से जुड़ा हुआ है. कनाडा सरकार का लक्ष्य है कि साल 2035 तक देश में तंबाकू का सेवन करने वाले लोगों की संख्या को कुल जनसंख्या के पांच प्रतिशत तक लाया जाए, जो कि करीब 20 लाख लोग होंगे. अभी कनाडा में 13 प्रतिशत लोग तंबाकू का सेवन करते हैं.