यूक्रेन से चल रही जंग के बीच रूस ने चीन से सैन्य मदद मांगी है. मीडिया रिपोर्ट्स में एक वरिष्ठ अमेरिकी सैन्य अधिकारी की तरफ से यह दावा किया गया है कि रूस ने सैन्य के अल्वा ड्रोन की भी मदद चीन से मांगी है. यूक्रेन पर हमले के बाद से ही अमेरिका और यूरोप में उसके सहयोगी देशों ने रूस पर कई तरह के प्रतिबंध लगाए थे. रूस को स्विफ्ट वित्तीय प्रणाली से अलग करने के अलावा उसके प्रमुख बैंकों पर भी प्रतिबंध लगाए गए थे.
अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सैन्य उपकरणों के लिए चीन का रुख किया, इससे अमेरिका की चिंता बढ़ गई है. क्योंकि अगर चीन रूस की मदद करेगा तो पश्चिमी देशों की ताकत कमजोर होगी. इस सिलसिले में अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन चीन के शीर्ष राजनयिक यांग जिएची से मिलने वाले हैं और रूस को किसी भी तरह की कोई मदद के सिलसिले में उनसे बातचीत करने वाले हैं.
सुलिवन ने CNN से बातचीत के दौरान बताया कि चीन को यूक्रेन पर रूसी हमले की बात की जानकारी पहले से ही थी. लेकिन ये हमला कितना बड़ा और खतरनाक होगा इस बात की जानकारी चीन को भी नहीं थी.
वहीं दूसरी तरफ वॉशिंगटन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यु ने कहा कि रूस के मदद मांगने को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है. हालांकि पेंग्यू ने यूक्रेन में मौजूदा हालात को परेशानी का सबब बताया है और कहा कि चीन ने यूक्रेन को मानवीय सहायता प्रदान करना जारी रखा है और आगे भी जारी रखेगा. पेंग्यु ने कहा कि फिलहाल हमारी उच्च प्राथमिकता तनावपूर्ण स्थिति को बढ़ने से रोकने की है. चीन संयम बरतने के साथ बड़े पैमाने पर होने वाले मानवीय संकट को रोकने के पक्ष में है.