scorecardresearch

 Surya Rashi Parivartan: सूर्य के राशि परिवर्तन का अलग-अलग राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा, जानिए किसके लिए होगा शुभ और किसके लिए अशुभ

Sun Enters in Kanya Rashi: सूर्यदेव का कन्या राशि में प्रवेश 17 सितंबर 2025 को हुआ. यह परिवर्तन 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा. आइए जानते हैं यह किसके लिए शुभ और किसके लिए अशुभ है, साथ ही उपाय जो इसे अनुकूल बना सकते हैं.

Surya Rashi Parivartan Surya Rashi Parivartan

ज्योतिष के अनुसार नवग्रहों के राजा माने जाने वाले सूर्य का हर महीने राशि परिवर्तन होता है. 17 सितंबर 2025 को सूर्यदेव ने कन्या राशि में प्रवेश किया. यह परिवर्तन ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि सूर्य की स्थिति कमजोर मानी जाती है. शनि की दृष्टि के कारण इसका प्रभाव और भी गहरा हो गया है. यह परिवर्तन अगले एक महीने तक 12 राशियों पर अलग-अलग प्रभाव डालेगा.

पंचांग और ग्रहों की स्थिति 17 सितंबर 2025 के पंचांग के अनुसार, दिन बुधवार है और तिथि अश्विन कृष्ण पक्ष की एकादशी है. पुनर्वासु नक्षत्र प्रातः 6:26 तक रहेगा. राहुकाल दोपहर 12:00 से 1:30 तक रहेगा. ग्रहों की स्थिति में सूर्य और बुध कन्या राशि में, शुक्र और केतु सिंह राशि में, मंगल तुला राशि में, राहु कुंभ राशि में, शनि मीन राशि में, बृहस्पति मिथुन राशि में और चंद्रमा कर्क राशि में संचरण कर रहे हैं.

सूर्यदेव का राशि परिवर्तन और प्रभाव 
सूर्यदेव का कन्या राशि में प्रवेश ज्योतिषीय दृष्टि से शुभ नहीं माना गया है. वृषभ, कन्या और मकर राशि के लिए यह परिवर्तन मध्यम नकारात्मक है. मीन राशि के लिए यह काफी नकारात्मक है. मिथुन, तुला और कुंभ राशि के लिए यह सबसे ज्यादा नकारात्मक है. इन राशियों को स्वास्थ्य, विवाद और धन हानि से बचने की सलाह दी गई है. वहीं मेष, कर्क, वृश्चिक, सिंह और धनु राशि के लिए यह परिवर्तन शुभ है. इन राशियों को करियर में सफलता और रुके हुए काम पूरे होने की संभावना है. सूर्यदेव के इस परिवर्तन का प्रभाव स्वास्थ्य और वित्तीय बाजार पर भी पड़ेगा. हड्डियों, घुटनों और आंखों की समस्या वाले लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई. फाइनैंशल मार्केट में उथल-पुथल की संभावना है, इसलिए निवेशकों को सतर्कता बरतनी चाहिए.

मेष राशि
सूर्य का गोचर आपके छठे भाव में होगा. यह समय शत्रु नाश, ऋण मुक्ति और कार्यक्षेत्र में प्रतिस्पर्धा में विजय का है. हालांकि स्वास्थ्य में छोटी-छोटी समस्याएं रह सकती हैं.
उपाय: भगवान गणेश को दूर्वा चढ़ाएं और प्रतिदिन “ॐ ह्रीं सूर्याय नमः” का जाप करें.

वृषभ राशि 
यह गोचर पंचम भाव में आएगा. विद्यार्थियों के लिए उत्तम समय है. संतान सुख की प्राप्ति होगी और प्रेम संबंधों में स्पष्टता आएगी. रचनात्मक कार्यों में प्रगति होगी.
उपाय: देवी दुर्गा को लाल पुष्प अर्पित करें और बच्चों को मीठा बांटें.वास रखें.

मिथुन राशि 
सूर्य आपके चतुर्थ भाव में प्रवेश करेगा. घर-परिवार, वाहन और संपत्ति से जुड़ी बातें महत्वपूर्ण होंगी. माता से संबंधों में सुधार होगा, किंतु मानसिक बेचैनी भी रह सकती है.
उपाय: गौमाता को हरा चारा खिलाएं और घर में पीली सरसों का धूप करें.

कर्क राशि
यह गोचर तृतीय भाव में होगा. साहस, पराक्रम और भाइयों के साथ सहयोग बढ़ेगा. यात्राओं के योग भी प्रबल रहेंगे. नए प्रोजेक्ट्स में सफलता मिलेगी.
उपाय: छोटे भाई-बहनों को उपहार दें और हनुमान चालीसा का पाठ करें.

सिंह राशि
सूर्य द्वितीय भाव में आएगा. वाणी में कठोरता आ सकती है, परंतु धन लाभ के अवसर भी बढ़ेंगे. परिवार में कोई मांगलिक कार्य संभव है.
उपाय: शहद का दान करें और गाय को गुड़ खिलाएं.

कन्या राशि
सूर्य आपके लग्न में आएगा. यह समय आत्मविश्वास, नेतृत्व और व्यक्तित्व में तेज लाएगा. स्वास्थ्य का ध्यान रखें और क्रोध पर नियंत्रण जरूरी है.
उपाय: सूर्यदेव को जल में लाल पुष्प और अक्षत डालकर अर्घ्य दें.

तुला राशि
यह गोचर आपके द्वादश भाव में होगा. व्यय अधिक होगा, विदेश से जुड़े कार्यों में सफलता मिलेगी. स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
उपाय: जरूरतमंदों को सफेद वस्त्र और चावल का दान करें.

वृश्चिक राशि
सूर्य आपके एकादश भाव में प्रवेश करेगा. लाभ, उन्नति और नए संपर्कों से फायदा होगा. मित्रों से सहयोग मिलेगा और धन की वृद्धि होगी.
उपाय: सूर्य को लाल वस्त्र चढ़ाएं और रविवार को गुड़-गेंहू का दान करें.

धनु राशि
यह गोचर दशम भाव में होगा. करियर और कार्यक्षेत्र में बड़ा परिवर्तन संभव है. पदोन्नति और सम्मान मिलने की प्रबल संभावना है.
उपाय: पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएं और बुजुर्गों का आशीर्वाद लें.

मकर राशि
सूर्य का गोचर नवम भाव में आएगा. भाग्य वृद्धि, धर्म-कर्म में रुचि और लंबी यात्राओं के योग हैं. शिक्षा और आध्यात्मिकता में सफलता मिलेगी.
उपाय: गरीबों को अन्न का दान करें और रविवार को सूर्य मंदिर जाएं.

कुंभ राशि
यह गोचर अष्टम भाव में होगा. अचानक लाभ के योग हैं, परंतु स्वास्थ्य और मानसिक शांति प्रभावित हो सकती है. गुप्त शत्रुओं से सावधान रहें.
उपाय: शिवलिंग पर जल अर्पित करें और महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें.

मीन राशि
सूर्य सप्तम भाव में आएगा. दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव रह सकते हैं. बिज़नेस पार्टनरशिप में सावधानी जरूरी है. किंतु संबंधों में ईमानदारी से सफलता मिलेगी.
उपाय: अपनी पत्नी या जीवनसाथी को लाल वस्त्र भेंट करें.