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Afghan Snow: जानें भारत की पहली ब्यूटी क्रीम के बारे में, जिसे एक राजा ने दिया नाम और गांधीजी ने किया था इसका प्रमोशन

Afghan Snow को भारत की पहली ब्यूटी क्रीम कहा जाता है जिसे राजस्थान से ताल्लुक रखने वाले एक बिजनेसमैन ने शुरू किया था. एक जमाने में यह क्रीम हर एक महिला की पहली पसंद थी. जानें इसका इतिहास.

Afghan Snow Beauty Cream (Photo: https://www.petalsesp.com/) Afghan Snow Beauty Cream (Photo: https://www.petalsesp.com/)
हाइलाइट्स
  • Afghan Snow को देश की पहली ब्यूटी क्रीम कहा जाता है

  • यह ब्यूटी क्रीम कई सालों तक भारत की महिलाओं के श्रृंगार का अहम हिस्सा रही है

आज हमें बाजारों में अनगिनत ब्यूटी क्रीम मिल जाएंगी. यह जमाना डे-क्रीम और नाइट क्रीम का है. लेकिन एक जमाना था जब ब्यूटी प्रॉडक्ट्स के नाम पर गिने-चुने प्रॉडक्ट्स होते थे. एक समय था जब भारत में ब्यूटी क्रीम के नाम पर सिर्फ एक क्रीम थी. और इसे देश की पहली ब्यूटी क्रीम कहा जाता है.  

यह ब्यूटी क्रीम थी Afghan Snow. आज बहुत से लोगों ने शायद इसका नाम भी नहीं सुना होगा, लेकिन यह ब्यूटी क्रीम कई सालों तक भारत की महिलाओं के श्रृंगार का अहम हिस्सा रही है. मशहूर कलाकारों ने इसके विज्ञापन किए और तो और महात्मा गांधी ने भी इस ब्यूटी क्रीम को प्रमोट किया था. 

आज GNT Digital के साथ जानिए कि आखिर कैसे यह ब्यूटी क्रीम बनी और कैसे एक भारतीय ब्यूटी क्रीम को नाम मिला Afghan Snow. 

परफ्यूम की कंपनी में काम करने वाला बना व्यवसायी 

E.S.Patanwala (Photo: https://www.petalsesp.com/)

यह कहानी है एब्राहिम सुल्तानाली पाटनवाला की, जो 20वीं सदी की शुरुआत में राजस्थान से बॉम्बे (अब मुंबई) आए ताकि अपनी कस्मत बना सकें. यहां पर पाटनवाला एक परफ्यूम बनाने वाली कंपनी के साथ काम करने लगे. उन्होंने इस बिजनेस से जुड़ी स्किल सीखीं और अपने खुद की फॉर्म्यूलेशन बनाने लगे. 

साल 1909 में उन्होंने अपनी कंपनी शुरू कर दी. पाटनवाला ने अपनी कंपनी में न सिर्फ परफ्यूम बनाए बल्कि ब्यूटी प्रॉडक्ट्स पर भी ध्यान दिया. पाटनवाला बहुत ही तेज बिजनेसमैन थे और उन्हें बिजनेस को आगे बढ़ाने के तरीके आते थे. 

अफगानिस्तान के राजा ने रखा क्रीम का नाम 

बताया जाता है कि जब 1919 में अफगानिस्तान के राजा भारत आए, तो उनकी मुलाकात बॉम्बे में युवा उद्यमियों के एक समूह से हुई. इनमें से एक इब्राहिम सुल्तानाली पाटनवाला भी थे. पाटनवाला ने इस मौके को अपने हाथ से जाने नहीं दिया और उन्होंने अफगान राजा को अपनी कंपनी के बनाए पर्सनल प्रॉडक्ट्स से भरा एक हैम्पर भेंट किया. 

इस हैम्पर में सफेद क्रीम का एक जार था लेकिन इस पर कोई नाम नहीं था. राजा ने क्रीम को देखकर कहा कि इस क्रीम ने उन्हें अफगान बर्फ की याद दिला दी. और इसलिए पाटनवाला ने तुरंत इसे Afghan Snow का नाम दे दिया. यह मल्टी-पर्पज क्रीम थी और जल्द ही लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली. 

मशहूर एक्ट्रेस बनीं इसका चेहरा 

Advertisement (Photo: https://www.petalsesp.com/)

पाटनवाला भारत के महानगरों में पार्टियों के आयोजन के लिए मशहूर थे. उनकी पार्टियों में नरगिस और राज कपूर जैसे सितारे आते थे. उनकी कंपनी ने 1952 में बॉम्बे में भारत की पहली मिस इंडिया प्रतियोगिता को भी प्रायोजित किया. द प्रिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पूनम ढिल्लों जैसी हस्तियों ने इस क्रीम को सपोर्ट किया था. यह 1970 के दशक तक भारत में बेहद लोकप्रिय ब्रांड थी. लेकिन जब बड़े ब्रांड्स ने बाजार में कदम रखा तो कंपनी मुकाबला नहीं कर सकी. 

बड़ी ब्रांड्स के विज्ञापन गोरे रंग के ओत-प्रोत थे. दिलचस्प बात यह थी कि जब Afghan Snow बाजार में आई तब विज्ञापन रंगीन नहीं होते थे और कंपनी ने कभी दावा नहीं किया कि क्रीम किसी के रंग को हल्का कर देगी. इसके बजाय कंपनी ने सिर्फ त्वचा को पोषण से भरपूर रखने की बात कही. 

गांधीजी ने किया था प्रमोट 

बताया जाता है कि Afghan Snow के विदेशी नाम और पैकेजिंग के कारण इसे विदेशी समझा जाने लगा. क्योंकि क्रीम के लिए कांच की बोतलें बाहर से आयात की जाती थीं और इसका नाम अफगानिस्तान के राजा ने दिया था. इसलिए ज्यादातर लोग इसे विदेशी समझते थे. 

जब भारत में स्वदेशी आंदोलन चला तो भारतीयों ने विदेशी कहकर इस क्रीम का बहिष्कार करना शुरू कर दिया. ऐसे में, पाटनवाला को अपनी कंपनी को बचाने का एक ही तरीका नजर आया. और उन्होंने महात्मा गांधी से मदद मांगी. बताया जाता है कि गांधी ने उनकी परेशानी को समझते हुए खुद एक विज्ञापन निकाला था. जिसमें भारतीयों से Afghan Snow का बहिष्कार न करने की बात कही. 

हालांकि यह कंपनी बदलते समय के साथ नहीं चल सकी क्योंकि बड़े विज्ञापन बजट और आधुनिक पैकेजिंग के साथ बड़े ब्रांड्स ने बाजार में अपनी जगह बना ली. पर आज कोई भी ऐसा ब्रांड नहीं जिसे किसी राजा ने नाम दिया हो और देश के महान व्यक्तित्व ने जिसका सपोर्ट किया हो.