scorecardresearch

विदेशों में लाखों का पैकेज छोड़कर संभाला खेती-डेयरी का काम, गाय के दूध से मिठाइयां बनाकर देशभर में बेच रहीं 

अंकिता कुमावत सिर्फ दूध निकालकर घी ही नहीं बनाती हैं बल्कि उसी शुद्ध गाय के दूध से मिठाइयां बनाकर पूरे देश में भेज रही हैं. अंकिता ने अजमेर में नमकीन, शहद, मसाले, दाल जैसे खाद्य पदार्थ भी बनाने शुरू कर दिए हैं.

विदेशों में लाखों का पैकेज छोड़कर संभाला खेती-डेयरी का काम विदेशों में लाखों का पैकेज छोड़कर संभाला खेती-डेयरी का काम
हाइलाइट्स
  • अमेरिका और जर्मनी में लाखों का पैकेज छोड़कर खेती और डेयरी का काम संभाला.

  • शुद्ध गाय के दूध से मिठाइयां बनाकर पूरे देश में भेज रही हैं.

ये वो दौर है जब युवा आईआईटी, आईआईएम से पढ़कर विदेश जाकर किसी मल्टीनेशनल कंपनी में नौकरी हासिल करने और करोड़ों रुपए कमाने के सपने देखते हैं. पर इसी दौर में एक लड़की ऐसी भी है जिसने अमेरिका और जर्मनी में लाखों का पैकेज छोड़कर खेती और डेयरी का काम संभाला. वो भी राजस्थान के शहर अजमेर में जहां युवाओं के लिए रोजगार के अवसर बहुत कम हैं. ऐसे में लेकिन अजमेर की बेटी अंकिता कुमावत ने ऑर्गैनिक फार्मिंग की अहमियत को समझते हुए साल 2014 में अमेरिका की अच्छी खासी नौकरी छोड़ कर डेयरी फार्मिंग का बिजनेस शुरू किया. दूरदर्शी सोच और कड़ी मेहनत का ही नतीजा है कि आज अंकिता लाखों रुपए सिर्फ ऑर्गैनिक खेती और गीर गाय के दूध से घी बनाकर कमा रही हैं. 

नौकरी छोड़ डेयरी फार्मिंग शुरू करने के बारे में बात करते हुए अंकिता बताती हैं कि ऑर्गैनिक और डेयरी फार्मिंग की शुरुआत उनके खुद के जीवन से जुड़ी है. इसकी प्रेरणा उन्हें उनके पिताजी से मिली. दरअसल अंकिता जब तीन साल की थीं तो उनकी तबियत बेहद खराब हो गई थी, तब डॉक्टर ने अंकिता को शुद्ध पौष्टिक दूध देने की सलाह दी. पर उस वक्त कहीं भी शुद्ध  दूध नहीं मिला, जिसके बाद अंकिता के पिता ने एक गाय पाल ली. बस यहीं से शुरू होता है अंकिता कुमावत के ऑर्गैनिक और डेयरी फ़ार्मिंग का सफर. एक गाय से शुरू हुआ सफ़र आज 50 गायों के दूध से घी बनाने तक पहुंच चुका है. ये घी दिल्ली, गुरुग्राम, नोएडा, पुणे, बेंगलुरु तक अपनी पहुंच बना चुका है. 

विदेशों में लाखों का पैकेज छोड़कर संभाला खेती-डेयरी का काम
विदेशों में लाखों का पैकेज छोड़कर संभाला खेती-डेयरी का काम

गाय के दूध से मिठाइयां बनाकर देशभर में बेच रहीं 

अंकिता कुमावत अब यहां सिर्फ दूध निकालकर घी ही नहीं बनाती हैं बल्कि उसी शुद्ध गाय के दूध से मिठाइयां बनाकर पूरे देश में भेज रही हैं. अंकिता ने अजमेर में नमकीन, शहद, मसाले, दाल जैसे खाद्य पदार्थ भी बनाने शुरू कर दिए हैं. आज अंकिता की कंपनी ई-कॉमर्स प्लैट्फ़ॉर्म पर 50 से ज्यादा खाद्य पदार्थ बेचती है. इसके साथ ही अंकिता ने सोशल मीडिया और matratva.co.in नाम से वेबसाइट भी लॉन्च की है. जिसके ज़रिए अजमेर की इस बेटी के प्रोडक्ट की डिमांड विदेशों में भी होने लगी है. अंकिता की कंपनी के प्रोडक्ट्स फ्लिपकार्ट, अमेजन सहित कई ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मौजूद हैं. 

गांव गोद लेने वाली हैं अंकिता

अंकिता कुमावत को इस बार के बजट में सरकार से कई उम्मीदें भी हैं. उनके मुताबिक़ सरकार को बजट में ऑर्गैनिक और डेयरी फ़ार्मिंग के लिए एक्स्ट्रा सब्सिडी और नए बाजार विकसित करने की सौगात देनी चाहिए जिससे केमिकल फ़्री खेती विकसित हो सकें. हालांकि अंकिता अपने स्तर पर जल्द एक गांव को भी गोद लेने वाली हैं जहां वो किसानों को ऑर्गैनिक खेती करने में मदद करेंगी और पूरे गांव को सिर्फ ऑर्गैनिक खेती के लिए मशहूर करेंगी. 

(सुशील पाल की रिपोर्ट)