
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ (EFPO) ने यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है. EPFO ने कहा है कि अब नया UAN सिर्फ UMANG ऐप के जरिए आधार-आधारित फेस ऑथेंटिकेशन तकनीक (Face Authentication Technology) यानी FAT से ही जनरेट या अलॉट किया जाएगा. ऐसा नहीं करने वाले सदस्यों के लिए सेवाएं बंद की जा सकती हैं. इसकी शुरुआत 7 अगस्त 2025 से होने जा रही है.
EPFO ने क्यों लिया यह फैसला
EPFO ने यह फैसला इसलिए लिया है ताकि UAN जनरेशन की प्रक्रिया पूरी तरह त्रुटिरहित, स्वचालित और भरोसेमंद हो. EPF से जुड़े सभी ऑनलाइन सर्विसेज जैसे EPF विड्रॉल, बैलेंस चेक, क्लेम स्टेटस, ELI प्रोग्राम से जुड़ने के लिए, KYC अपडेट या e-UAN कार्ड डाउनलोड करने के लिए UAN एक्टिव होना जरूरी है.
क्या है UAN
यूनिवर्सल अकाउंट नंबर को ही UAN कहा जाता है. इसे EPFO अलॉट करता है. UAN हर उस कर्मचारी को मिलता है, जो कर्मचारी भविष्य निधि योजना 1952 के तहत आने वाले संस्थान में काम करते हैं. UAN किसी कर्मचारी की पहचान के तौर पर काम करता है. कर्मचारी जब भी नौकरी बदलता है, तो नए नियोक्ताओं की ओर से दिए गए Member IDs उसी UAN से जुड़ते जाते हैं. UAN किसी कर्मचारी के पूरे करियर के लिए मान्य रहता है, इसलिए इसका सटीक और सुरक्षित तरीके से जनरेट होना जरूरी है.
क्या है UMANG
भारत सरकार का ऑफिशियल मल्टी-सर्विस मोबाइल ऐप UMANG (Unified Mobile Application for New-age Governance) है, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की सैकड़ों डिजिटल सेवाएं एक ही प्लेटफॉर्म पर मिलती हैं. इसे MeitY और NeGD ने मिलकर डेवलप किया है.
अब तक कैसे बनता था UAN
1. अभी तक कर्मचारियों को UAN प्राप्त करने के लिए या तो अपने नियोक्ता के जरिए आवेदन करना होता था या फिर अन्य डिजिटल माध्यमों का इस्तेमाल करना होता था.
2. कई बार डेटा एंट्री में गलती, पहचान संबंधी गड़बड़ी या डॉक्यूमेंट्स के सत्यापन में देरी जैसी समस्याएं सामने आती थीं. EPFO ने इन्हीं कारणों को खत्म करने के लिए डिजिटल सिस्टम लागू करने का फैसला लिया है.
इन लोगों के लिए रहेगी पुरानी व्यवस्था
EPFO ने कहा है कि कुछ अपवादों के लिए के लिए नियोक्ताओं के माध्यम से UAN जनरेट करने की पुरानी सुविधा बनी रहेगी. इंटरनेशनल वर्कर्स और नेपाल-भूटान के नागरिकों के लिए पहले जैसा प्रोसेस ही लागू रहेगा. इसका मतलब है कि इन लोगों का UAN अभी भी एंप्लॉयर के जरिए जनरेट किया जा सकेगा.
EPFO ने UMANG ऐप में शुरू की है ये तीन नई सर्विसेज
1. डायरेक्ट UAN अलॉटमेंट और एक्टिवेशन (उनके लिए जिनका अभी तक UAN नहीं बना है)
2. पहले से बने हुए UAN का एक्टिवेशन.
3. पहले से एक्टिवेटेड UAN का फेस ऑथेंटिकेशन (EPFO रिकॉर्ड अपडेट के लिए)
UMANG ऐप से UAN को ऐसे करें एक्टिवेट
यदि आपके पास UAN नहीं है तो UMANG ऐप से नया UAN जनरेट और एक्टिवेट कर सकते हैं.
1. सबसे पहले UMANG ऐप खोलें. इसके बाद UAN Allotment and Activation ऑप्शन को चुनें.
2. इसके बाद अपनी डिटेल जैसे आधार नंबर, मोबाइल नंबर डालें. आधार वेरिफिकेशन के लिए कंसेंट बॉक्स टिक करें.
3. फिर Send OTP पर टैप करें और आधार लिंक मोबाइल पर आया OTP डालें.
4. यदि स्क्रीन पर Aadhaar Face RD App इंस्टॉल करने का ऑप्शन दिखे तो उसे Play Store से डाउनलोड करें.
5. कोई पुराना UAN न मिलने की स्थिति में Face Authentication शुरू करें.स्क्रीन पर कंसेंट दें और फेस स्कैन पूरा करें.
6. फेस वेरिफिकेशन सफल होते ही नया UAN जनरेट हो जाएगा और SMS से आपके मोबाइल पर भेज दिया जाएगा.
UAN को ऐसे करें एक्टिव
यदि आपका UAN है और यह एक्टिव नहीं है तो इस एक्टिव कर सकते हैं.
1. इसके लिए सबसे पहले UMANG ऐप खोलें और UAN Activation पर जाएं.
2. फिर सभी जरूरी डिटेल जैसे UAN नंबर, आधार नंबर, मोबाइल नंबर भरें और कंसेंट चेकबॉक्स टिक करें.
3. इसके बाद Send OTP पर टैप करें और OTP से वेरिफिकेशन करें.
4. फिर Face Authentication करें. फेस स्कैन के बाद आपका UAN एक्टिव हो जाएगा.
5. एक्टिवेशन के बाद आपको SMS के जरिए UAN और टेम्पररी पासवर्ड मिलेगा.
6. इसके साथ ही आपकी फोटो और एड्रेस EPFO रिकॉर्ड में अपडेट हो जाएंगे.
पहले से एक्टिवेटेड UAN को ऐसे करें फेस ऑथेंटिकेशन
1. सबसे पहले UMANG ऐप में Face Authentication of Already Activated UANs पर जाएं.
2. इसके बाद स्क्रीन पर कंसेंट दें और फेस स्कैन करें.
3. ऐसा करने के बाद सिस्टम UIDAI API के जरिए पहचान वेरिफाई करेगा और आधार डिटेल UAN रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर fetch करेगा.
4. वेरिफिकेशन पूरा होते ही EPFO रिकॉर्ड ऑटोमेटिक अपडेट हो जाएगा.
EPFO के नए नियम से मेंबर्स को क्या होंगे फायदे
1. EPFO के नए नियम का सबसे बड़ा फायदा यह है कि कर्मचारी अब खुद ही UAN जनरेट और एक्टिवेट कर सकेंगे.
2. इसके लिए कर्मचारी को सिर्फ अपने मोबाइल के प्ले स्टोर से जाकर UMANG App और आधार फेस आरडी ऐप डाउनलोड करना होगा.
3. UAN जनरेशन और एक्टिवेशन एक साथ होगा, अलग-अलग प्रक्रिया की जरूरत नहीं होगी.
4. सारा डेटा UIDAI से सीधे भरेगा, जिससे गलत जानकारी की आशंका खत्म होगी.
5. कोई मैन्युअल वेरिफिकेशन या डॉक्यूमेंट अपलोड की जरूरत नहीं पड़ेगी.
6. कर्मचारी E_UAN कार्ड की डिजिटल कॉपी भी यही से डाउनलोड कर सकते हैं और इसे सीधे ईपीएफओ के साथ जुड़ने के लिए एंप्लॉयर के साथ शेयर कर सकते हैं.
7. EPFO मेंबर्स बिना किसी एंप्लॉयर या दफ्तर जाए EPF की तमाम सर्विसेज का इस्तेमाल कर सकते हैं.
8. फेस ऑथेंटिकेशन पूरा होते ही पासबुक देखना, क्लेम करना, e-KYC अपडेट करना और e-UAN कार्ड डाउनलोड करना सबकुछ तुरंत संभव हो जाएगा.