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Fixed Deposit पर  HDFC, PNB सहित ये बैंक दे रहे ज्यादा ब्याज, आप भी कराना चाहते हैं FD तो इन बातों का जरूर रखें ध्यान

FD Interest Rate: एचडीएफसी, पीएनबी, एसबीआई, इंडसइंड बैंक सहित कई बैंकों ने अभी हाल ही में फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की है. यदि आप एफडी कराने के बारे में सोच रहे हैं तो नई दरों के बारे में आपको मालूम होना चाहिए. 

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हाइलाइट्स
  • एफडी पर इंडसइंड बैंक सबसे अधिक दे रहा ब्याज

  • आप एफडी पर ले सकते हैं लोन भी 

Fixed Deposit Interest Rate: यदि आप फिक्स्ड डिपॉजिट यानी एफडी (FD) में निवेश करने के बारे में सोच रहे हैं तो ये खबर आपके काम की है. इन दिनों कई बैंकों ने Fixed Deposit पर ब्याज दर को बढ़ाया है. बस आपको एफडी कराते समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना होगा ताकि तगड़ा लाभ मिल सके. आइए जानते हैं आपको कौन-कौन बैंक दो करोड़ से कम की एफडी पर कितना ब्याज दे रहे हैं. 

कौन बैंक कितना दे रहे ब्याज

1. एचडीएफसी बैंक (HDFC): आप एचडीएफसी बैंक में अपने रुपए को निवेश कर सकते हैं. यह बैंक एक साल की एफडी पर 6.60 प्रतिशत ब्याज दर, दो साल, तीन साल और पांच साल की एफडी पर 7 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है.

2. आईसीआईसी बैंक (ICICI Bank): यह बैंक अपने ग्राहकों को एक साल की एफडी पर 6.70 प्रतिशत ब्याज दर, दो साल पर 7.10, तीन साल और पांच साल पर 7 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है.

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3. एक्सिस बैंक (Axis Bank): यह बैंक एक साल की एफडी पर 6.70 प्रतिशत ब्याज दर, दो साल और तीन साल पर 7.10 प्रतिशत ब्याज दर और पांच साल की एफडी पर 7 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है.

4. पंजाब नेशनल बैंक (PNB): पीएनबी एक साल की एफडी पर 6.75 प्रतिशत ब्याज दर, दो साल पर 6.80 प्रतिशत, तीन साल पर 7 प्रतिशत और पांच साल पर 6.50 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है.

5. एसबीआई (SBI): भारतीय स्टेट बैंक एक साल की एफडी पर 6.80 प्रतिशत ब्याज दर, दो साल पर 7 प्रतिशत, तीन और पांच साल की एफडी पर 6.50 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है.

6. इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank): यह बैंक एफडी पर अपने ग्राहकों को सबसे अधिक ब्याज दर दे रहा है. यह बैंक एक साल और दो साल की एफडी पर 7.75 प्रतिशत ब्याज दर, तीन और पांच साल की एफडी पर 7.25 प्रतिशत ब्याज दर दे रहा है.

एफडी से मिलने वाले ब्याज पर लगता है टैक्स

आपको जानकारी होनी चाहिए कि एफडी से मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है. यानी आप एक साल की एफडी पर जो ब्याज कमाते हैं, वह आपकी वार्षिक आय से जुड़ता है. आपकी कुल इनकम के आधार पर टैक्स स्लैब निर्धारित किया जाता है. एफडी पर मिलने वाले ब्याज को इनकम फ्रॉम अदर सोर्सेज (Income from other sources) माना जाता है इसलिए इसे टीडीएस (TDS) के तहत चार्ज किया जाता है. 

जब आपका बैंक आपकी ब्याज आय को आपके अकाउंट में जमा करता है, तो उसी समय टीडीएस काट लिया जाता है. आपकी आमदनी एक वर्ष में 2.5 लाख रुपए से कम है तो बैंक एफडी पर TDS नहीं काटता है. इसके लिए आपको फॉर्म फॉर्म 15G या 15H जमा कराना होता है.

एफडी कराते समय इन बातों का जरूर रखें ध्यान

1. एफडी में पैसा निवेश करने से पहले आप कितने साल के लिए इसे जमा करना चाह रहे हैं, उसका चुनाव सोच समझ कर लें क्योंकि तय समय से पहले एफडी तोड़ने पर आपको पेनल्टी में देना पड़ता है. 

2. एफडी में सारा पैसा एक ही बैंक नहीं लगाना चाहिए. थोड़ा-थोड़ा पैसा अलग बैंकों में जमा करना चाहिए. ऐसा करने से जब भी आपको रुपए की जरूरत पड़ेगी एक जगह से आप उसे निकाल सकते हैं, दूसरे बैंक में आपका पैसा सुरक्षित रहेगा. 

3. यदि आपके पास जरूर से ज्यादा पैसे हैं और हाल-फिलहार में इनका यूज नहीं करना है तो आप इसे एक-दो साल के मुकाबले अधिक समय के एफडी करा सकते हैं. इससे आपको ज्यादा मुनाफा मिलेगा.

4. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) समय-समय पर ब्याज दर में बदलाव करते रहता है. इसका प्रभाव एफडी पर भी पड़ता है. हर बैंक एफडी पर अलग-अलग ब्याज देते हैं. पैसा जमा करने से पहले आप अलग-अलग बैंकों के ब्याज दरों के बारे में जरूर पता कर लें, जहां अधिक ब्याज दर मिल रहा है, वहीं पर एफडी कराएं. 

5. आप एफडी पर जरूरत पड़ने पर लोन भी ले सकते हैं. इसके तहत जमा पैसे के 75 फीसदी हिस्से तक का लोन ले सकते हैं. एफडी के अगेन्स्ट लोन लेने पर लोन की अवधि एफडी की अवधि के बराबर होती है.