scorecardresearch

बंद होने की कगार पर था यह Shoe Business, शार्क टैंक से थी फंडिंग की उम्मीद, एपिसोड के बाद तुरंत बिक गए सब जूते

Shark Tank India Season 2 में अपनी पिच से सभी को इमोशनल कर देने वाले Flatheads Shoes के फाउंडर, बालाकृष्णन ने अपने लिंक्डइन पर शेयर किया कि उनके जूतों की अच्छी बिक्री हो रही है.

Flatheads founder Balakrishnan (Photo: Twitter) Flatheads founder Balakrishnan (Photo: Twitter)
हाइलाइट्स
  • शो से मिली डील को किया इंकार 

  • शो के बाद मिली पब्लिसिटी 

पिछले शुक्रवार, Shark Tank India S2 ने सीजन का सबसे इमोशनल एपिसोड प्रसारित किया जब गणेश बालकृष्णन ने अपने वेंचर, Flatheads Shoes के लिए पिच किया. यह स्टार्टअप अर्बन वर्किंग लोगों के लिए ₹1,000-₹5,000 की रेंज में ऑल-डे कैजुअल जूते बनाता है. यह भारत के पहले लिनेन स्नीकर्स और दुनिया के पहले केले के फाइबर से बने स्नीकर्स भी बेच रहा है. 

जिस समय बालाकृष्णन के एपिसोड की शूटिंग हो रही थी, उस समय उनकी कंपनी बंद होने की कगार पर थी. उन्होंने शो पर कहा कि उन्होंने पिछले दो महीनों में कंपनी को बचाए रखने के लिए व्यक्तिगत रूप से ₹35 लाख का निवेश किया है. उनके सह-संस्थापक उत्कर्ष बिरादर, जिन्होंने जूते डिजाइन करने में मदद की, ने भी इतनी ही राशि का निवेश किया. बिरादर 2022 में स्टार्टअप से बाहर हो गए लेकिन अभी भी 30% इक्विटी रखते हैं. 

शो से मिली डील को किया इंकार 
अपनी बढ़ती परेशानियों के बावजूद, बालाकृष्णन ने शो में मिली एकमात्र डील को इंकार कर दिया. शार्क्स पीयूष बंसल (सह-संस्थापक, लेंसकार्ट) और विनीता सिंह (सह-संस्थापक, शुगर कॉस्मेटिक्स) ने कंपनी में 33.3% इक्विटी के लिए ₹75 लाख की पेशकश की. ऑफर में कंपनी की वैल्यू ₹2.25 करोड़ है. लेकिन बालाकृष्णन ने इसे नहीं लिया. 

बालाकृष्णन ने महामारी से ठीक पहले 2019 में Flatheads Shoes की शुरुआत की थी. एक साल से भी कम समय में, कंपनी का मुश्किल वक्त आ गया क्योंकि कोई ग्राहक नहीं था. शो में बालकृष्णन ने कहा कि ऐसा नहीं है कि वह कंपनी नहीं चला सकते. वह इसके लिए सक्षम हैं. बात यह है कि जब आप बाजार में कदम रखते हैं और 4 महीने तक कोई भी जूते नहीं पहनता है, क्योंकि कोई भी बाहर नहीं निकल रहा है - ऐसी स्थितियां एक जनरेशन में एक बार आती हैं. 

बालकृष्णन के संघर्ष और हिम्मत ने सभी जजों को इमोशनल कर दिया. शादी.कॉम के संस्थापक अनुपम मित्तल ने उन्हें नौकरी की पेशकश की. लेकिन शो में उन्होंने इस ऑफर को नहीं लिया. 

शो के बाद मिली पब्लिसिटी 
बालाकृष्णन की शो में पिच को सभी ने पसंद किया. लोगों को बालाकृष्णन की मेहनत में सच्चाई दिखी. शायद इसलिए ही इस एपिसोड के प्रसारित होने के कुछ ही समय बाद, फ्लैटहैड्स शूज़ सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे और इसके परिणामस्वरूप उन्हें पर्याप्त ऑर्डर मिले कि भारत में इसकी इन्वेंट्री लगभग बिक गई. 

बालाकृष्णन ने अपने लिंक्डइन अकाउंट पर साझा किया कि उन्होंने भारत में अपनी इन्वेंट्री को लगभग बेच दिया है, इसलिए अभी उनकी वेबसाइट www.flatheads.in पर लोगों को अपना साइज नहीं मिल रहा है. 

सीरियल एंट्रेप्रेन्योर हैं बालाकृष्णन
1999 में IIT बॉम्बे से मैकेनिकल इंजीनियरिंग करने के बाद बालकृष्णन ने एक MNC इंगरसोल-रैंड इंटरनेशनल (भारत) के साथ पांच साल तक काम किया. फिर उन्होंने IIM, बैंगलोर से MBA की डिग्री ली. साल 2013 में विंडस्लीव, एक खुदरा प्रौद्योगिकी उत्पाद कंपनी, और मोमो, एक मोबाइल भुगतान उत्पाद कंपनी के साथ अपना बिजनेस का सफर शुरू किया.

जबकि विंडस्लीव एक साल में बंद हो गया, मोमो तीन साल तक चला. साल 2016 में शॉपक्लूज़ ने इसका अधिग्रहण किया. साल 2019 में, बालाकृष्णन ने रीकिंग और खराब फिटिंग वाले जूतों से निपटने के अपने व्यक्तिगत अनुभव से प्रेरित होकर, फ्लैटहेड शूज़ के साथ फिर से स्टार्टअप स्पेस में प्रवेश किया. 

पत्नी चला रही हैं घर
बालाकृष्णन शादीशुदा हैं और उनकी 10 साल की एक बेटी है. वर्तमान में, उनकी घरेलू आय उनकी पत्नी मैनेज करती हैं. उनकी पत्नी एक जर्मन कंपनी के साथ काम कर रही हैं. उनकी बेटी एक कलाकार है जो एक उद्यमी भी बनना चाहती है. 

शो में बालाकृष्णन की दृढ़ता और ईमानदारी ने शार्क टैंक इंडिया पैनल और दर्शकों को इतना प्रभावित किया कि उनकी प्रशंसा बिक्री में बदल गई. उम्मीद है कि अब उनका बिजनेस संभल जाएगा.