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Inspiring: भारत के सबसे उम्रदराज अरबपति बने लक्ष्मन दास मित्तल, ऐसे तय किया LIC एजेंट से बिजनेस टायकून बनने तक का सफर

लक्ष्मन दास मित्तल (Lachhman Das Mittal) का जन्म 1931 में पंजाब के होशियारपुर में हुआ था. वो एलआईसी में बीमा एजेंट के रूप में काम करते थे. मित्तल के पास उर्दू में मास्टर डिग्री है, इंग्लिश में उन्हें गोल्ड मैडल मिला था.

Lachhman Das Mittal/Photo:sonalika.com Lachhman Das Mittal/Photo:sonalika.com
हाइलाइट्स
  • एलआईसी एजेंट के तौर पर शुरू की नौकरी

  • भारत के सबसे उम्रदराज अरबपति हैं लक्ष्मन दास मित्तल

LIC के पूर्व एजेंट लक्ष्मन दास मित्तल (Lakshman Das Mittal) को फोर्ब्स 2024 की बिलेनियर लिस्ट में शामिल किया गया है. इसके साथ ही वे भारत के सबसे उम्रदराज अरबपति बन गए हैं. वे 93 साल के हैं. इससे पहले सबसे उम्रदराज अरबपति महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के पूर्व अध्यक्ष केशुब महिंद्रा थे.

आइए जानते हैं, लक्ष्मन दास मित्तल के बारे में कुछ रोचक बातें.

लक्ष्मन दास मित्तल (Lachhman Das Mittal) का जन्म 1931 में पंजाब के होशियारपुर में हुआ था. वो एलआईसी में बीमा एजेंट के रूप में काम करते थे. मित्तल के पास उर्दू में मास्टर डिग्री है, इंग्लिश में उन्हें गोल्ड मैडल मिला था. और वह पंजाब यूनिवर्सिटी में अपनी क्लास में पहले नंबर पर थे. बाद में उन्होंने मारुति इंडस्ट्री में डीलरशिप के लिए अप्लाई किया लेकिन उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया.

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एलआईसी एजेंट के तौर पर शुरू की नौकरी
उन्होंने साल 1955 में एलआईसी एजेंट के तौर पर नौकरी शुरू कर दी. लेकिन उनके मन में हमेशा से कुछ अलग करने का था. लक्ष्मन दास मित्तल ने इसके बाद बिजनेस में कदम रखा और इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (आईटीएल) का की स्थापना की. 1990 में 60 साल की उम्र में उन्होंने सोनालिका ट्रैक्टर्स लॉन्च किया. इस कंपनी की शुरुआत के लिए उन्होंने अपनी सैलरी से पाई-पाई बचाई थी. 

LIC एजेंट से अरबपति तक का सफर
आज, सोनालिका ग्रुप पांच देशों में प्लांट हैं और 120 से अधिक देशों में इनका व्यापार चलता है. इनकी नेटवर्थ 2.5 अरब डॉलर के आस पास है. आज ये कंपनी देश की तीसरी बड़ी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी है. एक साधारण एलआईसी एजेंट से लेकर उन्होंने अरबपति तक का सफर तय किया है. मित्तल कंपनी के रोजाना के ऑपरेशन में ज्यादा शामिल नहीं हैं, ये बिजनेस उनकी फैमिली चलाती है. उनके सबसे बड़े बेटे अमृत सागर कंपनी के वाइस चेयरमैन हैं, वहीं उनके छोटे बेटे दीपक कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. उनके पोते सुशांत और रमन भी कंपनी का हिस्सा हैं. सोनालिका ग्रुप सालभर में 3 लाख से ज्यादा ट्रैक्टर बनाती है. 93 साल की उम्र में भी वो सोनालिका इंप्लीमेंट्स का काम संभाल रहे हैं. ये कंपनी कृषि से जुड़े औजार बनाती है. लक्ष्मन दास मित्तल की बेटी ऊषा सागवान LIC की पहली महिला मैनेजिंग डायरेक्टर रही हैं.