भारत का स्टार्टअप इकोसिस्टम लगातार बदल रहा है. देश में अब ज्यादातर युवा पारंपरिक करियर रास्तों को छोड़कर अपने खुद के उद्यम खड़े कर रहे हैं. Avendus Wealth–Hurun India U30 List 2025 जारी की गई है. इसमें 30 साल की उम्र से कम 79 उद्यमियों को शामिल किया है. इनमें से 66 उद्यमी ने अपने दम पर बिजनेस खड़ा किया है.
ये है टॉप 10 युवा उद्यमी:
1. कैवल्य वोहरा- Zepto के को-फाउंडर
उम्र: 22 साल
एजुकेशन: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई शुरू की थी, लेकिन ड्रॉपआउट कर दिया.
को-फाउंडर: आदित पलीचा के साथ मिलकर 2020 में Zepto की शुरुआत की.
पहला स्टार्टअप: Zepto से पहले "किरानाकार्ट" नाम से ग्रॉसरी डिलीवरी स्टार्टअप की शुरुआत की थी.
Zepto की स्थापना: 2020 में मुंबई में की गई।
Zepto का मॉडल: 10 मिनट में किराना डिलीवरी का वादा करने वाली क्विक-कॉमर्स कंपनी.
Rebranding: किरानाकार्ट को बाद में Zepto नाम दिया गया.
Unicorn Status: अगस्त 2023 में Zepto यूनिकॉर्न बनी (वैल्यूएशन 1 बिलियन डॉलर से ज्यादा)
Zepto का वैल्यूएशन: 60 हजार करोड़ से ज्यादा (2025 तक अनुमानित)
फोर्ब्स अंडर 30: कैवल्य को फोर्ब्स एशिया और इंडिया की अंडर-30 लिस्ट में शामिल किया गया.
युवा आइकन: कैवल्य भारत के सबसे युवा सफल आंत्रप्रेन्योर्स में से एक हैं.
प्रेरणा: कोरोना महामारी के समय क्विक डिलीवरी की ज़रूरत को देखकर स्टार्टअप की नींव रखी गई.
Zepto का मुख्यालय: मुंबई, भारत
2. आदित पलीचा: Zepto के को-फाउंडर
उम्र: लगभग 22–23 साल
एजुकेशन: स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई शुरू की थी, लेकिन पढ़ाई बीच में छोड़ दी (ड्रॉपआउट).
Zepto के को-फाउंडर: 2020 में अपने दोस्त कैवल्य वोहरा के साथ मिलकर Zepto की स्थापना की.
पहला स्टार्टअप: 17 साल की उम्र में Gopool नामक पहला स्टार्टअप शुरू किया था. यह एक कारपूलिंग एप था, जो ज्यादा सफल नहीं हुआ.
Zepto की शुरुआत: शुरुआत में कंपनी का नाम "किरानाकार्ट" था. बाद में इसे रीब्रांड कर Zepto नाम दिया गया.
Zepto भारत की सबसे तेज़ यूनिकॉर्न बनने वाले स्टार्टअप्स में से एक है.
कंपनी की खासियत: 10 मिनट में किराना और जरूरत की चीजें ग्राहकों तक पहुंचाना. क्विक कॉमर्स मार्केट में तेजी से उभरती कंपनी.
फोर्ब्स अंडर 30: आदित पलीचा को भी Forbes India और Asia की U-30 लिस्ट में शामिल किया गया.
3. एवीआर श्री स्मरण: AVR स्वर्ण महल ज्वेलर्स के डायरेक्टर
इस ज्वेलरी हाउस की स्थापना श्री A.V. रामचन्द्रन चेट्टियार ने की थी.
परिवार की पांच पीढ़ियां इस व्यापार को संचालित कर रही हैं.
शुरुआत: AVR श्री स्मरण ने 2021 में कंपनी में शामिल हुए.
भूमिका: डायरेक्टर के रूप में कार्यरत, मौजूदा लीडरशिप और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में योगदान दे रहे हैं.
दक्षिण भारत में 16 से ज्यादा जगहों पर 20+ शाखाएं हैं, जिनमें बड़े शहरों जैसे सलेम (स्वर्णपुरी), बंगलुरु (जयनगर, डिकेंसन रोड) आदि शामिल हैं.
सामाजिक पहलें (CSR): सार्वजनिक स्थलों जैसे सलेम बस टर्मिनल में प्लास्टिक रीसायक्लिंग मशीन और RO वाटर प्लांट स्थापित किए गए.
4. अर्जुन देशपांडे – Generic Aadhaar के फाउंडर
जन्म: 18 अप्रैल 2002, ठाणे, महाराष्ट्र
कंप्यूटर में रुचि रखने वाले Arjun ने 16–17 साल की उम्र में दवाओं की औसत कीमतों और जेनरिक ड्रग्स के बारे में रिसर्च करना शुरू किया.
स्टार्टअप की शुरुआत: 2018 में ठाणे-आधारित Generic Aadhaar की स्थापना की, जब वह सिर्फ 16–17 वर्ष के थे.
व्यवसाय मॉडल: Generic Aadhaar एक फार्मेसी-एग्रीगेटर मॉडल अपनाती है. WHO-GMP मानकों से लाइसेंस प्राप्त मैन्युफैक्चरर्स से प्रत्यक्ष दवाएं प्राप्त की जाती हैं और उन्हें रिटेलर तक पहुंचाया जाता है, जिससे 20–80% तक कीमत में कमी आती है.
रतन टाटा का निवेश: मई 2020 में, रतन टाटा ने व्यक्तिगत निवेशक के रूप में कंपनी में स्टेक लिया. टाटा ने अर्जून को गाइडिंग मेंटर के रूप में भी सपोर्ट किया.
स्टार्टअप ने महाराष्ट्र के ठाणे से शुरू होकर मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, ओडिशा आदि जगहों पर फैला है और 30+ रिटेलर्स के साथ शुरुआत की
कंपनी अब लगभग 2,000 स्टोर नेटवर्क में फैली है और करीब 10,000 कर्मचारियों को रोजगार देती है.
5. शिवा ए. संकेश्वरम – विजयानंद ट्रैवल्स के एमडी
वह तीसरी पीढ़ी के उद्यमी हैं.
उनके दादा, विजय संकेश्वरम, को "Trekking King of India" कहा जाता है और उन्होंने VRL Group की स्थापना की.
जिम्मेदारियां: MD, विजयानंद ट्रैवल्स प्राइवेट लिमिटेड (VRL Group की प्रमोटर एंटिटी). VRL लॉजिस्टिक्स और BRL Media Private Limited में डायरेक्टर हैं.
ग्रुप के पास लगभग 6,000 वाहनों का बेड़ा है, जो पूरे भारत में माल और यात्रियों के परिवहन में सक्रिय है.
निजी संपत्ति (नेटवर्थ): 1,500 करोड़ रुपये
VRL Group की अनुमानित मार्केट कैप (विजयानंद ट्रैवल्स सहित): 5,600 करोड़ रुपये
6. राहुल रावत – Digantara (दिंगतारा) में को-फाउंडर
पद: COO (Chief Operating Officer)
शुरुआत: दिसंबर 2018 में Lovely Professional University (LPU), फगवाड़ा से शुरू किया.
बिजनेस मॉडल: दिंगतारा भारत की पहली हवाई एवं अंतरिक्ष निगरानी (air & space surveillance) कंपनी है.
Bengaluru मुख्यालय में 30–50 इंजीनियरों की टीम संचालित
7. मिहिर मेंडा – RMZ Corporation
मिहिर मेंडा, RMZ Corporation के Supervisory Board में अन्य दूसरी पीढ़ी के सदस्यों के साथ कंपनी के रणनीतिक विस्तार एवं वैश्विक निवेश के फैसलों में योगदान देते हैं.
आरएमजेड कॉपोरेशन एक प्रमुख रियल एस्टेट डेवलपर है, जो आवासीय परियोजनाओं में सक्रिय है.