Elon Musk and Donald Trump
Elon Musk and Donald Trump क्या आपने कभी सोचा कि दुनिया का सबसे अमीर शख्स, एलन मस्क, अमेरिकी सरकार को चेनसॉ लेकर बदलने की ठान लेगा? जी हां, मस्क ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) के जरिए ट्रंप प्रशासन में तहलका मचा दिया! मस्क ने वादा किया था कि वे सरकारी खर्च में 2 ट्रिलियन डॉलर की कटौती करेंगे, लेकिन 100 दिन बाद उनकी चमक कुछ फीकी पड़ी. मस्क ने ट्रंप की नीतियों पर सवाल उठाए, वादे पूरे नहीं किए, और अब कह रहे हैं कि वे अपनी कंपनियों पर ध्यान देंगे.
मस्क का चेनसॉ मिशन
20 जनवरी 2025 को, जैसे ही डोनाल्ड ट्रंप ने दूसरी बार राष्ट्रपति पद की शपथ ली, उन्होंने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर कर DOGE की स्थापना की. मस्क और विवेक रामास्वामी को इसका नेतृत्व सौंपा गया, लेकिन जल्द ही रामास्वामी ने किनारा कर लिया. मस्क ने DOGE को व्हाइट हाउस का हिस्सा बनाया, जिसका मकसद था सरकारी बर्बादी, धोखाधड़ी, और नौकरशाही को खत्म करना. मस्क ने इसे "मैनहट्टन प्रोजेक्ट" की तरह महत्वाकांक्षी बताया, और फरवरी में कंजर्वेटिव पॉलिटिकल एक्शन कॉन्फ्रेंस में चेनसॉ लहराकर कहा, “मैं एक घंटे में अरबों डॉलर बचा सकता हूं!”
मस्क ने DOGE में क्या-क्या किया?
मस्क का शासन
मस्क का DOGE शासन शुरुआत में सनसनीखेज था. X पर उनकी पोस्ट्स वायरल हुईं, जहां उन्होंने सरकारी बर्बादी को "लकड़हारे में डालने" की बात कही. ट्रंप ने मस्क की तारीफ की, और हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा, “मस्क वह कर रहे हैं, जो कांग्रेस नहीं कर पाई.” मस्क ने सिलिकॉन वैली के युवा इंजीनियर्स की टीम बनाई, जिन्हें सरकारी अनुभव नहीं था, लेकिन तकनीक का जादू था.
लेकिन जल्द ही मस्क की चमक फीकी पड़ी. कानूनी अड़चनें बढ़ीं- डेमोक्रेट्स, यूनियन्स, और राज्य अटॉर्नी जनरल ने DOGE के खिलाफ मुकदमे दायर किए. एक जज ने DOGE को ट्रेजरी डेटा तक पहुंच से रोका. मस्क के 2 ट्रिलियन डॉलर बचत के दावे को घटाकर 1 ट्रिलियन, फिर 150 बिलियन डॉलर करना पड़ा. उनकी पारदर्शिता के दावे भी खोखले साबित हुए, क्योंकि बचत के आंकड़ों का पूरा ब्योरा नहीं दिया गया.
ट्रंप से दूरी और विवाद
मस्क ने ट्रंप की घरेलू नीति बिल की आलोचना की, जिसमें खर्च बढ़ने की बात थी. उन्होंने OpenAI को मिले अबू धाबी डील पर आपत्ति जताई, क्योंकि उनकी कंपनी xAI को इसका हिस्सा नहीं बनाया गया. मस्क ने ट्रंप के राजनीतिक अभियान के लिए 100 मिलियन डॉलर देने का वादा किया था, जो अभी तक पूरा नहीं हुआ.
ट्रंप ने मस्क का नाम लेना कम कर दिया, और व्हाइट हाउस के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ स्टीफन मिलर ने मस्क की आलोचना का जवाब दिया. मस्क ने Ars Technica को बताया कि उन्होंने राजनीति पर ज्यादा समय बर्बाद किया, जिससे उनकी कंपनियों को नुकसान हुआ. विस्कॉन्सिन में एक जज के चुनाव में 25 मिलियन डॉलर खर्च करने के बावजूद हार ने उन्हें निराश किया.
DOGE ने क्या बदला?
मस्क के DOGE ने सरकारी सेवाओं को प्रभावित किया. USAID के बंद होने से विदेशी सहायता प्रभावित हुई. शिक्षा विभाग की कटौती से शोध प्रभावित हुआ. EPA में 65% बजट कटौती और कर्मचारियों की छंटनी से पर्यावरण नीतियां कमजोर हुईं. डायरेक्ट फाइल जैसी टैक्स सेवाएं बंद हो गईं, जिससे आम नागरिकों को नुकसान हुआ.
हालांकि, कुछ फैसले वापस लिए गए. NASA और इंडियन हेल्थ सर्विस में छंटनी रुकी, और APOR डेटा कर्मचारियों को बहाल किया गया. मस्क की साप्ताहिक ईमेल नीति भी वापस ली गई.
29 मई 2025 को, मस्क ने X पर घोषणा की कि उनकी स्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लॉई की अवधि खत्म हो रही है. उन्होंने कहा, “DOGE का मिशन अब सरकार का हिस्सा बन जाएगा.” मस्क अब टेस्ला, स्पेसएक्स, और xAI पर ध्यान देंगे. स्पेसएक्स की स्टारशिप टेस्ट उड़ान (28 मई 2025) में मस्क की मौजूदगी ने दिखाया कि वे अब अपनी कंपनियों पर फोकस कर रहे हैं.