
लोरियल (L’Oreal) ने एक्ने ट्रीटमेंट के लिए इस्तेमाल होने वाली क्रीम इफैक्लर डुओ के सभी लॉट वापस मंगाए हैं. कहा जा रहा है कि इस क्रीम में बेंजीन नाम का केमिकल है जोकि कैंसर का कारण बनता है.
इफैक्लर डुओ में 5.5% माइक्रोनाइज्ड बेंज़ोयल पेरोक्साइड
कॉस्मेटिक कंपनी अपनी फ्रेंच कंपनी ला रोश पोसे के नाम से द इफैक्लर डुओ बेचती है. लोरियल का इफैक्लर डुओ, बेंजोयल पेरोक्साइड से बना है, जो मुंहासों के इलाज में मदद करने के लिए बैक्टीरिया को मारता है. बेंजोयल पेरोक्साइड कुछ खास परिस्थितियों में टूटकर बेंजीन बनाने के लिए जाना जाता है. इफैक्लर डुओ में 5.5% माइक्रोनाइज्ड बेंज़ोयल पेरोक्साइड होता है.
35.99 डॉलर में बिकती है क्रीम
इफैक्लर डुओ (Effaclar Duo) क्रीम 35.99 डॉलर में बिकती है. वेबसाइट के अनुसार, यह "मुंहासों के लिए सबसे अच्छा स्पॉट ट्रीटमेंट" है जो केवल 3 दिनों से भी कम समय में असर दिखाता है.''
मार्केट से वापस ली गई क्रीम
लोरियल ने ब्लूमबर्ग को दिए एक बयान में कहा, "एफडीए के साथ बातचीत में हमने खुदरा विक्रेताओं से इफैक्लर डुओ के लेटेस्ट लॉट को मार्केट से हटाने का फैसला लिया है."
दूसरे एक्ने प्रोडक्ट्स में भी बेंजीन
यू.एस. सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, गैसोलीन और तंबाकू के धुएं का एक प्राकृतिक घटक ल्यूकेमिया का कारण बन सकता है. वैलिस्योर ने टारगेट और सीवीएस हेल्थ कॉर्प जैसे स्टोर से प्रोएक्टिव जैसे दूसरे एक्ने प्रोडक्ट्स में भी बेंजीन पाया है. लैब ने पिछले चार सालो में सनस्क्रीन, एंटीपर्सपिरेंट्स, ड्राई शैंपू और हैंड सैनिटाइजर में भी बेंजीन का पता लगाया है.
पहले हो चुका है केस
हालांकि अमेरिका में इस तरह का ये कोई पहला मामला नहीं है. एक अमेरिकी महिला ने L'Oreal पर मुकदमा ठोका था. महिला का आरोप था कि L'Oreal के हेयर स्ट्रेटनिंग प्रोडक्ट इस्तेमाल करने से उसे गर्भाशय का कैंसर हो गया है. इसे लेकर नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट के जर्नल में एक स्टडी भी पब्लिश हुई थी. जिसमें दावा किया गया था कि जिन महिलाओं ने ज्यादा बार लोरियल के प्रोडक्ट का इस्तेमाल किया, उन्हें गर्भाशय कैंसर होने की संभावना ज्यादा थी.