
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) बुधवार से ब्रिटेन और मालदीव के चार दिवसीय दौरे पर हैं. पीएम मोदी (PM Modi) अपने दौरे के पहले दो दिन इंग्लैंड में रहेंगे. पीएम मोदी की यह चौथी ब्रिटेन यात्रा है. पीएम मोदी के साथ वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी यूके गए हैं. पीएम मोदी के इस दौरे के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर हस्ताक्षर किए जाएंगे.
इस डील से दोनों देशों के बीच न सिर्फ व्यापार में तेजी आएगी बल्कि कई चीजें सस्ती भी हो जाएंगी. इससे आम उपभोक्ताओं को काफी राहत मिलेगी. आइए जानते हैं क्या है फ्री ट्रेड डील और इस पर साइन होने के बाद कौन सी चीजें सस्ती होंगी और कौन सी महंगी?
क्या है फ्री ट्रेड डील
फ्री ट्रेड डील को फ्री ट्रेड एग्रीमेंट या मुक्त व्यापार समझौता भी कहा जाता है. इस समझौते को आधिकारिक तौर पर व्यापक आर्थिक और व्यापार समझौता कहा जाता है. फ्री ट्रेड डील दो या दो से अधिक देशों के बीच एक संधि है. फ्री ट्रेड डील का मतलब है दो देशों की बीच आयात-निर्यात होने वाले उत्पादों पर टैरिफ या कस्टम ड्यूटी कम करना या खत्म करना है. इस फ्री ट्रेड डील का उद्देश्य दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा देना, आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना और दोनों देशों के उद्योगों को लाभ पहुंचाना है ताकि दोनों देशों के सामान सस्ते मिलें.
क्या है भारत-यूके FTA का मतलब
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के चैप्टर्स पर आमतौर पर दो देशों के वाणिज्य मंत्री साइन करते हैं. भारत और यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के तहत भारत को अपनी 99 फीसदी एक्सपोर्ट आइटम पर इंग्लैंड में टैक्स फ्री एक्सपोर्ट का अधिकार मिलेगा. उधर, ब्रिटेन से आने वाले 90 फीसदी उत्पादों पर भारत टैरिफ हटा देगा. इससे भारतीय कंपनियों को भी बड़ा लाभ मिलेगा, क्योंकि इनके लिए कम लागत पर ज्यादा उत्पाद आ सकेंगे.
इस समझौते के तहत चमड़ा, जूते और कपड़ों जैसे श्रम-प्रधान उत्पादों के निर्यात पर टैक्स हटाने का प्रस्ताव है. इसके अलावा ब्रिटेन से व्हिस्की और कारों के आयात को भी सस्ता बनाने का भी प्रस्ताव रखा गया है. इस फ्री ट्रेड एग्रीमेंट के जरिए भारत-ब्रिटेन की कोशिश द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक 120 अरब अमेरिकी डॉलर तक ले जाने की है.
फ्री ट्रेड डील से कौन सी चीजें होंगी सस्ती और महंगी
1. भारत इंग्लैंड के बीच फ्री ट्रेड डील से यूके से आने वाले कई इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े और ज्वेलरी जैसे सामान सस्ते हो सकते हैं.
2. भारत से यूके में जाने वाले कपड़े, ज्वेलरी, टेक्सटाइल और मरीन प्रोडक्ट्स के लिए नया मार्केट खुल सकता है.
3. एग्रीकल्चर प्रोडक्ट्स स्थिर रह सकते हैं या फिर महंगे हो सकते हैं, क्योंकि इस सेक्टर के साथ छेड़छाड़ नहीं की गई है.
4. यूके से आने वाले इलेक्ट्रॉनिक्स सामान सस्ते हो सकते हैं, क्योंकि यह कम टैरिफ में इंग्लैंड से आएगा.
5. कपड़े-जूते, चमड़े और फैशन के सामान यूके से शून्यू टैक्स में इम्पोर्ट होंगे, जिस कारण ये सस्ते हो सकते हैं.
6. दवाइयों का इंग्लैंड से इम्पोर्ट भी होता है और एक्सपोर्ट भी. ऐसे में दोनों देश इसपर टैरिफ कम कर सकते हैं, जिससे ये महंगा भी हो सकता है और सस्ता भी.
7. कार और बाइक जैसी ऑटो प्रोडक्ट्स के दाम महंगे हो सकते हैं, क्योंकि प्रतिस्पर्धा और टैरिफ में बदलाव होगा.
8. भारत स्टील और मेटल को लेकर भी इंग्लैंड के लिए मार्केट ओपन करेगा. जिस कारण यूके के हाई क्वालिटी वाले प्रोडक्ट्स से मुकाबला होगा. ऐसे में ये चीजें महंगी हो सकती हैं.
9. इंग्लैंड से मेटल और ज्वेलरी प्रोडक्ट्स आने से भारत में कम्पटीशन भी बढ़ेगा और कस्टम नियमों का असर भी होगा, जिस कारण ये चीजें महंगी हो जाएंगी.
10. फ्री ट्रेड डील से रोजगार के अवसर मिलेंगे. यह भारत में बड़े पैमाने पर नौकरियों का सृजन करेगा, निवेश को आकर्षित करेगा और अर्थव्यवस्था को गति देगा.
11. इस एग्रीमेंट के होने के बाद यूके विस्की ड्यूटी कम हो जाएगी. ये 150 फीसदी से घटकर 75 फीसदी ही रह जाएगी. वहीं इस ट्रेड डील होने के बाद 10वें साल में 40 फीसदी कर दिया जाएगा.
12. ट्रेड एग्रीमेंट होने के बाद भारत ब्रिटेन से निर्यात होने वाली कारों पर 100 फीसदी शुल्क को घटाकर 10 फीसदी कर देगा. लेकिन ये कटौती कुछ लिमिटेड कारों में ही होने वाली है.
13. इस डील से ब्रिटेन के ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस और मशीनरी सेक्टर को भी बड़ा फायदा होगा. जगुआर लैंड रोवर, एस्टन मार्टिन और डियाजियो जैसी कंपनियों की भारत में बिक्री बढ़ सकती है. ब्रिटेन के उपभोक्ताओं को भी भारतीय वस्तुएं सस्ती मिलेंगी.
14. इस समझौते से भारत को मजबूत पश्चिमी बाजार मिलेगा और श्रम-प्रधान निर्यात को बल मिलेगा.
15. फ्री ट्रेड डील से ब्रिटिश से आने वाले सौंदर्य उत्पादों पर भी शुल्क में कमी होगी. इससे ये उत्पाद भी भारत में सस्ते मिलने लगेंगे.
16. ब्रिटेन से आयात होने वाले चॉकलेट, बिस्कुट, नमकीन, शीतल पेय, भेड़ के मांस, मछली पर भी आयात शुल्क कम किया जाएगा. इस वजह से इनकी कीमत भी भारत में घट जाएगी.