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Success Story: एक लव स्टोरी से शुरू हुआ था दिल्ली का ये कैफे, अब 150 करोड़ से ज्यादा है सालाना कमाई, जानिए इस आउटलेट की कहानी

द बिग चिल कैफे दिल्ली के सबसे फेमस कैफे में से एक है. ये कैफे एक लव स्टोरी की वजह से शुरू हुआ. इस कैफे को फौजिया अहमद और असीम ग्रोवर ने खोला है. दिल्ली में इस कैफे के 8 कैफे हैं. साल में द बिग चिल कैफे की कमाई 150 करोड़ रुपए से ज्यादा है.

The Big Chill Cafe (Photo Credit: Facebook/The Big Chill Cafe) The Big Chill Cafe (Photo Credit: Facebook/The Big Chill Cafe)
हाइलाइट्स
  • दिल्ली में है द बिग चिल कैफे

  • 25 साल पहले शुरू हुआ था ये फेमस कैफे

  • दिल्ली ही नहीं दुबई में भी है ये कैफे

कैफे आज के दौर के नए हैंगआउट स्पॉट्स बन गए हैं. लोग दोस्तों के साथ चाय की टपरी पर कम, कैफे में ज्यादा दिखते हैं. सोलो डेट पर जाना हो या अपने किसी खास के साथ वक्त बिताना हो. ऐसे लोग कैफे में साथ में टाइम बिताना पसंद करते हैं. दिल्ली में वैसे तो कई सारे कैफे हैं लेकिन उन सबसे द बिग चिल कैफे का नाम सबसे ऊपर आता है.

द बिग चिली कैफै दिल्ली के सबसे फेमस कैफे में से एक है. आज द बिग चिल कैफे के कई सारे आउटलेट खुल गए हैं. भारत में ही नहीं द बिग चिल कैफे दुनिया में अपनी जगह बना रहा है. द बिग चिल कैफे का नया आउटलेट दुबई में भी खुल गया है. दिल्ली का सबसे फेमस कैफे एक लव स्टोरी की वजह से शुरू हुआ था. आज ये कैफे सालाना 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई करता है.

किसने शुरू किया कैफे?

द बिग चिल कैफे किसी बिजनेस प्लान से पैदा नहीं हुआ है. ये कैफे साल 2000 में एक लव स्टोरी की वजह से शुरू हुआ था. इस कैफे को असीम ग्रोवर और फ़ौज़िया अहमद ने साथ मिलकर शुरू किया था. असीम ग्रोवर एक रिटायर्ड सैनिक हैं. वहीं फ़ौज़िया अहमद एक एक्टिविस्ट रहीं है.  इस कपल ने साथ में एक जगह रहने का फैसला किया और एक कैफे खोला. दोनों में से किसी के पास कैफे या रेस्टोरेंट चलाने का कोई अनुभव नहीं था. फिर भी 25 सालों से ये कैफे दिल्ली वालों की जान बना हुआ है. दूर-दूर से लोग इस कैफे का स्वाद चखने के लिए खाते हैं.

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कैसे शुरू हुई लव स्टोरी?

ये सब कुछ भारत से हजारों किलोमीटर दूर ईस्ट अफ्रीका में शुरू हुआ. असीम ग्रोवर उस समय थर्ड गोरखा राइफल्स में थे. असीम ग्रोवर यूनाइटेड नेशंस के शांति बनाए रखने के मिशन के तहत रवांडा में तैनात थे. फौजिया इसी मिशन के पॉलिटिकल मिशन हेड की भतीजी थीं. ये सुनने में बिल्कुल फिल्मी कहानी की तरह लगता है लेकिन वाकई में ये कहानी सच्ची है. फौजिया अहमद अपने अंकल से मिलने रवांडा आई हुईं थीं.

उस समय बहुत कम लोग रवांडा घूमने आते थे लेकिन अपने अंकल की वजह से फौजिया रवांडा आराम से आ सकती थी. फौजिया अहमद ने इसे एक अच्छे मौके की तरह लिया. फौजिया के रवांडा आने के फैसले ने उनकी जिंदगी बदल दी. यहीं पर फौजिया और असीम ग्रोवर पहली बार एक-दूसरे से मिले. दोनों एक-दूसरे से काफी अलग थे लेकिन दोनों को रिस्क लेना पसंद थे. धीरे-धीरे दोनों को एक-दूसरे से प्यार हो गया और फिर शादी कर ली.

कैसे शुरू हुआ द बिग चिल?

शादी के बाद असीम अपनी पोस्टिंग पर बने रहे. वहीं फौजिया दिल्ली में एक एनजीओ में काम करने लगीं. शादी के बाद दोनों का लॉन्ग डिस्टेंस फेज शुरू हो गया. ये दोनों के लिए आसान नहीं था. असीम को काम की वजह से बार-बार ट्रेवल करना पड़ता है. इससे उनकी लाइफ में ठहराव नहीं था. इसके अलावा दोनों को साथ में टाइम बिताने का समय भी कम मिलता था. इसी दौरान असीम ग्रोवर का तीन बार एंकल फ्रैक्चर हो गया.

The Big Chill Cafe

लगातार हो रही इंजरी से असीम परेशान हो गए. उन्होंने अपने मिलिट्री करियर के बारे में सोचा. फौजिया को भी ऐसी लॉन्ग डिस्टेंस वाली जिंदगी पसंद नहीं आ रही थी. इसके बाद दोनों ने जिंदगी को एक नए सफर पर ले जाने के बारे में सोचा. दोनों ने एक शहर में साथ रहने का तय किया. अपने सपनों का घर बनाने के लिए दोनों ने देश की राजधानी दिल्ली को चुना.

फौजिया ने द प्रिंट को दिए इंटरव्यू में बताया कि ये रेस्टोरेंट चलाने को लेकर कम, एक ऐसी जिंदगी को ढूंढ़ने के बारे में ज्यादा है जहां वे कुछ स्थाई बना सकें. असीम ने इसके लिए समय से पहले सेना से रिटायरमेंट ले लिया. साल 2000 में असीम और फौजिया ने दिल्ली के कैलाश में एक छोटा-सा कैफे खोला. असीम और फौजिया, दोनों में से किसी ने कैफे, हॉस्पिटैलिटी और बिजनेस मैनेजमेंट की ट्रेनिंग नहीं ली थी.

दिल्ली का फेमस कैफे कैसे बना?

असीम ग्रोवर और फौजिया अहमद के पास कोई बड़ी ट्रेनिंग तो नहीं थी लेकिन उनके पास स्वाद की अच्छी समझ थी. इसके अलावा क्वालिटी, फ्लेवर और डिजाइन पर काफी अच्छा काम किया. उन्होंने खुद ही कैफे का इंटीरियर डिजाइन किया. कैफे को पूरी तरह से सिनेमैटिक लुक दिया. दीवारों पर पुरानी फिल्मों के पोस्टर और शानदार लाइट से सजाया. इससे कैफे पूरी तरह से सिनेमैटिक दिखने लगा.

The Big Chill Cafe

आज दिल्ली के बिग चिली कैफे को 25 साल पूरे हो गए है. आज भी द बिग चिल कैफे अपनी क्वालिटी, टेस्ट और लॉयल्टी के लिए जाना जाता है. द बिग चिल कैफे के 8 आउटलेट दिल्ली में खुल गए हैं. इस ब्रॉन्ड की बेकरी द बिग चिल केकरी और द बिग चिल क्रीमरी भी खुल गई है. ये कपल अपने ब्रान्ड को देश ही नहीं विदेश में ले गया है. हाल ही में द बिग चिल कैफे का नया आउटलेट दुबई में भी खुल गया है.

एक लव स्टोरी से शुरू हुआ द बिग चिल कैफे साल भर में 150 करोड़ रुपए से ज्यादा की कमाई कर रहा है. द बिग चिल अपने इतालवी फूड और केक के लिए जाना जाता है. असीम ग्रोवर और फ़ौज़िया अहमद  25 सालों से लोगों को अच्छा स्वाद दे रहे हैं. असीम और फ़ौज़िया ने सिर्फ़ एक कैफे नहीं खोला. उन्होंने एक कल्चरल इंस्टीट्यूट बनाया है. अगर आप दिल्ली में है तो इस शानदार कैफे में जाने का प्लान बना सकते हैं.