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Pump and Dump: क्या है पंप-एंड-डंप स्कीम? निवेशकों को इसके जरिए कैसे किया जाता है गुमराह

सोशल मीडिया के जमाने में किसी भी अफवाह के आधार पर लोगों को शेयर खरीदने की सलाह दे दी जाती है. सेबी और एक्सचेंजेज ने इसे रोकने के लिए ऐसे शेयरों को ज्यादा निगरानी वाली कैटेगरी में डालने का फैसला किया है.

Pump and Dump Scheme Pump and Dump Scheme
हाइलाइट्स
  • सेबी ने अरशद सहित 45 यूट्यूबर्स को शेयर पंप एंड डंप योजना में दोषी पाया है.

  • यूट्यूब और टेलीग्राम चैनल्‍स के जरिए इस घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है

एक्टर अरशद वारसी और उनकी पत्नी समेत 45 यूट्यूबर्स को पंप एंड डंप मामले में दोषी पाया गया है. सेबी ने एक साल तक इन सभी दोषियों को बैन कर दिया है. साथ ही गलत तरीके के कमाए हुए पैसे लौटाने को भी कहा है. गुरुवार को पारित दो अलग-अलग आदेशों में सेबी ने सूचीबद्ध संस्थाओं शार्पलाइन ब्रॉडकास्ट और साधना ब्रॉडकास्ट के शेयर "पंप और डंप" में शामिल होने के कारण बैन किए गए हैं. शार्पलाइन के मामले में 24 लोगों पर एक्शन लिया गया है. ये मामला 50 करोड़ से ज्यादा का है.

लौटाने होंगे गलत तरीके से कमाए रुपये

सेबी ने कहा है कि जो लोग अनचाहे ‘टिप्स’ देकर सोशल मीडिया पर लोगों को शेयर खरीदने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं उनपर एक्शन होगा. ऐसे शेयरों को ज्यादा निगरानी वाली कैटेगरी में डाला जाएगा. 5 फीसदी या उससे भी कम का प्राइस बैंड लागू किया जा सकता है. पंप एंड डंप वाले शेयरों को ट्रेड फॉर ट्रेड कैटेगरी में डाला जाएगा. इस आदेश के बाद शार्पलाइन को पंप-एंड-डंप स्कीम के जरिए कमाए 12 करोड़ रुपये और साधना को 41.85 करोड़ रुपये लौटाने होंगे.

क्या है पंप-एंड-डंप स्कीम?

एक "पंप और डंप" स्कीम शेयर बाजार में हेरफेर का एक तरीका है जहां क्रिप्टोकरेंसी या किसी शेयर की अफवाहों के तहत बढ़ा दी जाती है और जैसे ही यह पीक पर पहुंचती है, इसकी कीमत गिर भी जाती है. निवेशक झूठे प्रचार में फंसकर शेयर खरीदना शुरू कर देते हैं यह सोचकर कि उन्हें अच्छा फायदा मिल रहा है. फिर, मांग में वृद्धि से क्रिप्टो/शेयरों की कीमत में तेजी से वृद्धि होने लगती है. एक बार जब यह रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच जाता है, पंपर्स उसे बेच देते हैं.
 

ऐसे चलता है फर्जी गेम

आसाना भाषा में समझें तो, रणनीति के तहत मार्केट गुरु पहले से बल्क में शेयर खरीदतें हैं. जिससे शेयरों में तेजी आती है. ये देखकर आम निवेशक शेयर में पैसा लगाते हैं. इससे शेयरों के दाम कई गुना बढ़ जाते हैं. फिर पहले से कम कीमत पर शेयर खरीदे बैठे ये ठग अपना प्रॉफिट निकाल कर ले जाते हैं. बड़ी मात्रा में शेयर बिक्री से शेयर के भाव गिर जाते हैं. इससे आम निवेशक का पैसा डूब जाता है. आजकल यूट्यूब और टेलीग्राम चैनल्‍स के जरिए इस घोटाले को अंजाम दिया जा रहा है.