केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित छात्रों के लिए दिशानिर्देश (Guideline) जारी किए हैं. ये एडवाइजरी उन छात्रों के लिए जारी की गई है जो डायबिटीज (Type-1 diabetes) से पीड़ित हैं और 2024 की बोर्ड परीक्षा में बैठने वाले हैं. सीबीएसई का कहना है छात्रों की परेशानियों को ध्यान में रखते हुए ये दिशानिर्देश जारी किए गए हैं.
बोर्ड ने छात्रों को परीक्षा में उनकी मेडिकल प्रॉब्लम को दूर करने के लिए कई सुविधाएं प्रदान की हैं.
शुगर टैबलेट, चॉकलेट, कैंडी
केले, सेब, संतरे जैसे फल
सैंडविच या कोई दूसरी हाई प्रोटीन डाइट
डॉक्टर की प्रिस्क्रिप्शन के अनुसार दवाइयां
पानी की बोलत 500 ML
ग्लूकोमीटर और ग्लूकोज टेस्ट स्ट्रिप्स
फ्लैश ग्लूकोज मॉनिटरिंग (सीजीएम) मशीन, फ्लैश ग्लूकोज मॉनिटरिंग (एफजीएम) मशीन और/या इंसुलिन पंप
कौन से छात्र उठा सकेंगे इस सुविधाओं का लाभ
छात्रों को एलओसी के रजिस्ट्रेशन के वक्त ये जानकारी देनी होगी कि वे टाइप-1 डायबिटीज से पीड़ित हैं.
छात्र/अभिभावक परीक्षा शुरू होने से कम से कम एक दिन पहले एग्जाम सेंटर पर अपने द्वारा लाई जानी वाली चीजों की जानकारी देंगे.
परीक्षा के दिन भी विद्यार्थी को परीक्षा शुरू होने से कम से कम 45 मिनट पहले स्कूल पहुंचना होगा. उन्हें सुबह 9:45 बजे तक हॉल में पहुंचना होगा.
साथ ही परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचना होगा.
इसके अलावा माता-पिता को इसे लेकर एक अंडरटेकिंग देना होगा कि ये किसी भी तरह का कम्युनिकेशन डिवाइस नहीं है जो परीक्षा में बाधा डाल सकता है.
टाइप-1 डियबिटीज से पीड़ित विद्यार्थी अपने मेडिकल डॉक्यूमेंट्स सीबीएसई के पोर्टल पर अपलोड कर सकते हैं.
क्या है टाइप 1 डायबिटीज
डायबिटीज आज दुनिया और भारत के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. टाइप-1 डायबिटीज आम तौर पर अनुवांशिक होती है. यानी परिवार में अगर किसी को डायबिटीज की बीमारी रही हो तो ऐसे व्यक्ति में इस बीमारी की आशंका कई गुना बढ़ जाती है.
कब से है सीबीएसई की परीक्षा
सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) में 10वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी 2024 से शुरू होकर 13 मार्च 2024 तक चलेंगी और 12वीं की परीक्षाएं 15 फरवरी 2024 से शुरू होकर 2 अप्रैल 2024 तक चलेंगी. बोर्ड परीक्षाएं सुबह 10.30 बजे से दोपहर 1.30 बजे तक आयोजित की जाएगी.