scorecardresearch

Chhattisgarh Board Result: ब्लड कैंसर को मात देकर 10वीं के बोर्ड रिजल्ट में टॉपर बनी किसान की बेटी

गंभीर बीमारी के चलते इशिका पिछले साल परीक्षा नहीं दे सकी थीं, लेकिन इस बार इलाज की कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने पढ़ाई जारी रखी.

Chhattisgarh Board Result Chhattisgarh Board Result

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले की कक्षा 10 की छात्रा इशिका बाला ने हर किसी के लिए मिसाल पेश की है. इशिका को "सुपरगर्ल" कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा. एक किसान की बेटी होने के साथ-साथ, इशिका ने न सिर्फ ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात दी, बल्कि राज्य बोर्ड परीक्षा में टॉप करके पूरे जिले को गौरवान्वित कर दिया. इशिका ने दसवीं कक्षा में 99.2% अंक हासिल किए हैं. 

इशिका की ये सफलता उस इलाके के लिए एक नई उम्मीद है, जहां महिला साक्षरता दर महज 59.6% है. गंभीर बीमारी के चलते इशिका पिछले साल परीक्षा नहीं दे सकी थीं, लेकिन इस बार इलाज की कठिनाइयों के बावजूद उन्होंने पढ़ाई जारी रखी. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया और बताया कि वे IAS अधिकारी बनना चाहती हैं. इसी सपने ने उन्हें हर बार दर्द और कमजोरी से लड़ने की ताकत दी. उनके पिता ने बताया कि उन्हें अपनी बेटी पर गर्व है और उसकी जुझारू भावना ने हर किसी को प्रेरित किया है.

कक्षा 12वीं के टॉपर भी कांकेर से 
एक और प्रेरणादायक संयोग यह है कि कक्षा 12 के टॉपर अखिल सेन भी कांकेर से ही हैं. उन्होंने कॉमर्स स्ट्रीम में 98.2% अंक (500 में से 491 अंक) प्राप्त किए. अखिल के पिता अखबार एजेंसी चलाते हैं और अखिल खुद भी सुबह-सुबह अखबार बांटने का काम करते थे, साथ ही बोर्ड परीक्षा की तैयारी भी कर रहे थे. बस्तर संभाग पिछले 25 वर्षों से नक्सली हिंसा का सामना कर रहा है. लेकिन हाय से इस बार टॉप 10 में जगह बनाने वाले 85 छात्रों में से आठ छात्र इसी क्षेत्र से हैं.

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने दीं शुभकामनाएं
बुधवार को नवा रायपुर सचिवालय में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कक्षा 10 और 12 के बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित करते हुए सभी सफल विद्यार्थियों, उनके माता-पिता और शिक्षकों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने असफल छात्रों को भी हिम्मत न हारने की सलाह दी और कहा, "असफलता, सफलता की पहली सीढ़ी होती है। अगली बार और बेहतर तैयारी के साथ प्रयास करें."

इस साल कक्षा 10 में लगभग 3.3 लाख छात्रों ने परीक्षा दी, जिनमें से 76% सफल रहे, जो पिछले वर्ष के 75.64% से थोड़ी बेहतर दर है. कक्षा 12 में कुल 81.8% विद्यार्थी पास हुए. लड़कियों का प्रदर्शन लड़कों से बेहतर रहा- 84.7% लड़कियां और 78% लड़के पास हुए. राज्य की राजधानी रायपुर ने 12वीं की मेरिट लिस्ट में दबदबा कायम रखा, जहां से सात छात्र टॉप 10 में शामिल हुए.