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Mission Admission in DU: दिल्ली यूनिवर्सिटी में एडमिशन 2025-26 हुआ शुरू, जानिए रजिस्ट्रेशन से लेकर कोर्स तक की हर बात

Delhi University: दिल्ली यूनिवर्सिटी यानी डीयू में आप भी दाखिला लेना चाहते हैं तो पोर्टल खुल गया है. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है. UG, PG, LAW, B.Tech और पीएचडी में एडमिशन कैसे होगा. आइए यहां पूरी प्रक्रिया के बारे में जानते हैं. 

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हाइलाइट्स
  • DU में इस साल भी दाखिला होगा CUET (UG) स्कोर के आधार पर 

  • एडमिशन के लिए कराना होगा ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन

दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) यानी डीयू (DU) में शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए एडमिशन प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. इस तरह से मिशन एडमिशन एक बार फिर शुरू हो गया है. आप भी दाखिला लेना चाहते हैं तो पोर्टल खुल गया है. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है. UG, PG, LAW, B.Tech और पीएचडी में एडमिशन कैसे होगा यह हम आपको बता रहे हैं.

डीयू के वाइस चांसलर प्रो.योगेश सिंह ने एडमिशन पोर्टल और बुलेटिन ऑफ इन्फॉर्मेशन लॉन्च कर दी है. इसमें उन्होंने दाखिला लेने वाले विद्यार्थियों के लिए जरूरी जानकारी दी है. अब 5 साल वाले लॉ और बी.टेक के लिए भी रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है. इसके साथ ही पीजी कोर्सेस में अब नया सिस्टम एलोकेशन-कम-एडमिशन की शुरुआत की गई है.  

डीयू ने शुरू किया नया कोर्स
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने शैक्षणिक सत्र 2025-26 के लिए कई अहम बदलाव किए हैं. साथ ही नई पहल भी शुरू की है. इस बार डीयू  ने दो नए पोस्टग्रेजुएट कोर्स 'हिंदी पत्रकारिता में एमए और टूरिज्म मैनेजमेंट में एमए' शुरू करने जा रहा है. इस बार डीयू ने बेटियों को ध्यान में रखते हुए एक सराहनीय कदम उठाया है. सभी पीजी कोर्स में 'सिंगल गर्ल चाइलड' के लिए एक अतिरिक्त सीट आरक्षित की गई है, जिससे उन बेटियों को फायदा होगा जो सिंगल गर्ल चाइलड हैं.

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एडमिशन प्रक्रिया भी छात्रों के लिए आसान कर दिया गया है. अब सीधा ऑटो-एक्सेप्ट मोड लागू किया गया है, जिससे अलॉटमेंट के बाद छात्रों की सीटें छूटने की आशंका नहीं रहेगी. साथ ही, डीयू की नॉन कॉलेजिएट महिला शिक्षा योजना (NCWEB) के तहत दिल्ली एनसीटी क्षेत्र की महिलाएं कक्षा 12वीं की मेरिट के आधार पर दाखिला ले सकती हैं. यह सुविधा खासकर उन महिलाओं के लिए मददगार है, जो कॉलेज न जाकर भी पढ़ाई जारी रखना चाहती हैं.

अगस्त की पहली तारीख से कैंपस फिर होगा गुलजार
दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने बताया कि ए़डमिशन प्रक्रिया के लिए शुरू किया गया सीएसएएस पोर्टल मोबाइल पर भी काम करता है. उन्होंने छात्रों को सुझाव दिया कि वे रजिस्ट्रेशन और विकल्प चयन जैसे जरूरी काम लैपटॉप और डेस्कटॉप पर ही करें, ताकि सभी विकल्प और फीचर्स उन्हें ठीक से दिख सकें और किसी भी गलती से बचा जा सके. कुलपति ने कहा कि सीयूईटी की वजह से दिल्ली यूनिवर्सिटी में अब देश  के अलग-अलग हिस्सों से, खासतौर पर छोटे शहरों और राज्य बोर्डों से पढ़ने वाले छात्रों की संख्या में इजाफा हुआ है. इससे विश्वविद्यालय में विविधता बढ़ी है और सभी को एक समान मौका मिला है. उन्होंने बताया कि डीयू का नया शैक्षिक सत्र 1 अगस्त 2025 से शुरू होगा . 

पीजी कोर्सेस में ज्यादा रजिस्ट्रेशन 
दिल्ली यूनिवर्सिटी के पोस्टग्रेजुएट कोर्सेस को लेकर छात्रों में जबरदस्त जोश देखा ने को मिला है. यूनिवर्सिटी के मुताबिक, इस साल पीजी कोर्सेस में अब तक 53 हजार 609 छात्र रजिस्ट्रेशन कर चुके हैं. जिनमें 23117 लड़के और 30490 लड़कियां और 2 ट्रांसजेंडर शामिल हैं. सिंगल गर्ल चाइल्ड कोटा में कुल पंजीकरण 4 हजार 996 हुए हैं. यह संख्या न केवल डीयू की लोकप्रियता को दिखाती है, बल्कि यह भी बताती है कि देश भर के छात्र डीयू से जुड़ना चाहते हैं. 

डीयू के बीटेक कोर्स को मिला जोरदार रिस्पॉन्स 
दिल्ली यूनिवर्सिटी के बी.टेक कोर्स में इस बार छात्रों का जबरदस्त रुझान देखने को मिला है. कंप्यूटर साइंस इलेक्ट्रॉनिक एंड कम्युनिकेशन और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग जैसे लोकप्रिय कोर्सों  में एडमिशन के लिए 6 हजार 30 छात्रों ने आवेदन किया है. ये  ऐडमिशन जेईई (मेंस) पेपर-1 के स्कोर के आधार पर दिया जा रहे हैं.

पंजीकरण प्रक्रिया के दौरान  4349 लड़कों और 1681 लड़कियों ने भाग लिया. खास बात यह रही कि 195 लड़कियों ने सिंगल गर्ल चाइल्ड कोटा के तहत आवेदन किया, जबकि 4 उम्मीदवारों ने अनाथ कोट के लिए रजिस्ट्रेशन किया है. ये आंकड़े दिखाते हैं कि अब तकनीकी शिक्षा में भी लड़कियों और समाज के वंचित वर्ग सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं. डीयू का बी.टेक प्रोग्राम न केवल गुणवत्ता वाला बल्कि यह शिक्षा की दिशा में भी एक ठोस कदम है.

CUET स्कोर से मिलेगा डीयू में दाखिला 
दिल्ली यूनिवर्सिटी ने ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन को लेकर इस साल कुछ अहम  बदलाव किए हैं. डीन एडमिशन प्रो. गांधी ने बताया कि 18 जून से यूजी ऐडमिशन का पहला चरण शुरू हो चुका है और जैसे ही CUET के नतीजे आएंगे, दूसरा चरण भी प्रारंभ हो जाएगा. डीयू के 69 कॉलेज में इस बार 79 स्नातक प्रोग्राम के लिए 71 हजार 624 सीटें  उपलब्ध हैं. इनमें से BA प्रोग्राम्स के 186 अलग-अलग कॉन्बिनेशन भी शामिल हैं.

इस बार यूनिवर्सिटी ने CUET के विषयों की नई सूची को देखते हुए अपनी एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में बदलाव किया है. अब ज्यादातर कोर्सेस के लिए छात्रों को "एक भाषा + तीन विषय या  दो भाषाएं + दो विषय" में से बेहतर स्कोर वाली कॉबिनेशन पर एडमिशन के चुनना होगा. खास बात यह है कि बीएससी (ऑनर्स) प्रोग्राम्स के लिए अब CUET में भाषा विषय में न्यूनतम 30 प्रतिशत अंक की शर्त को हटा दिया गया है, ताकि ज्यादा छात्रों को मौका मिल सके. DU रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है और उम्मीदवारों को पहले CUET का रोल नंबर, मार्कशीट और पसंदीदा कोर्स की जानकारी देनी होगी.

ऐसे मिलेगी फीस में छूट 
दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग एसओएल ने इस साल पीजी कोर्स में एडमिशन प्रक्रिया को ज्यादा समावेशी  और आसान बना दिया है. निर्देशक प्रो. पायल  मांगो ने बताया कि स्नातकोत्तर में अधिकतर कोर्सेस  में एडमिशन CUET स्कोर के आधार पर होगा. यदि सीट बच जाती है, तो उन्हें मेरिट  से भरा जाएगा. हालांकि एमबीए, बीएलआईएससी, एमएल आईएससी और पीजीडीएडीएलएम जैसे कुछ कोर्स में सीयूईटी की जरूरत नहीं होगी.

इस बार एसओएल ने खेल के लिए भी यूजी पीजी लेवल पर दरवाजे खोल दिए हैं. राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मेडल लाने वाले छात्रों को फीस में छूट और विशेष सहायता दी जाएगी. इसके अलावा, एसओएल ने वित्तीय सहायता  योजनाओं  के तहत कई वर्गों को राहत दी है जैसे दिव्यांग विद्यार्थी (PwBD), अनाथ, ट्रांसजेंडर,सेना और सशास्त्र बलों के बच्चे, विश्वविद्यालय कर्मियों के बच्चे, CGPA 8.5 से अधिक वाली मेधावी छात्राएं और आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS). इस कदम से एसओएल ने न सिर्फ उच्च शिक्षा को और ज्यादा समावेशी बनाया है, बल्कि खेल और प्रतिभा को भी उचित सम्मान दिया है.

विद्यार्थियों के लिए महत्वपूर्ण सलाह
सभी नए और भावी विद्यार्थियों को सतर्क किया जाता है, कि वे किसी भी अफवाह और गैर आधिकारिक वेबसाइट पर भरोसा न करें. ए़डमिशन से जुड़ी हर छोटी-बड़ी जानकारी के लिए केवल डीयू की अधिकारिक वेबसाइट (www.admission.uod.ac.in) और सोशल मीडिया हैंडल को ही देखें. उनकी ओर से भेजे गए सभी ईमेल सिर्फ du.ac.in साथ समाप्त होने वाली ईमेल आईडी वाले ही होते हैं. इसलिए किसी भी अन्य स्रोत से आए ई-मेल या जानकारी से सावधान रहें. विश्वविद्यालय ने छात्रों से अपील की है कि वह समय-समय पर अपनी एडमिशन डैशबोर्ड को चेक करते रहें और सभी जरूरी अपडेट्स पर नजर रखें. यह न केवल आपको सही जानकारी देगा बल्कि गड़बड़ी होने से भी बचाएगी.

दाखिला सहायता केंद्र
एडमिशन शाखा ने छात्रों को एडमिशन प्रक्रिया में कोई दिक्कत न हो, इसके लिए कई सुविधाएं शुरू की है. किसी को फॉर्म भरने या कोई और समस्या हो तो वे 9 टेलीफोन  हेल्पलाइन नंबरों, ई-मेल (ug@admission.du.ac.in, pg@admission.du.ac.in) और चैटबॉट की मदद ले सकते हैं.  इतना ही नहीं, डीयू के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (sol) में भी दो हेल्प सेंटर शुरू किए हैं, जो 22 जून 2025 से सक्रिय होंगे और छात्रों की सहायता करेंगे. 

(इस खबर को पूजा कदम ने लिखा है. वह GNT में इंटर्न हैं)