
फिनलैंड केरल की पढ़ाई मॉडल का मुरीद हो गया है. अब ये देश केरल की रोबोटिक्स की पढ़ाई का मॉडल अपने देश में अपनाने जा रहा है. इसके लिए फिनलैंड फीडबैक ले रहा है. इस देश का डेलिगेशन केरल भेजा गया है. ये डेलिगेशन स्कूलों में घूमकर इस मॉडल को समझ रहा है. आपको बता दें कि केरल के सभी स्कूलों में 2 जून से रोबोटिक्स की पढ़ाई अनिवार्य कर दी गई है.
फिनलैंड अपनाएगा पढ़ाई का केरल मॉडल-
फिनलैंड केरल की रोबोटिक्स की पढ़ाई का मॉडल अपनाने जा रहा है. इसके लिए फिनलैंड ने पूरी तैयारी कर ली है. रोबोटिक्स की पढ़ाई को समझने के लिए फिनलैंड का डेलिगेशन भी केरल आया है और स्कूलों में घूम-घूमकर इसे समझ रहा है. इसको लेकर फीडबैक भी ले रहा है. दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक केरल शिक्षा विभाग के साथ काम करने वाली संस्था केरल इंस्फ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (काइट्स) के सीईओ के. अनवर सादात ने बताया कि पहले केरल की शिक्षा विभाग की टीम फिनलैंड का शिक्षा मॉडल समझने उस देश गई थी. जब फिनलैंड को तकनीकी शिक्षा में केरल की सफलता का पता चला तो वो यहां आए. इसके बाद उन्होंने इसे अपने देश के सभी स्कूलों में अनिवार्य करने की योजना बनाई है.
विशेषज्ञ भी भेजेगा केरल-
फिनलैंड सिर्फ केरल के रोबोटिक्स की पढ़ाई के मॉडल को अपनाने नहीं जा रहा है, बल्कि फिनलैंड के सभी स्कूलों में रोबोटिक्स की थ्योरी के साथ-साथ प्रैक्टिकल की पढ़ाई के लिए केरल ही फिनलैंड को तकनीकी सहायता और विशेषज्ञों की टीम उपलब्ध कराएगा. इसके पहले भी केरल पढ़ाई में फिनलैंड की मदद कर चुका है. केरल ने लिटिल काइट्स मॉडल को फिनलैंड के स्कूलों में शुरू करने में मदद की थी. इसके तहत स्कूलों में एआई, एनिमेशन और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसी तकनीक में बच्चों को माहिर करना था.
रोबोटिक्स-एआई सीख रहे छात्र-
केरल इंस्फ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (काइट्स) के सीईओ के. अनवर सादात ने बताया कि सूबे में रोबोटिक्स मॉडल पूरी तरह से लागू होने से पहले ही कुछ स्कूलों में 10वीं के 15 फीसदी बच्चे रोबोटिक्स-एआई सीख चुके हैं. वे बच्चे ज्यादा प्रॉब्लम सॉल्विंग और क्रिटिकल अप्रोच वाले हो गए हैं. अब केरल में 10वीं के सभी 4.3 लाख छात्र रोबोटिक्स पढ़ेंगे.
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