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Aligarh Muslim University New Rules: अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों के लिए जारी हुए नए नियम

AMU ने निर्देश जारी किया है कि यूनिवर्सिटी के पास जो भी प्रपोजल फॉरेन रिसर्च स्कॉलर के हैं वह पहले विदेश मंत्रालय को देने होंगे. वहां से उनकी मीटिंग कराई जाएगी और जब वहां से क्लियर हो जाएगा तब उनके एडमिशन लिए जाएंगे.

Aligarh Muslim University Aligarh Muslim University
हाइलाइट्स
  • विदेशी छात्रों के लिए जारी हुए नए नियम

  • एडमिशन से पहले करना होगा ये काम

विश्व विख्यात अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले विदेशी छात्रों के लिए अब नए नियम लागू कर दिए गए हैं. दरअसल, विदेश मंत्रालय की ओर से विश्वविद्यालय को निर्देश जारी किए गए हैं कि जितने भी विदेशी छात्र विश्वविद्यालय में एडमिशन लेना चाहते हैं, उनके दाखिले से पहले विदेश मंत्रालय से मंजूरी लेना आवश्यक होगा. इसके बाद ही विदेशी छात्र विश्वविद्यालय में दाखिला ले सकेंगे. मंत्रालय ने इसके लिए यूनिवर्सिटी को पत्र भी भेजा है.

इससे पहले विदेशी छात्रों को AMU में रिसर्च करने के लिए प्रस्ताव देना पड़ता था जिसको AMU अपने स्तर से ही मंजूरी देता था और उसके बाद विदेशी छात्र एडमिशन लेते थे लेकिन अब विदेश मंत्रालय के पत्र के बाद सभी विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों के लिए नया नियम बन गया है.

पहले नहीं था ऐसा

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर सय्यद अली नवाज जैदी ने बताया कि पहले तो यह था कि जो बच्चे फॉरेन एडमिशन के लिए हमारे यहां आ रहे थे उनको सरकार से किसी तरह के कोई क्लीयरेंस की जरूरत नहीं होती थी. उनके रिसर्च प्रपोजल को ही मंजूरी मिल जाती थी. लेकिन अब नियमों में बदलाव हुए हैं. 6 जनवरी 2024 को एक लेटर शिक्षा मंत्रालय से हमारे पास आया है. उसमें निर्देश दिया गया है कि यूनिवर्सिटी के पास जो भी प्रपोजल फॉरेन रिसर्च स्कॉलर के हैं वह पहले मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर को देने होंगे. वहां से उनकी मीटिंग कराई जाएगी और जब वहां से क्लियर हो जाएगा तब उनके एडमिशन लिए जाएंगे.  

प्रक्रिया की बात करें, तो पहले यूनिवर्सिटी की जो अपनी डिपार्टमेंटल रिसर्च कमेटी बनी हुई है वहां से क्लीयरेंस होगा और फिर वह उसके बाद कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन के पास आएगा. इसके बाद वहां से क्लीयरेंस को एडवाइजर फॉरेन स्टूडेंट को भेजेंगे. इसके बाद मंत्रालय का जो क्लीयरेंस आएगा उसके हिसाब से बच्चों का एडमिशन होाग. जब तक वहां से पास नहीं होगा तबतक किसी भी छात्र को एडमिशन कंफर्म नहीं होगा. 

यूनिवर्सिटी ने कर दिया है मंजूर

मंजूरी को लेकर डिप्टी प्रॉक्टर प्रोफेसर सय्यद अली नवाज कहते हैं कि यूनिवर्सिटी ने इसको अप्रूव कर दिया है. अब इसे लागू किया जाएगा. यह सभी एडमिशन के लिए होगा. जो भी विदेशी छात्र एडमिशन लेंगे उनका प्रपोजल पहले यूनिवर्सिटी अपनी स्क्रीन कमेटी से निकालेगी और फिर उसके बाद मंत्रालय भेजा जाएगा. इस वक्त करीब ढाई सौ के आसपास विदेशी छात्र हैं. अभी पीएचडी के एडमिशन चल रहे हैं.

(शिवम सारस्वत की रिपोर्ट)