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SSC Exam Papers 2025: सोशल मीडिया पर पेपर शेयर किया तो जा सकते हैं जेल! आयोग ने दी कड़ी चेतावनी

सोचिए, सिर्फ व्हाट्सएप ग्रुप पर पेपर शेयर करने या यूट्यूब पर एनालिसिस डालने से आपको 5 साल तक की जेल और लाखों का जुर्माना भरना पड़े- क्या यह रिस्क लेना सही होगा? तो याद रखिए- SSC परीक्षा पेपर ऑनलाइन शेयर करना मतलब अपने करियर को खुद बर्बाद करना.

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क्या आप भी SSC परीक्षा के पेपर ऑनलाइन शेयर करने या सोशल मीडिया पर उनके बारे में चर्चा करने की सोच रहे हैं? अगर हां, तो संभल जाइए! क्योंकि अब ऐसा करना सीधे-सीधे आपको जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा सकता है.

स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) ने इस बार बेहद सख्त रूख अपनाया है. आयोग ने साफ कहा है कि परीक्षा के दौरान या उसके बाद प्रश्न पत्र की कोई भी जानकारी साझा करना, एनालिसिस करना या सोशल मीडिया पर अपलोड करना कानूनन अपराध है. और यह अपराध इतना गंभीर है कि आपको न केवल जेल की सजा मिल सकती है बल्कि लाखों रुपये का जुर्माना भी भरना पड़ सकता है.

नया कानून और बड़ी सजा!
SSC ने अपने आधिकारिक नोटिस में साफ किया कि इस तरह की गतिविधियां पब्लिक एग्जामिनेशन (प्रिवेंशन ऑफ अनफेयर मीन्स) एक्ट, 2024 (PEA Act, 2024) के तहत आती हैं. इस कानून के प्रावधान बेहद सख्त हैं-

  1. धारा 3- Unfair Means: पेपर लीक करना, एक्सेस करना, शेयर करना, यहां तक कि उसके कुछ हिस्से को भी बिना अनुमति के डिस्क्लोज करना अपराध है.
  2. धारा 9- Offences की प्रकृति: इस एक्ट के सभी अपराध cognisable, non-bailable और non-compoundable माने जाएंगे. यानी पुलिस बिना वारंट गिरफ्तार कर सकती है और जमानत मिलना आसान नहीं होगा.
  3. धारा 10- सजा:
  • व्यक्तिगत व्यक्ति: 3 से 5 साल की जेल और ₹10 लाख तक जुर्माना.
  • संस्थान/सर्विस प्रोवाइडर्स: ₹1 करोड़ तक जुर्माना, भविष्य की परीक्षाओं से बैन और लागत वसूली.
  • संगठित अपराध: 5 से 10 साल की जेल और कम से कम ₹1 करोड़ का जुर्माना.

यानी अगर कोई उम्मीदवार या यूट्यूबर परीक्षा के तुरंत बाद पेपर एनालिसिस डालता है, या व्हाट्सएप-टेलीग्राम ग्रुप में क्वेश्चन पेपर शेयर करता है, तो सीधे जेल की हवा खानी पड़ सकती है.

सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स पर खास नजर
SSC ने विशेष रूप से कंटेंट क्रिएटर्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को चेतावनी दी है. यूट्यूब, फेसबुक, टेलीग्राम या इंस्टाग्राम पर पेपर से जुड़ी कोई भी चर्चा, एनालिसिस वीडियो या पोस्ट अब बैन श्रेणी में आता है.

आयोग का कहना है, “कोई भी व्यक्ति या प्लेटफॉर्म इस तरह की गतिविधि करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसमें PEA Act के साथ-साथ अन्य लागू कानून भी लगाए जा सकते हैं.”

उम्मीदवारों से अपील
SSC ने उम्मीदवारों और अन्य स्टेकहोल्डर्स से अपील की है कि वे परीक्षा की पवित्रता (sanctity) को बनाए रखने में सहयोग करें. पेपर से जुड़ा कोई भी प्रतिबंधित कंटेंट शेयर करने से बचें और दूसरों को भी रोकें.

क्यों जरूरी है ये सख्ती?
दरअसल, पिछले कुछ वर्षों में बार-बार एग्जाम पेपर लीक और गलत गतिविधियों की खबरें सामने आईं. इससे न केवल छात्रों का भविष्य खतरे में पड़ता है बल्कि देश की सबसे बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं की साख भी दांव पर लगती है. यही वजह है कि सरकार ने 2024 में PEA Act लाकर पेपर लीक गैंग और इस तरह की ऑनलाइन गतिविधियों पर नकेल कस दी.

एक गलती, और जिंदगी बर्बाद
सोचिए, सिर्फ व्हाट्सएप ग्रुप पर पेपर शेयर करने या यूट्यूब पर एनालिसिस डालने से आपको 5 साल तक की जेल और लाखों का जुर्माना भरना पड़े- क्या यह रिस्क लेना सही होगा?

तो याद रखिए- SSC परीक्षा पेपर ऑनलाइन शेयर करना मतलब अपने करियर को खुद बर्बाद करना.

अगली बार अगर आपके पास कोई पेपर, क्वेश्चन या आंसर की पहुंचे, तो उसे तुरंत नजरअंदाज कर दें. यह आपकी पढ़ाई, करियर और जिंदगी तीनों को सुरक्षित रखने का सबसे आसान तरीका है.