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Bihar Lok Sabha Election Phase 7: उपेंद्र कुशवाहा-पवन सिंह और मीसा भारती-रविशंकर प्रसाद में जोरदार लड़ाई, सातवें चरण में बिहार की 8 सीटों पर वोटिंग, जानें किस सीट से और कौन ठोक रहे ताल

Bihar Lok Sabha Chunav: सातवें और आखिरी चरण में बिहार की आठ सीटों पर चुनाव होने हैं. इनमें कुछ सीटें ऐसी हैं जो बीजेपी के लिए नाक का सवाल हैं, तो वहीं कुछ पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी की पार्टी आरजेडी और कांग्रेस की साख दांव पर लगी है. आइए जानते हैं किस सीट पर और किनके बीच है जोरदार लड़ाई.

 Lok Sabha Election 2024 (File Photo: PTI) Lok Sabha Election 2024 (File Photo: PTI)
हाइलाइट्स
  • सातवें चरण में 1 जून को होना है मतदान

  • केंद्रीय मंत्री आरके सिंह समेत तीन पूर्व मंत्रियों की किस्मत दांव पर

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) अब आखिरी चरण में पहुंच गया है. छठे चरण का चुनाव खत्म हो चुका है. अब सिर्फ सातवें चरण की वोटिंग 1 जून 2024 को होनी है. इस फेज में बिहार की 8 सीटों पर मतदान होना है.

राज्य की अधिकतर लोकसभा सीटों पर एनडीए (NDA) और इंडिया गठबंधन (India Alliance) के उम्मीदवारों के बीच सीधी टक्कर है, लेकिन कुछ सीटों पर निर्दलीय प्रत्याशियों ने चुनावी मैदान में उतरकर मुकाबला त्रिकोणीय बना दिया है. कुछ सीटें ऐसी हैं जो बीजेपी के लिए नाक का सवाल हैं, तो वहीं कुछ पर लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी की पार्टी आरजेडी (RJD) और कांग्रेस (Congress) की साख दांव पर लगी है. 

इन सीटों पर होने हैं चुनाव
सातवें चरण में बिहार की जिन लोकसभा सीटों पर चुनाव होने हैं उनमें सासाराम लोकसभा सीट, काराकाट, बक्सर, आरा, पाटलिपुत्र, पटना साहिब, नालंदा और जहानाबाद सीटें शामिल हैं. इस फेज में केंद्रीय मंत्री आरके सिंह समेत तीन पूर्व मंत्रियों उपेंद्र कुशवाहा, रविशंकर प्रसाद और रामकृपाल यादव की किस्मत दांव पर लगी है. आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद की बड़ी बेटी मीसा भारती भी पाटलिपुत्र सीट से लगातार तीसरी बार चुनाव लड़ रही हैं. इसके अलावा काराकाट से भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में हैं. इन वजहों से बिहार में सातवें चरण के चुनाव पर पूरे देश की नजर है.

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1. आरा 
इस लोकसभा सीट से केंद्रीय मंत्री और बीजेपी उम्मीदवार राजकुमार सिंह यानी आरके सिंह (RK Singh) तीसरी बार चुनावी मैदान में हैं. पिछले दो लोकसभा चुनावों से वह कमल खिला रहे हैं. इस बार आरके सिंह को टक्कर देने के लिए महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने सुदामा प्रसाद को अपना उम्मीदवार बनाया है. लोकसभा चुनाव 2019 में आरके सिंह ने भाकपा माले के उम्मीदवार राजू यादव को 1.47 लाख वोटों से हराया था. इस बार आरके सिंह के सामने जीत की हैट्रिक लगाने की चुनौती है.

2. काराकाट
इस लोकसभा सीट से एनडीए उम्मीदवार के तौर पर पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) चुनावी मैदान में हैं. उधर, महागठबंधन में शामिल भाकपा माले ने राजाराम सिंह कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है. पहले माना जाता था कि इन दोनों में ही सीधा मुकाबला होगा.

भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार पवन सिंह (Pawan Singh) ने बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर काराकाट लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का फैसला कर यहां मुकाबला त्रिकोणीय और कांटे का कर दिया है. चुनाव से पहले ही इस सीट की चर्चा पूरे देश में हो रही है. पवन सिंह जोर-शोर से प्रचार करने में जुटे हैं. लोकसभा चुनाव 2019 में काराकट लोकसभा सीट से जदयू के महाबली सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा को हराया था. उस समय उपेंद्र कुशवाहा महागठबंधन के हिस्सा थे. 

3. सासाराम 
पूर्वी बिहार की महत्वपूर्ण लोकसभा सीट सासाराम (Sasaram) अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. इस लोकसभा सीट से इस बार बीजेपी उम्मीदवार शिवेश राम की लड़ाई कांग्रेस के मनोज कुमार से है. लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में इस सीट से बीजेपी के छेदी पासवान ने जीत दर्ज की थी. हालांकि इस बार बीजेपी ने मौजूदा सांसद छेदी पासवान को टिकट काट दिया है. 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी कैंडिडेट छेदी पासवान ने कांग्रेस उम्मीदवार मीरा कुमार को हराया था. 

4. बक्सर
इस लोकसभा सीट पर वैसे तो बीजेपी उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी और आरजेडी के पूर्व मंत्री सुधाकर सिंह के बीच जोरदार लड़ाई है. लेकिन निर्दलीय चुनावी मैदान में कूदे बिहार के पूर्व मंत्री ददन पहलवान, आनंद मिश्रा और बसपा प्रत्याशी अनिल कुमार ने मुकाबला रोचक कर दिया है. पिछले दो चुनावों में बक्सर लोकसभा सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे विजयी हुए थे. लेकिन इस बार भारतीय जनता पार्टी ने उनकी जगह मिथिलेश तिवारी पर भरोसा जताया है.

मिथिलेश तिवारी के सामने भाजपा के आधार वोटों को एकजुट रखने की चुनौती है. पूर्व आईपीएस आनंद मिश्रा, जो ब्राह्मण समाज से हैं और स्थानीय जनता में प्रभाव रखते हैं, निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर कर भाजपा के आधार वोटों में सेंध लगाने में जुटे हैं. कमोबेश यही चुनौतियां राजद उम्मीदवार सुधाकर सिंह के सामने है, जिन्हें निर्दलीय ददन पहलवान के लड़ाई में आने से राजद के आधार वोटों में टूट का खतरा है.

5. जहानाबाद
जहानाबाद लोकसभा सीट इस बार एनडीए गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जदयू के खाते में गई है. जदयू (JDU) ने यहां से वर्तमान सांसद चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी (Chandreshwar Prasad Chandravanshi) को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है. उधर, इंडिया अलायंस की तरफ से यह सीट लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी राजद (RJD) के खाते में गई है.

राजद ने यहां से डॉ. सुरेंद्र प्रसाद (Dr. Surendra Prasad) को अपना उम्मीदवार बनाया है. पिछले कुछ लोकसभा चुनावों से राजद और जदयू में ही जंग देखने को मिलती है. लोकसभा चुनाव 2019 में चंद्रवंशी ने 1700 मतों के अंतर से सुरेंद्र यादव को हराया था. इस बार पूर्व सांसद अरुण कुमार भी बसपा के टिकट पर चुनावी मैदान में हैं.

6. नालंदा
यह लोकसभा सीट इस बार भी बंटवारे के तहत एनडीए से जुड़ी जदयू के खाते में गई है. यहां से जदयू ने मौजूदा सांसद कौशलेंद्र कुमार (Kaushalendra Kumar) पर ही अपना भरोसा जताया है. वह यहां से तीन बार लगातार चुनाव जीत चुके हैं. इस बार लगातार चौथी बार विजय पताका फहराने के लिए जोर लगा रहे हैं. उधर, इंडिया गठबंधन के तहत यह सीट भाकपा माले के खाते में है. यहां से CPIML ने संदीप सौरभ (Sandeep Saurabh) को अपना उम्मीदवार बनाया है.

7. पाटलिपुत्र
इस लोकसभा सीट से बीजेपी ने एक बार फिर वर्तमान सांसद रामकृपाल यादव (Ramkripal Yadav) को चुनावी मैदान में उतारा है. रामकृपाल यादव हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं. उधर, इंडिया अलायंस की तरफ से यह सीट राजद के खाते में है. यहां से लालू यादव की बड़ी बेटी मीसा भारती (Misa Bharti) एक बार फिर अपनी किस्मत आजमा रही हैं. लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में के चुनाव में पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से मीसा भारती को रामकृपाल हरा चुके हैं. 

8. पटना साहिब 
इस लोकसभा सीट से बीजेपी ने मौजूदा सांसद रविशंकर प्रसाद को ही अपना उम्मीदवार बनाया है. वह जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में हैं. पिछली बार उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार शुत्रघ्न सिन्हा को हराया था. इस बार उनका सामना पूर्व लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के पुत्र कांग्रेस उम्मीदवार अंशुल अविजीत से है.