Voting (Photo/PTI)
Voting (Photo/PTI) दिल्ली में लोकसभा चुनाव की वोटिंग को महज 2 दिन का वक्त रह गया है. लेकिन दूसरी तरफ भीषण गर्मी भी पड़ रही है. ऐसे में मतदान केंद्र पर मतदाताओं के लिए चुनाव आयोग की तरफ से विशेष इंतजाम के दिशा निर्देश दिए गए हैं. वेस्ट जिले की डीएम डॉक्टर किन्नी सिंह ने चुनाव की तैयारी पर बोलते हुए कहा कि इस चुनाव में लोगों को धूप से बचने के लिए शेड के इंतजाम के साथ-साथ वोटिंग सेंटर पर कूलर भी लगाए जाएंगे. इसके अलावा पानी का इंतजाम भी विशेष तौर पर किया गया है ताकि किसी भी मतदाता को किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो.
पैरामेडिकल स्टाफ और दो आंगनवाड़ी वर्कर भी रहेंगे
पश्चिमी दिल्ली में कुल 433 लोकेशंस पर दो पैरामेडिकल स्टाफ और दो आंगनवाड़ी वर्कर क्रेच के लिए तैनात की गई है. साथ ही दिव्यांग और बुजुर्ग वोटरों के लिए वोट डालने आने और वोट डालकर जाने के लिए पिक एंड ड्रॉप की सुविधा भी बिल्कुल मुफ्त रखी गई है. इसकी बुकिंग वह सक्षम ऐप के माध्यम से कर सकते हैं. उन लोगों के लिए बूथ पर अलग से लाइन होगी, जिसमें लगकर हुए वोट डाल सकते हैं. साथ ही बूथ पर व्हीलचेयर और उनकी मदद के लिए वॉलिंटियर्स भी तैनात रहेंगे.
कई योजनाएं भी चलाई जा रही हैं
जिले की डीएम किन्नी सिंह ने यह भी बताया कि वह वोट के प्रति लोगों में दिलचस्पी जगाने के लिए पश्चिम एमडी जॉन और नजफगढ़ एमसीडी जॉन ने डीएम कार्यालय के साथ मिलकर वोटिंग वाले दिन और उसके अगले दिन एक योजना चलाई है. इस योजना के तहत इस इलाके में आने वाले अधिकतर फूड आउटलेट्स रेस्टोरेंट में मतदान करने वाले लोगों को 10 से 20 फीसदी की छूट मिलेगी.
10 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं
बता दें वेस्ट दिल्ली लोकसभा इलाके में 10 आदर्श मतदान केंद्र बनाए गए हैं. वेस्ट दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 25 लाख 87 हजार के करीब है. इसमें से 13 लाख 70 हजार के करीब पुरुष मतदाता हैं और 12 लाख 17 हजार के करीब महिलाएं हैं. वहीं युवा वोटरों की संख्या लगभग 45000 है. यह युवा नए वोटर हैं जिनकी उम्र 18 से 19 साल के बीच है. जबकि पश्चिमी लोकसभा क्षेत्र में कुल दिव्यांग वोटरों की संख्या लगभग 13000 है. और 80 साल से अधिक उम्र के बुजुर्ग वोटरों की संख्या लगभग 40000 है. नए वोटरों की संख्या भी सबसे अधिक पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में ही है और इसमें भी सबसे अधिक संख्या लड़कियों की है.
उन्होंने बताया कि कुल पोलिंग स्टेशन की संख्या वेस्ट जिले में 2283 है. जिसमें से 338 संवेदनशील और अतिसंवेदनशील की कैटेगरी में आते हैं. अब उम्मीद लगाई जा रही है कि जिस तरह से चुनाव आयोग ने मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए हैं, उसके बाद इस बार के चुनाव में वोटिंग प्रतिशत भी बढ़े.
(मनोरंजन कुमार की रिपोर्ट)