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Modi Cabinet: कोई पूर्व CM तो कोई समुदाय का ताकतवर चेहरा... कैबिनेट में शामिल यूपी के इन 10 मंत्रियों के बारे में जानिए

आम चुनाव में उत्तर प्रदेश में NDA को 36 सीटें मिली हैं. लेकिन पिछली बार की तरह इस बार भी मोदी कैबिनेट में उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा मंत्रियों को शामिल किया गया है. इस बार कैबिनेट में यूपी से 10 मंत्री शामिल हैं. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, जितिन प्रसाद, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी जैसे दिग्गज लीडर शामिल हैं.

PM Modi, Rajnath Singh and Anupriya Patel (Photo/PTI) PM Modi, Rajnath Singh and Anupriya Patel (Photo/PTI)

प्रधानमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने तीसरी बार शपथ ली. उनके साथ 71 मंत्रियों ने भी पद और गोपनीयता की शपथ ली.भले ही इस बार यूपी में बीजेपी की सीटें कम हो गई हैं. लेकिन पिछली बार तरह से इस बार भी मोदी कैबिनेट में उत्तर प्रदेश का दबदबा बरकरार है. हालांकि इस बार सूबे के मंत्रियों की संख्या कम हो गई है. कैबिनेट में इस बार 10 मंत्री शामिल हैं. इसमें राजनाथ सिंह जैसे सीनियर मंत्री से लेकर जयंत चौधरी जैसे युवा मंत्री तक शामिल हैं.

यूपी से किस जाति के कितने मंत्री-
नरेंद्र मोदी की तीसरी कैबिनेट में उत्तर प्रदेश से 10 मंत्री शामिल किए गए हैं. इसमें 5 ओबीसी, 3 जनरल और 2 दलित मंत्री शामिल हैं. ओबीसी समुदाय से आने वाले मंत्रियों में जयंत चौधरी, पंकज चौधरी, अनुप्रिया पटेल और बीएल वर्मा शामिल हैं. इसमें जयंत चौधरी जाट, पंकज चौधरी और अनुप्रिया पटेल कुर्मी और बीएल वर्मा लोध समुदाय से आते हैं.

दलित समुदा से 2 मंत्रियों को जगह मिली है. इसमें कमलेश पासवान और एसपी सिंह बघेल शामिल हैं. जबकि सूबे से 3 सवर्णों में को कैबिनेट में जगह मिली है. इसमें राजपूत समाज से आने वाले राजनाथ सिंह और कीर्तिवर्धन सिंह शामिल हैं तो ब्राह्मण समुदाय से आने वाले जितिन प्रसाद भी शामिल हैं.

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सूबे के किस क्षेत्र से कौन मंत्री-
मोदी कैबिनेट में उत्तर प्रदेश के क्षेत्रीय समीकरण को भी साधने की कोशिश की गई है. पश्चिमी यूपी से सबसे ज्यादा 4 मंत्रियों को कैबिनेट में जगह मिली है. जबकि पूर्वांचल इलाके से 3 मंत्री और अवध क्षेत्र से आने वाले 2 मंत्रियों को मंत्रिमंडल में जगह दी गई है. अवध क्षेत्र से राजनाथ सिंह और कीर्ति वर्धन सिंह को मौका मिला है.

राजनाथ सिंह-
राजनाथ सिंह को तीसरी बार मोदी कैबिनेट में जगह मिली है. उन्होंने कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली है. इससे पहले मोदी सरकार में राजनाथ सिंह गृह मंत्री और रक्षा मंत्री रह चुके हैं. राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वो अटल बिहारी सरकार में भी मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने साल 1971 में सियासी पारी की शुरुआत की थी और साल 1977 में पहली बार विधायक चुने गए थे. जब वो यूपी के शिक्षा मंत्री थे तो चर्चित फैसले लिए थे. फिलहाल राजनाथ सिंह लखनऊ से सांसद हैं.

जितिन प्रसाद-
जितिन प्रसाद को मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया है. वो पीलीभीत से सांसद चुने गए हैं. वरुण गांधी का टिकट काटकर पार्टी ने उनको उम्मीदवार बनाया था. इससे पहले जितिन प्रसाद कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे थे. साल 2004 में वो पहली बार सांसद चुने गए थे. साल 2009 में धौरहरा सीट से सांसद चुने गए. लेकिन साल 2014 आम चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था. उनके पिता जितेंद्र प्रसाद था. वो कांग्रेस के बड़े लीडर थे.

कीर्ति वर्धन सिंह-
कीर्ति वर्धन सिंह को राज्य मंत्री बनाया गया है. वो यूपी के गोंडा सीट से सांसद हैं. इस आम चुनाव में उन्होंने जीत की हैट्रिक लगाई है. उनको पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया है. उन्होंने साल 1998 में समाजवादी पार्टी से सियासी पारी की शुरुआत की थी. कीर्ति वर्धन सिंह ने पहली बार बीजेपी उम्मीदवार बृजभूषण शरण सिंह को हराया था. कीर्ति वर्धन गोंडा से 4 बार सांसद रहे हैं. उनके क्षेत्र में लोग उनको राजा भैया के नाम से जानते हैं.

अनुप्रिया पटेल-
अनुप्रिया पटेल को तीसरी बार मोदी कैबिनेट में बतौर राज्य मंत्री शामिल किया गया है. इससे पहले साल 2014 और साल 2019 में भी वो मोदी कैबिनेट में रही हैं. अनुप्रिया पटेल मिर्जापुर से सांसद हैं. अनुप्रिया अपना दल (एस) की प्रमुख हैं. अनुप्रिया पटेल सूबे की सियासत में एक युवा महिला चेहरा हैं. अनुप्रिया पटेल सोनेलाल पटेल की बेटी हैं.

पंकज चौधरी-
उत्तर प्रदेश के महाराजगंज लोकसभा सीट से बीजेपी के सांसद पंकज चौधरी को भी मोदी कैबिनेट में जगह दी गई है. उन्होंने 7वीं बार लोकसभा का चुनाव जीता है. वो पिछली सरकार में मंत्री मंत्री थे. वो साल 1991 आम चुनाव में पहली बार महाराजगंज से सांसद चुने गए थे. कुर्मी वोट बैंक पर पंकज चौधरी की मजबूत पकड़ मानी जाती है. उन्होंने गोरखपुर विश्व विद्यालय से पढ़ाई की है.

जयंत चौधरी-
आरएलडी के मुखिया और राज्यसभा सांसद जयंत चौधरी को मोदी कैबिनेट में बतौर स्वतंत्र प्रभार मंत्री शामिल किया गया है. जयंत चौधरी पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पोते हैं. हाल ही में मोदी सरकार ने चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न से सम्मानित किया था. उसके बाद जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हुए थे. जयंत चौधरी पहली बार केंद्र सरकार में मंत्री बने हैं.

कमलेश पासवान-
बांसगांव से बीजेपी सांसद कमलेश पासवान को मोदी कैबिनेट में बतौर राज्य मंत्री शामिल किया गया है. पासवान इस सीट से चौथी बार सांसद चुने गए हैं. उन्होंने साल 2009 में पहली बार इस सीट से सांसद चुने गए थे. उसके बाद से लगातार जीत हासिल कर रहे हैं. कमलेश ने गोरखपुर यूनिवर्सिटी से राजनीति विज्ञान से पोस्ट ग्रेजुएशन किया है. कमलेश पासवान के छोटे भाई डॉ. विमलेश भी बीजेपी विधायक हैं.

एसपी सिंह बघेल-
यूपी के आगरा लोकसभा सीट से सांसद चुने गए सत्य प्रकाश सिंह बघेल को राज्य मंत्री के तौर पर कैबिनेट में शामिल किया गया है. बघेल को लगातार दूसरी बार मोदी कैबिनेट में जगह मिली है. एसपी सिंह बघेल को मुलायम सिंह यादव सियासत में लाए थे. वो यूपी पुलिस में दारोगा थे. एक समय वो मुलायम सिंह के सुरक्षा दस्ते में शामिल थे. एसपी सिंह बघेल पहली बार साल 1998 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर जलेसर से सांसद चुने गए थे.

बीएल वर्मा-
यूपी के बदायूं सीट से हारने के बाद भी राज्यसभा सांसद बनवारी लाल वर्मा को मोदी कैबिनेट में जगह दी गई है. बीएल वर्मा ने आज तक कोई चुनाव नहीं लड़ा है. लेकिन वो पिछली सरकार में भी मंत्री रहे थे. वर्मा साल 1979 में आरएसएस से जुड़े थे. साल 1980 में उनको बीजेपी की सदस्यता दिलाई गई और जिला कमेटी का सदस्य बनाया गया. साल 1984 में बीजेपी जिला युवा कमेटी के महामंत्री बनाए गए. साल 1996 में बीजेपी प्रदेश युवा मोर्चा के प्रदेश मंत्री बनाए गए. साल 2009 में बीएल वर्मा कल्याण सिंह के साथ बीजेपी से अलग हो गए थे. इसके अलावा उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद हरदीप पुरी को मोदी कैबिनेट में शामिल किया गया है.

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