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Annu Kapoor Birthday: दो पत्नियों के बीच कुछ यूं उलझी अन्नु कपूर की जिंदगी...कभी चाय और चूरन के नोट बेचकर चलाते थे घर खर्च

अन्नु का जन्म 20 फरवरी, 1956 को भोपाल में हुआ था. उन्होंने 1983 में फिल्म 'मंडी' से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की थी. उनके पिता मदन लाल एक थिएटर कंपनी चलाते थे. शुरुआत से ही अन्नु कपूर की पढ़ाई डिस्टर्ब रही. अन्नु एक सर्जन बनना चाहते थे, लेकिन परिवार की आर्थिक तंगी की वजह से उन्हें काम भी करना पड़ा. उनकी मां 40 रुपये प्रति माह की सेलरी पर एक निजी स्कूल में टीचर की नौकरी करती थीं. पिता की नाटक कंपनी से कोई विशेष आय नहीं होती थी.

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हाइलाइट्स
  • 23 साल की उम्र में निभाया 70 साल के बुजुर्ग का किरदार

  • अन्नु का असली नाम अनिल कपूर है

अन्नु का जन्म 20 फरवरी, 1956 को भोपाल में हुआ था. उन्होंने 1983 में फिल्म 'मंडी' से अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत की. उनके पिता मदन लाल एक थिएटर कंपनी चलाते थे. शुरुआत से ही अन्नु कपूर की पढ़ाई डिस्टर्ब रही. अन्नु एक सर्जन बनना चाहते थे, लेकिन परिवार की आर्थिक तंगी की वजह से उन्हें काम भी करना पड़ा. 10वीं की पढ़ाई के साथ उन्हें जो भी काम मिला करने लगे ताकि वो भी अपने माता-पिता की मदद कर सकें. 

उनकी मां 40 रुपये  प्रति माह की सेलरी पर एक निजी स्कूल में टीचर की नौकरी करती थीं. पिता की नाटक कंपनी से कोई विशेष आय नहीं होती थी. माता-पिता की मदद के लिए छोटे अन्नु कपूर ने चाय से लेकर चूरन वाले नोट सब कुछ बेचे और नाटक कंपनी में भी अभिनय करने लगे. उनकी थिएटर में दिलचस्पी देखकर उनके पिता ने उन्हें दिल्ली के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में पढ़ने की सलाह दी. अन्नु ने पढ़ाई पूरी की और वहां दाखिले की अर्जी लगा दी.

अन्नु का असली नाम अनिल कपूर है
अन्नु कपूर का असली नाम अनिल कपूर है, जो पहले से एक स्थापित एक्टर थे. इस वजह से अन्नु कपूर को अपना नाम बदलना पड़ा. दोनों ने 'चमेली की शादी' और 'तेजाब' जैसी फिल्मों में साथ काम किया है. 

23 साल की उम्र में निभाया 70 साल के बुजुर्ग का किरदार
अन्नू कपूर साल 1982 में मुंबई पहुंचे. उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत उस दौर के मशहूर फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल की फिल्म 'मंडी' से साल 1983 में की थी. इस फिल्म में अन्नू कपूर ने डॉक्टर की भूमिका निभाई थी. उन्होंने 23 साल की उम्र में 70 साल के बुजुर्ग शख्स का किरदार निभाया था. उनके इस किरदार से श्याम बेनेगल काफी प्रभावित हुए, जिसके बाद उन्होंने अन्नू को अपनी फिल्म मंडी में कास्ट करने का मन बनाया था. श्याम बेनेगल ने पत्र लिखकर अन्नु कपूर को मिलने के लिए बुलाया. 

शादीशुदा जिंदगी में आए कई ट्विस्ट
अन्नु कपूर ने 1992 में अमेरिकन नागरिक अनुपमा कपूर से शादी की थी. 17 साल साथ रहने के बाद साल 1993 में दोनों का तलाक हो गया. इसके बाद टीवी शो अंताक्षरी के सेट पर अन्नु कपूर और अरुणिता कपूर का अफेयर शुरू हुआ और साल 1995 में दोनों ने शादी कर ली. 2001 में उनकी बेटी अराधिता हुई. इसी बीच अन्नू कपूर और उनकी पहली पत्नी अनुपमा के बीच प्यार फिर से पनपने लगा. अन्नु दूसरी पत्नी से छुपकर उनसे मिलने जाते थे. जब ये सारी बातें पता चलीं, तो उन्होंने अन्नू से अलग होने की सोची. इसके बाद अन्नु और अरुणिता ने तलाक ले लिया. फिर साल 2008 में अन्नू ने एक बार फिर अपनी पहली पत्नी अनुपमा से शादी कर ली. अनुपमा और अन्नू के 3 बेटे इवाम, माहिर और कवान हैं.

इन शोज़ की वजह से किया जाता है याद
अपने 30 साल के करियर में उन्होंने कई हिंदी फिल्मों और टीवी सीरियलों में भी काम किया. वर्ष 2012 में उन्हें फिल्म 'विक्की डोनर' में डॉ चड्ढा के किरदार के लिए फिल्मफेयर और नेशनल अवार्ड भी मिला. उन्होंने एंकरिंग में भी हाथ आजमाया. 90 के दशक में उनके द्वारा एंकर किए शो 'अंताक्षरी' और 'मेरी आवाज सुनों' का खूब नाम था. इन शोज़ को आज भी याद किया जाता है. एफएम रेडियो पर उन्होंने 'सुहान सफर विद अन्नू कपूर' होस्ट करके उसे रेडियो का सबसे चर्चित शो बनाया.

हर किरदार में जमे अन्नु
अन्नु ने हर तरह के रोल में छाप छोड़ी. चाहें वो 80 के दशक की फिल्में हो या अभी के जमाने की उनके अभिनय में अभी भी वही ताजगी है. इसका सबसे अच्छा उदाहरण आप ले सकते हैं फिल्म 'ड्रीम गर्ल' से जिसमें अन्नु कपूर ने आयुष्मान के पिता का किरदार निभाया था. इस रोल के लिए अन्नु को खूब तारीफ भी मिली.