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HAPPY BIRTHDAY RAJNIKANTH: कुली, बढ़ई और बस कंडक्टर से लेकर सुपरस्टार तक, ऐसे सफलता की बुलंदियों को छूते चले गए रजनीकांत

सिगरेट को फ्लिप करने का अंदाज हो या सिक्का उछालने का अलग स्टाइल, चश्मा पहनने से लेकर हंसने का अलग अंदाज, ऐसा करने वाले एक्टर रजनीकांत आज अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं. सिनेमा के पर्दे पर ही नहीं असल जिंदगी में हर किरदार को जीने वाले सुपरस्टार रजनीकांत के संघर्ष की एक लंबी दास्तां है लेकन जज्बा और जुनून इतना कि बस इसके दम पर सफलता की बुलंदियों को छूते चले गए.

सुपरस्टार रजनीकांत सुपरस्टार रजनीकांत
हाइलाइट्स
  • रजनीकांत ने कुली, बढ़ई और कंडक्टर का भी काम किया

  • दोस्त की एक सलाह से बदली रजनीकांत की जिंदगी

  • 1980 आते-आते सुपरस्टार बन गए थे रजनीकांत

सिनेमा के पर्दे पर ही नहीं असल जिंदगी में हर किरदार को जीने वाले सुपरस्टार रजनीकांत आज अपना 71वां जन्मदिन मना रहे हैं. कुली बनकर बैग ढोने से लेकर सेज सजाने तक और बस कंडक्टर बनकर टिकट काटने से लेकर सुपरस्टार बनने तक. संघर्ष की एक लंबी दास्तां है लेकन जज्बा और जुनून इतना कि बस इसके दम पर सफलता की बुलंदियों को छूते चले गए. सचमुच पूरी दुनिया में एक्टिंग का लोहा मनवाने वाले रजनीकांत ने शख्स से शख्सियत बनने का एक लंबा सफर तय किया.

बैग ढोने से लेकर सेज तक सजाए
दक्षिण भारत में भगवान की तरह पूजे जाने वाले रजनीकांत का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ था. पिता पुलिस कॉन्स्टेबल थे और मां हाउस वाइफ. बचपन अच्छे से गुजर रहा था कि अचानक एक दिन रजनीकांत की मां का निधन हो गया. तब रजनीकांत की उम्र महज 5 साल थी. चार भाई बहनों में सबसे छोटे रजनीकांत की जिंदगी का संघर्ष यहीं से शुरू हुआ. घर की स्थिति ठीक नहीं होने के चलते रजनीकांत को कुली का काम करना पड़ा. रेलवे स्टेशन पर लोगों का सामान उठाया. जब इससे काम नहीं चला तब बढ़ई का काम शुरू किया. लोगों के घर के फर्नीचर बनाए.

पैसे कम पड़े तो कंडक्टर का भी काम किया
कुली और बढ़ई का काम करने के बावजूद रजनीकांत के घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. पैसों की तंगी थी. कई जगह धक्के खाने के बाद रजनीकांत को बीटीएस यानि बैंगलोर ट्रांसपोर्ट सर्विस में नौकरी मिल गई. इससे रजनीकांत की आमदनी थोड़ी ठीक होने लगे. लेकन, कहते हैं ना कि किसी के अंदर कोई टैलेंट होता है तो कभी न कभी ऊभर आता है. रजनीकांत की जिंदगी में छिपा एक टैलेंट उभरकर बाहर आने लगा. उन्होंने एक्टिंग करना शुरू कर दिया. रजनीकांत अपने जुनून के लिए एक्टिंग करते थे. शायद उस वक्त वे यह नहीं जानते होंगे कि एक्टिंग उन्हें किस ऊंचाई तक ले जाने वाला है. बस जुनून के लिए एक्टिंग करते थे और इससे थोड़े बहुत पैसे भी आ जाते थे.

परिवार वाले नहीं चाहते थे कि रजनीकांत एक्टिंग करें
रजनीकांत के परिवार वाले उनकी एक्टिंग से खुश नहीं थे. परिवार वाले बस यही चाहते थे कि वे कोई ऐसा जॉब करें जिससे अच्छा पैसा मिल सके और घर चल सके. परिवार वाले एक्टिंग को ज्यादा महत्व नहीं देते थे. घर के लोग एक्टिंग को किसी लॉटरी की तरह मानते थे. उनका मानना था कि रजनीकांत एक स्टेबल जॉब करें. रजनीकांत की दिली चाहत तो एक्टिंग की थी लेकिन पैसों को लिए जॉब को भी सीरियस तरीके से लेते थे.

दोस्त की सलाह से बदली जिंदगी
वो कहते हैं कि जब आप किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे देने के लिए झुक जाती है. ऐसा ही रजनीकांत के साथ हुआ. उनके जिंदगी में राजबहादुर आए और यह सलाह दी कि अपने जुनून को जियो. दोस्त की सलाह और आर्थिक मदद से रजनीकांत ने मद्रास फिल्म इंस्टिट्यूट ज्वाइन कर ली. यहीं से रजनीकांत की जिंदगी बदली. यहां तमिल डायरेक्टर भालचंद्र ने उन्हें नोटिस किया और फिल्म का ऑफर दिया. 25 साल की उम्र से फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले रजनीकांत की पहली फिल्म अपूर्वा रागनगाल थी. इसके बाद उन्हें फिल्म मिलने लगी और 1980 आते-आते रजनीकांत स्टार बन गए.

...और रजनीकांत की दुनिया दीवानी हो गई
रजनीकांत की एक्टिंग के जबरदस्त तारीफ होने लगी और लाखों लोग उनके फैन हो गए. लेकिन, इसके आगे की सफलता के रास्ते इतने आसान नहीं थे. साल 2000 के बाद उनकी कई फिल्में फ्लॉप हुई. उन्हें बहुत लॉस हुआ. लेकन, रजनीकांत डटे रहे. 2007 में आई रजनीकांत की फिल्म शिवाजी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. इस फिल्म के लिए रजनीकांत को 26 करोड़ रुपए मिले. वे हाई पेड एक्टर की लिस्ट में आ गए. 2010 में रिलीज हुई फिल्म रोबोट के लिए रजनीकांत को 45 करोड़ रुपए मिले. रजनीकांत ने साउथ के साथ-साथ बॉलीवुड में कई हिट फिल्में दी. रजनीकांत के सिगरेट को फ्लिप करने का अंदाज हो या सिक्का उछालने का अलग स्टाइल, चश्मा पहनने और हंसने के अंदाज को सभी ने खूब पसंद किया. रजनीकांत को एशिया का सबसे महंगा स्टार भी कहा जाता है. वह एक फिल्म का 80 करोड़ के आसपास फीस लेते हैं.

दोनों बेटियां हैं डायरेक्टर
गरीबों के मसीहा कहे जाने वाले रजनीकांत ने 31 साल की उम्र में 26 फरवरी 1981 को लाथा से शादी की थी. उनकी दो बेटियां हैं. बड़ी बेटी का नाम है एश्वर्या और छोटी बेटी का नाम है सौंदर्या. ऐश्वर्या डायरेक्टर हैं और उन्होंने एक्टर धनुष से शादी की है. छोटी बेटी डायरेक्टर, प्रोड्यूसर और ग्राफिक्स डिजाइनर हैं.

कई पुरस्कारों से नवाजे गए हैं रजनीकांत
अभिनेता के तौर पर शानदार काम के लिए रजनीकांत को कई पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है. राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के 67वें समारोह में सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान से नवाजा गया. फिल्म इंडस्ट्री में 45 वर्ष तक अपने योगदान के लिए रजनीकांत को दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मान‍ित किया गया. 2014 में उन्हें तमिलनाड़ु स्टेट फिल्म अवॉर्ड्स से सम्मानित किया गया. साल 2000 में पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया. 2014 में 45वें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया में रजनीकांत को सेंटेनरी अवॉर्ड फॉर इंडियन फिल्म पर्सनेलिटी ऑफ द ईयर से भी सम्मानित किया गया.

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