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डाइबिटीज के साथ कैसे जिएं हेल्दी जीवन, प्रियंका चोपड़ा के पति निक जोनस से लें प्रेरणा

नवंबर के दौरान, बेहतर डाइबिटीज केयर की वकालत करने के अलावा, निक जोनस दुनिया भर में मधुमेह से पीड़ित लोगों की प्रेरक कहानियों को दिखाएंगे.

प्रियंका चोपड़ा-निक जोनस (फाइल फोटो) प्रियंका चोपड़ा-निक जोनस (फाइल फोटो)
हाइलाइट्स
  • निक जोनस को है टाइप 1 डाइबिटीज.

  • डाइबिटीज से पीड़ित लोगों की प्रेरक कहानियों को दिखाएंगे.

बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा के पति निक जोनस किसी परिचय के मोहताज नहीं. पर बहुत कम लोगों को पता होगा कि निक को टाइप 1 डाइबिटीज (Type 1 Diabetes) भी है.  जी हां, 2005 में, पॉप स्टार निक जोनस मात्र 13 साल के थे, जब उन्हे अचानक अस्पताल ले जाना पड़ा. निक अपने बैंड जोनस ब्रदर्स के साथ टूर पर गाना गा रहे थे, जब उन्हें अस्पताल ले जाना पड़ा. इस बारे में बात करते हुए निक जोनस ने बताया, "मैं वास्तव में खराब स्थिति में था. दो हफ्ते में मेरा लगभग 20 पाउंड वजन कम हो गया.  मैं पर्याप्त पानी नहीं पी सकता था, हर समय बाथरूम जा रहा था. मैं काफी चिड़चिड़ा हो गया था, जो हाई ब्लड शुगर का एक लक्षण है."

 निक जोनस में टाइप 1 डाइबिटीज के लक्षण थे. उनका ब्लड शुगर लेवल 900 मिलीग्राम / डीएल से ज्यादा था (140 मिलीग्राम / डीएल से कम को सामान्य श्रेणी माना जाता है).अस्पताल में रहने के कुछ दिनों बाद, वो अपने भाइयों के साथ टूर के लिए वापस आ गए थे. इसके लिए अपने दोस्तों और परिवार के समर्थन के अलावा, जोनस ने डॉक्टरों की देखभाल और डाइबिटीज मैनेजमेंट टूल्स को उनकी मदद करने के लिए श्रेय दिया. 

डाइबिटीज के साथ जीवन जीने में तकनीक बहुत महत्वपूर्ण

इस बारे में बात करते हुए निक जोनस ने कहा, "मुझे लगता है कि जब डाइबिटीज के साथ जीवन की बात आती है तो तकनीक बहुत महत्वपूर्ण होती है. यह सोचने की बात है कि टाइप 1 डाइबिटीज के साथ, पिछले 16 सालों में कितना कुछ बदल गया है और तकनीक कितनी दूर आ गई है." जोनस ने द ग्लोबल मूवमेंट फॉर टाइम इन रेंज के साथ मिलकर एक पहल की, जिसका उद्देश्य डाइबिटीज मैनेजमेंट में एक मीट्रिक के रूप में समय सीमा को अपनाने में तेजी लाना है. 

डाइबिटीज से पीड़ित लोगों की प्रेरक कहानियां दिखाएंगे 

द ग्लोबल मूवमेंट फॉर टाइम इन रेंज में शामिल होकर, निक जोनस मधुमेह के लिए ज्यादा से ज्यादा वैश्विक पहुंच बढ़ाने के लिए जागरूकता फैलाना चाहते हैं.  नवंबर के दौरान, डाइबिटीज केयर के लिए बेहतर पहुंच की वकालत करने के अलावा, जोनस दुनिया भर में मधुमेह से पीड़ित लोगों की प्रेरक कहानियों को प्रदर्शित करेंगे. इसके लिए वो हैश टैग  #SeeDiabetes के जरिए अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर स्टोरीज दिखाएंगे. वह 16 नवंबर को अपनी डाइबिटीज जर्नी के बारे में भी खुलकर बात करेंगे. 16 नवंबर को ही उनकी बीमारी के बारे में पता चला था. 

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