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Jersey से पहले क्रिकेट पर बन चुकी इन फिल्मों को एक बार जरूर देखना चाहिए

शाहिद कपूर की फिल्म 'जर्सी' पहले 14 अप्रैल को आने वाली थी. लेकिन KGF Chapter 2 के तूफान के सामने वह ज्यादा देर टिक न सकी और उसे अपनी रिलीज डेट (Jersey Release Date Postpone) में एक बार फिर बदलाव करना पड़ा.

Jersey Jersey
हाइलाइट्स
  • शाहिद कपूर की फिल्म 'जर्सी' पहले 14 अप्रैल को आने वाली थी

  • लेकिन अब उसकी रिलीज डेट को एक बार फिर बदलना पड़ा है

शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) की फिल्म 'जर्सी' (Jersey) पहले 14 अप्रैल को आने वाली थी. लेकिन KGF Chapter 2 की सफलता को देखते हुए फिल्म 'जर्सी की रिलीज डेट (Jersey Release Date Postpone) में एक बार फिर बदलाव करना पड़ा.  22 अप्रैल को रिलीज होने वाली इस फिल्म में शाहिद कपूर एक क्रिकेटर की भूमिका निभा रहे हैं. फिल्म का ट्रेलर (Jersey Trailer) देखकर ये पता चलता है कि  शाहिद पहले बड़े क्रिकेटर होते हैं लेकिन बाद में वो नाकामयाब हो जाते हैं, जिस वजह से उनको अपनी लाइफ में काफी कुछ झेलना पड़ता है. अंत में उन्हें अपने बेटे के लिए खुद को दोबारा मैदान में साबित करना पड़ता है.   

बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में हैं जो क्रिकेट और स्टेडियम पर बन चुकी हैं. इन सभी फिल्मों ने अलग-अलग कहानियां कही

लगान (2001)

आमिर खान और ग्रेसी सिंह स्टारर  इस फिल्म की कहानी इतनी अच्छी थी कि आज भी लोग इस फिल्म का उदाहरण देते हैं. वर्ल्डवाइड 370 स्क्रीन्स पाने वाली इस फिल्म को आशुतोष गोवारिकर ने डायरेक्ट की थी. 25 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने करीब 35 करोड़ कमा कर बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा दिया था. इस फिल्म में 1893 के उस दौर को दिखाया गया है कि जब भारत पर ब्रिटिशर्स का कब्जा हुआ करता था.  इसमें रानी विक्टोरिया के राज में एक किसानों पर लगाए गए टैक्स यानी लगान की कहानी है. जब वह कम टैक्स लगाने की डिमांड करते हैं तब अधिकारी एक ऑफर देते हैं.  वह ऑफर क्रिकेट खेलकर उन्हें हराने का होता है. जो आमिर खान जीत जाते हैं. और लगान माफ हो जाता है. 

इकबाल (2005)

श्रेयस तलपड़े और नसीरुद्दीन शाह की इस फिल्म ने भी खूब सुर्खियां बटोरी थी. इसमें ऐक्टर ने इकबाल का किरदार निभाया है. उनको सुनने और बोलने में परेशानी होती थी. लेकिन क्रिकेट का शौक खूब था. वहीं इकबाल  के पिता को इकबाल का क्रिकेट खेलना बिल्कुल पसंद नहीं था. उनके खिलाफ जाकर इकबाल (श्रेयस) क्रिकेट खेलना चाहते थे. कई बार कोशिश के बाद क्रिकेट अकैडमी ने रिजेक्ट कर दिए गए तो बहन श्वेता प्रसाद सीधे पूर्व क्रिकेटर नसीरुद्दीन शाह से मदद मांगने पहुंच गईं. फिर जैसे-तैसे करके उन्हें मौका मिला और वह खुद को साबित करने में जरा भी नहीं चूकें. बता दें कि ये मूवी श्रेयस की डेब्यू थी और कपिल देव ने कैमियो भी किया था. 

चैन खुली की मैन खुली (2007)

करणजीत सालूजा के डायरेक्टशन में बनी यह फिल्म बच्चों की पहली पसंद बन गी थी. इसमें जैन खान  ने एक अनाथ बच्चे का किरदार निबा रहे थे.  उन्हें क्रिकेट खेलने का शौक होता है. वह राहुल बोस जो एक नामी क्रिकेटर के कैरेक्टर में होते हैं, उनको अपना आइडल मानते हैं. अच्छा खेलने के वजह से कोच उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लेते हैं. और अंत में उन्हें इंडिया के लिए मैच खेलने का भी मौका मिलाता है. फिल्म में बस अनाथ आश्रम से बड़े से स्टेडियम तक पहुंचने की कहानी दिखाई गई है.  इसमें भी कपिल देव ने कैमियो किया है. लेकिन 4 करोड़ में बनी इस फिल्म ने मात्र 1.56 करोड़ कमाई की और बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गई. 

दिल बोले हड़िप्पा (2009)

2009 में आई इस फिल्म में शाहिद कपूर और  रानी मुखर्जी ने अहम किरदार निभाया था. फिल्म में रानी मुखर्जी को क्रिकेट खेलने का शौक था. शाहिद एक क्रिकेटर होते हैं और शाहिद अपनी टीम में रानी शाहिद की टीम में लड़के का गेट अप लेकर ट्रायल सेशन में जाती हैं और वो सेलेक्ट भी हो जाती हैं. इसके बाद कहानी आगे बढ़ती है और रानी का सच सामने आता है.  25 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 65 करोड़ की कमाई की थी. लेकिन बावजूद इसके फ्लॉप रही. 

विक्ट्री (2009)

हरमन बवेजा और अमृता राव की इस फिल्म को 325 स्क्रीन्स मिली थीं.  इसमें विजय का किरदार निभा रहे हरमन बवेजा इंडियन किक्रेट टीम में बड़ी मशक्कत के बाद जगह बना पाते हैं.  पिता यानी अनुपम खेर भी उन्हें एक बड़ा क्रिकेटर बनाना चाहते हैं.  विजय अपना अच्छा खेलता है और फेमस क्रिकेटर बन जाता है. वह कई प्रोडक्ट्स भी एनडोर्स भी करता है. अब इतना नेम-फेम तो मिल जाता है लेकिन इसका असर उसकी पर्सनल लाइफ पर होता है.  ऐसे में वह अपनी गर्लफ्रेंड को भूल जाता है.  इतना ही नहीं ज्यादा शू-शा का चक्कर में वह एक समय बाद खुद को भी खो देता है और परफॉर्मेंस में कमी आ जाती है.  लेकिन बाद में फिर सब सही हो जाता है.  खैर कहानी में कुछ खास नहीं था, जिस वजह से बुरी तरह फ्लॉप हो गई थी. अजीत पाल मंगत की डायरेक्ट इस फिल्म का बजट भले 19 करोड़ था लेकिन मात्र 1.34 करोड़ की ही कमाई कर सकी. 

पटियाला हाउस (2011)

निखिल आडवाणी  के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में अक्षय कुमार और अनुष्का शर्मा लीड रोल में दिखाई दिए थे. मूवी में ऋषि कपूर भी हैं ऋषि कपूर क्रिकेट के खिलाफ हैं. इस वजह से अक्षय कुछ नहीं करते और पापा की दुकान पर बैठ जाते हैं. लेकिन कहानी मोड़ लेती है और वह इंग्लैंड के लिए खेलते हैं और जीत जाते हैं. इसकी भी स्टोरीलाइन कुछ खास नहीं रहती, जिस वजह से ये भी बॉक्स ऑफिस पर पिट जाती है.  बता दें कि 50 करोड़ में बनी इस फिल्म ने सिर्फ 35.3 करोड़ रुपये की कमाई की है. 

अजहर (2016)

टोनी डिसूजा की डायरेक्ट इस फिल्म में इमरान हाशमी ने पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन का किरदार निभाया है। ये फिल्म उनकी बायोपिक है। 40 करोड़ में बनी इस फिल्म को वर्ल्डवाइड 2100 स्क्रीन्स मिली और बॉक्स ऑफिस पर 33.35 करोड़ की कमाई कर सकी।

एमएस धोनी (2016)
सुशांत सिंह राजपूत स्टारर इस फिल्म को  नीरज पांडे  ने डायरेक्ट किया था. ये फिल्म इंडियन क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की अनसुनी कहानी पर आधारित थी.  कैसे वह रेलवे की जॉब से कूल कैप्टन बन गए, वो पूरी जर्नी इस फिल्म में दिखाई गई है. 110 करोड़ में बनी इस फिल्म ने खूब चर्चा बटोरी थी और बॉक्स ऑफिस पर 119 करोड़ की कमाई की थी. हिट रही थी. 

83 (2021)

कबीर खान की डायरेक्ट इस फिल्म में रणवीर सिंह ने कपिल देव का किरदार निभाया था.  ये फिल्म 1983 के वर्ल्ड कप पर आधारित है.  3400 स्क्रीन मिलने के बावजूद इस फिल्म ने 103 करोड़ की कमाई की थी.  जबकि ये 260 करोड़ में बनकर तैयार हुई थी.  इस फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे इंडियन टीम ने वेस्ट इंडीज की टीम को हराकर ट्रॉफी अपने नाम किया था और पूरे विश्व में अपनी जीत का डंका बजाया था. वैसे कहानी जो भी रही हो फिल्म फ्लॉप हो गई थी.