
डीवीवीएनएल आगरा
डीवीवीएनएल आगरा दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल), आगरा ने सराहनीय कदम उठाया है. अपने अधिकारियों और कर्मचारियों को व्यावहारिक एवं संरचित प्रशिक्षण देने के लिए अत्याधुनिक विद्युत संग्रहालय एवं प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की है. यहां फील्ड में काम आने वाली नवीनतम तकनीक और सुरक्षा मानकों को लाइव मॉडल के जरिए समझाया जाता है.
पूर्ण आकार का उपकेंद्र
मॉडल संग्रहालय में 33/11 केवी उपकेंद्र का पूर्ण आकार का कार्यशील मॉडल तैयार किया गया है. इस मॉडल में स्विचयार्ड से लेकर कंट्रोल रूम तक हर घटक को सरल और सूचनात्मक तरीके से प्रदर्शित किया गया है. प्रत्येक उपकरण की कार्यप्रणाली और उपयोग को इस तरह समझाया गया है कि प्रशिक्षणार्थी वास्तविक उपकेंद्र पर काम करने से पहले पूरी प्रक्रिया को साफ़‑साफ़ समझ सकें.
ट्रांसफॉर्मर सुरक्षा और प्रमुख उपकरण
यहां पावर ट्रांसफॉर्मरों की सुरक्षा प्रणाली पर विशेष फोकस किया गया है, जिसमें रिले, वीसीबी, सीटी, लाइटनिंग अरेस्टर और आइसोलेटर जैसे उपकरणों की जानकारी डिस्प्ले, चार्ट और वास्तविक इक्विपमेंट के साथ दी गई है. बुकहोल्ज रिले, वाइंडिंग टेम्परेचर इंडिकेटर (WTI) और ऑयल टेम्परेचर इंडिकेटर (OTI) जैसे महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरणों की भूमिका और उपयोग भी विस्तार से समझाया जाता है.
वितरण ट्रांसफॉर्मर व रखरखाव
संग्रहालय में कार्यशील वितरण ट्रांसफॉर्मर (डीटी) को उसकी पूरी सुरक्षा प्रणाली सहित प्रदर्शित किया गया है, जिसमें डीओ फ्यूज सेट, टेललेस यूनिट, आइसोलेटर और अन्य सहायक उपकरण शामिल हैं. ट्रांसफॉर्मर के कोर, प्राइमरी‑सेकेंडरी वाइंडिंग्स, ऑयल और लेदराइज्ड पेपर, कॉर्क शीट्स, बेकलाइट ट्यूब्स, ग्लास स्लीव्स जैसी इंसुलेटिंग सामग्री के साथ रखरखाव से जुड़े डूज़ एंड डोन्ट्स को भी स्पष्ट रूप से दिखाया गया है.

फील्ड स्टाफ की सेफ्टी व्यवस्था
फील्ड में कार्यरत कार्मिकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए संग्रहालय में सेफ्टी हेलमेट (इन‑बिल्ट टॉर्च और लाइव वायर डिटेक्शन सुविधा सहित), सेफ्टी जैकेट, सेफ्टी शूज़, सेफ्टी हार्नेस, 33 केवी एवं 11 केवी सेफ्टी ग्लव्स और मानक टूलकिट्स प्रदर्शित किए गए हैं. इन सभी के जरिए दैनिक फील्ड कार्यों में सुरक्षा उपकरणों के सही और अनिवार्य उपयोग के महत्व पर जोर दिया गया है.
मीटरिंग तकनीक और अन्य प्रदर्शन
यहां मीटरिंग तकनीक के विकासक्रम को भी प्रमुखता से रखा गया है, जिसमें पारंपरिक इलेक्ट्रोमैकेनिकल मीटर से लेकर अत्याधुनिक स्मार्ट मीटर तक के सफर को समझाया गया है. संग्रहालय में रिले, लग्स, जॉइंटिंग किट्स, केबल्स, कंडक्टर्स, इंसुलेटर्स समेत कई अन्य विद्युत उपकरण भी प्रदर्शित हैं, जो बिजली वितरण तंत्र की पूरी तस्वीर सामने रखते है.
प्रबंधन की दृष्टि और प्रशिक्षण लाभ
डीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक नितीश कुमार के अनुसार, विद्युत कर्मियों को आवश्यक कौशल देने के लिए मानकीकृत एवं व्यावहारिक प्रशिक्षण अनिवार्य है और यह विद्युत संग्रहालय उसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. इस पहल से फील्ड कार्मिकों की तकनीकी दक्षता, सुरक्षा जागरूकता और सेवा गुणवत्ता में प्रभावी सुधार की उम्मीद की जा रही है.
आधुनिक आईटी प्रशिक्षण केंद्र और उपलब्धियां
इसी परिसर में डीवीवीएनएल ने एक आधुनिक आईटी प्रशिक्षण केंद्र भी विकसित किया है, जहां 26 प्रशिक्षार्थियों के लिए आवासीय सुविधा, अत्याधुनिक बंक बेड्स और गुणवत्तापूर्ण भोजन व्यवस्था उपलब्ध है, ताकि प्रशिक्षणार्थियों को सुविधाजनक और एकाग्र वातावरण मिल सके. पिछले छह महीनों में संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रमों के तहत 724 अवर अभियंता (जेई), 2,100 तकनीकी ग्रेड‑2 कर्मचारी, 180 लेखा कार्मिक और 387 सहायक अभियंता (एई) को प्रशिक्षण प्रदान किया जा चुका है, जिससे कंपनी के मानव संसाधन को मज़बूती मिली है.
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