
महाराष्ट्र के डोंबिवली के पास निलजेगांव के रहने वाले डॉ. अशोक लक्ष्मी साहू और उनके दो बेटों ने कराटे प्रतियोगिता में कमाल कर दिया है, चारों ओर डोंबिवली का नाम रोशन करने वाले पिता पुत्रो की जमकर प्रशंसा हो रही हैं.
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड किया नाम
चेन्नई के S.I.V.E.T कॉलेज के प्रांगण में आयोजित वर्ल्ड कराटे मास्टर एसोसिएशन की प्रतियोगिता में साहू परिवार ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया. यह प्रतियोगिता गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए विशेष रूप से आयोजित की गई थी, जिसकी निगरानी लंदन से आए गिनीज रिकॉर्ड कोऑर्डिनेटर ऋषिनाथ और जूरी टीम ने की.
इस दौरान प्रतिभागियों को 45 मिनट तक नॉन-स्टॉप कराटे आर्ट प्रदर्शित करना था. प्रतियोगिता में देश-विदेश से कुल 846 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. डोंबिवली के इस साहू परिवार ने अपने अनोखे समन्वय और लंबे अभ्यास से सभी को चकित कर दिया.
बाप-बेटे हैं कराटे के महार्थी
47 वर्षीय डॉ. अशोक लक्ष्मी साहू 2002 से ब्लैक बेल्ट धारक और पिछले 25 वर्षों से कराटे का अभ्यास कर रहे हैं. वह पेशे से पैथोलॉजिस्ट हैं. अशोक साहू के बड़े बेटे अक्षय साहू (20) जो ग्रेजुएशन करते हुए अपने पिता के साथ वर्षों से कराटे का प्रशिक्षण कर अनेक प्रतियोगिता में हिस्सा लेते रहे हैं. वहीं अशोक साहू का छोटा बेटा स्वस्तिक साहू (13) 6वीं कक्षा का छात्र हैं और सबसे कम उम्र में यह उपलब्धि हासिल करने वाले प्रतिभागियों में से एक हैं.
क्या कहना है साहू परिवार का?
इस रिकॉर्ड के बाद डोंबिवली ही नहीं तो पूरे ठाणे जिले में साहू परिवार की प्रशंसा हो रही है. लोगों ने साहू परिवार के इस अद्भुत कारनामे पर गर्व व्यक्त करते हुए शुभकामनाएं दी. डॉ अशोक साहू का कहना है कि, यह उपलब्धि हमारे परिवार ही नहीं, बल्कि पूरे महाराष्ट्र और भारत के लिए गर्व की बात है. लोगों को मार्शल आर्ट सीखनी चाहिए, केवल प्रतियोगिता के लिए नहीं तो कम से कम स्वयं की सुरक्षा के लिए.
-मिथिलेश कुमार की रिपोर्ट