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बिहार के किसानों के लिए खुशखबरी: Biscomaun खोलेगा ज्यादा खाद केंद्र, 250 रुपए में मिलेगा फर्टिलाइजर

बिहार के किसानों के लिए अच्छी खबर है. अब उन्हें खाद लेने के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा. बिस्कोमान (बिहार राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड) ने राज्यभर में खाद के अधिक विक्रय केंद्र खोलने का एलान किया है.

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हाइलाइट्स
  • मात्र 250 रुपए में बिस्कोमान किसानों को उपलब्ध कराती है खाद

  • आने वाले समय मे 300 से अधिक सस्ते दरों पर खाद बेचने के लिए खोला जाएगा केंद्र

बिहार के किसानों के लिए अच्छी खबर है. अब उन्हें खाद लेने के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा. बिस्कोमान (बिहार राज्य सहकारी विपणन संघ लिमिटेड) ने राज्यभर में खाद के अधिक विक्रय केंद्र खोलने का एलान किया है. इससे किसानों को सस्ती दरों पर खाद आसानी से उपलब्ध हो सकेगी.

250 रुपए में खाद उपलब्ध
बिस्कोमान ही एक ऐसा संस्थान है जो मात्र 250 रुपए में किसानों को खाद उपलब्ध कराता है. संस्था के अध्यक्ष विशाल सिंह ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार से समन्वय स्थापित कर बिहार में ज्यादा से ज्यादा विक्रय केंद्र खोले जाएंगे. ताकि किसान समय पर और सस्ती दरों पर खाद ले सकें.

समस्तीपुर में किया एलान
यह घोषणा समस्तीपुर में केंद्रीय सहकारिता बैंक की वार्षिक आम सभा 2025 के दौरान की गई. इस मौके पर बैंक अध्यक्ष विनोद कुमार राय ने बिस्कोमान अध्यक्ष विशाल सिंह का स्वागत पाग, चादर, माला, बुके और मोमेंटो देकर किया.

किसानों के कल्याण के लिए पैक्स की भूमिका
विशाल सिंह ने कहा कि किसानों के विकास में पैक्स (प्राथमिक कृषि साख समितियां) की अहम भूमिका रही है. पहले खाद विक्रय केंद्रों की संख्या 150 थी, लेकिन धीरे-धीरे इसमें कमी आई. अब हमारा प्रयास है कि कम से कम 300 केंद्र खोले जाएं, जिससे किसानों को सीधे फायदा हो.

सहकारिता बैंक भी कर रहा आधुनिक पहल
सभा में सहकारिता बैंक की उपलब्धियों का भी जिक्र किया गया. बैंक ने 44 साल का सफर पूरा किया है और इस दौरान लगातार प्रगति की है. अब बैंक ने मोबाइल बैंकिंग ऐप भी लॉन्च कर दिया है, जिससे ग्राहकों को निजी कंपनियों जैसी सुविधाएं मिलेंगी. साविधिक अंकेक्षक की रिपोर्ट में बैंक को A ग्रेड भी दिया गया है.

नई योजनाओं पर काम
विशाल सिंह ने बताया कि बैंक और पैक्स "पैक्स कंप्यूटरीकरण", "पैक्स को ग्रीन पार्क बनाना" और "सहकार भवन" के निर्माण जैसी योजनाओं पर काम कर रहे हैं. लोन वसूली के लिए पैक्स को कमीशन देने का सुझाव भी दिया गया है. बैंक का कैपिटल फिलहाल 954 करोड़ रुपए है, जो पिछले साल से 84 लाख रुपए ज्यादा है.

किसानों के लिए बड़ा कदम
कुल मिलाकर बिस्कोमान, सहकारिता बैंक और पैक्स मिलकर बिहार के किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बना रहे हैं. आने वाले समय में नए विक्रय केंद्र और आधुनिक बैंकिंग सुविधाएं किसानों की बड़ी मदद साबित होंगी.

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