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मैरी कॉम ने की अजमेर शरीफ दरगाह की जियारत.. मांगी अपने देश की हिफाजत की दुआ, बढ़े अमन और भाईचारा

मैरी कॉम ने कहा कि मैंने ख्वाजा साहब की दरगाह में देश के लिए अमन और भाईचारे की दुआ मांगी. हमारा देश एकता और शांति का प्रतीक है, और हमें इसे बनाए रखना होगा.

मैरी कॉम पहुंची अजमेर शरीफ दरगाह मैरी कॉम पहुंची अजमेर शरीफ दरगाह

विश्व प्रसिद्ध बॉक्सर और ओलंपिक पदक विजेता मैरी कॉम अजमेर स्थित हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह शरीफ पहुंची. इस दौरान उन्होंने दरगाह में मखमली चादर और अकीदत के फूल पेश किए.

मैरी कॉम ने ख्वाजा साहब की दरगाह में देश में अमन, चैन और खुशहाली की दुआ मांगी. दरगाह के खादिम ने उन्हें जियारत कराई और दरगाह शरीफ का तबर्रुक भेंट किया.

देश के लिए मांगी दुआ
मैरी कॉम ने हाल ही में पहलगाम में हुई घटना पर दुख जताया. जियारत के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "पहलगाम की घटना से मुझे बहुत दुख हुआ है. मैंने ख्वाजा साहब की दरगाह में देश के लिए अमन और भाईचारे की दुआ मांगी. हमारा देश एकता और शांति का प्रतीक है, और हमें इसे बनाए रखना होगा."

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मैरी कॉम ने दरगाह में करीब एक घंटे तक समय बिताया. इस दौरान उन्होंने ख्वाजा साहब की शिक्षाओं और उनके मानवता के संदेश को याद किया.

दरगाह में मिला सुकून
खादिम ने उन्हें दरगाह के इतिहास और ख्वाजा साहब के जीवन के बारे में विस्तार से बताया. मैरी कॉम ने दरगाह की सादगी और आध्यात्मिक शांति की प्रशंसा की.

उन्होंने कहा, "यहां आकर मुझे बहुत सुकून मिला. यह पवित्र स्थान सभी धर्मों के लोगों को एकजुट करता है." पहलगाम की घटना को लेकर मैरी कॉम ने देशवासियों से एकता और शांति बनाए रखने की अपील की. उन्होंने कहा कि हिंसा और नफरत का कोई स्थान नहीं होना चाहिए.