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Samastipur: 23 राज्यों के छात्रों का पूसा कृषि विश्वविद्यालय में 20 दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम शुरू

अलग अलग राज्यों के छात्र छात्राओं ने डॉ राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में लिया है एडमिशन. पढ़ाई पूरी करने के बाद कृषि वैज्ञानिकों के रूप में देश को देंगे सेवा

Dr. Rajendra Prasad Central Agricultural University Pusa Samastipur Dr. Rajendra Prasad Central Agricultural University Pusa Samastipur
हाइलाइट्स
  • पूसा कृषि विश्वविद्यालय में 20 दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम शुरू

  • डिजिटल एग्रीकल्चर कोर्स शुरू करने वाला देश का पहला संस्थान

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा (समस्तीपुर) में सोमवार से 20 दिवसीय दीक्षारंभ कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसमें 23 राज्यों से आए नवांगतुक छात्रों ने हिस्सा लिया. मुख्य अतिथि और कृषि वैज्ञानिक भर्ती बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. संजय कुमार सिंह ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया. उन्होंने कहा कि पूसा विश्वविद्यालय देश का गौरव है और नए छात्रों को इस पर गर्व होना चाहिए कि वे उस संस्थान का हिस्सा बन रहे हैं, जहां से भारत में कृषि शिक्षा और शोध की नींव रखी गई थी.

डिजिटल एग्रीकल्चर कोर्स शुरू करने वाला देश का पहला संस्थान
डॉ. सिंह ने बताया कि डिजिटल एग्रीकल्चर और प्राकृतिक खेती में कोर्स शुरू करने वाला देश का पहला संस्थान भी यही विश्वविद्यालय है. उन्होंने छात्रों को आधुनिक कृषि तकनीकों, वैश्विक शोध और आने वाले समय में कृषि के बदलते स्वरूप के बारे में जानकारी दी. मुख्य अतिथि ने नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिकों के कार्यों का उदाहरण देते हुए छात्रों से देश को विकसित बनाने के संकल्प के साथ आगे बढ़ने की अपील की.

कार्यक्रम में कुलपति डॉ. पी.एस. पांडेय ने कहा कि विश्वविद्यालय में सभी फैसले छात्रों और किसानों के हित को ध्यान में रखकर लिए जाते हैं. उन्होंने बताया कि दीक्षारंभ कार्यक्रम की अनूठी पहल को पहले ICAR ने सभी कृषि विश्वविद्यालयों में लागू किया और अब UGC ने इसे देश के सभी विश्वविद्यालयों के लिए अनिवार्य कर दिया है.

कुलपति ने कहा कि पूसा विश्वविद्यालय के लगभग सौ प्रतिशत छात्रों का प्लेसमेंट होता है, इसलिए छात्रों को नौकरी की चिंता छोड़कर पढ़ाई पर फोकस करना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय छात्रों को नौकरी पाने के साथ-साथ नौकरी देने वाला बनकर उभरने के लिए भी तैयार कर रहा है.

दीक्षारंभ कार्यक्रम 21 दिनों तक चलेगा, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ छात्रों से संवाद करेंगे. साथ ही UPSC में सफल पूर्व छात्र भी अपने अनुभव साझा करेंगे.

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