
अगर आप एक डॉग लवर हैं तो हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गुज़रना आपके लिए एक दिलअज़ीज़ तजुर्बा होने जा रहा है. हवाई अड्डे के मैनेजमेंट ने मुसाफिरों को सफर की घबराहट और दौड़-भाग से आराम देने के लिए थेरेपी डॉग्स को एयरपोर्ट पर जगह-जगह तैनात किया है.
एयरपोर्ट प्रबंधन ने इस पहल को 'पॉज़ एंड पीस' (Paws and Peace) नाम दिया है. इस पहल के तहत सिक्योरिटी चेक के आगे पूडल नस्ल के दो कुत्ते एक हैंडलर के साथ खड़े होंगे. डोमेस्टिक और अंतरराष्ट्रीय दोनों ही डिपार्चर पर ये थेरेपी डॉग्स 4-6 घंटे तक मुसाफिरों के साथ मिलने-जुलने के लिए मौजूद रहेंगे.
द हिन्दू की एक रिपोर्ट एयरपोर्ट प्रबंधन के हवाले से बताती है कि थेरेपी डॉग्स रिटेल दुकानों और बोर्डिंग गेट्स के पास खड़े होंगे. इनके लिए ये जगहें ये बात ध्यान में रखकर चुनी गई हैं कि लोग इन्हें आसानी से देख सकें और आते-जाते हुए इनके साथ इंटरैक्ट कर सकें.
'वर्कलोड' का रखा जाएगा ध्यान
इन थेरेपी डॉग्स को एयरपोर्ट पर तैनात करने से पहले जरूरी ट्रेनिंग दी जा चुकी है. हालांकि इसके बाद भी ध्यान रखा जाएगा कि इन्हें बहुत लंबे वक्त तक लोगों के बीच न रखा जाए. एक थेरेपी डॉग कुछ घंटों तक ही एयरपोर्ट पर रहेगा जिससे इन्हें आराम करने और दोबारा तरोताज़ा होकर लौटने का टाइम मिलेगा.
इनकी 'ड्यूटी' के दौरान मुसाफिर थेरेपी डॉग्स के साथ शांति से बैठ भी सकते हैं और कुछ खास तरह के खेल भी खेल सकते हैं. थेरेपी डॉग्स के साथ तस्वीरें लेने के लिए सेल्फी ज़ोन भी बनाए गए हैं.
एयरपोर्ट के अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि कुत्तों के साथ बातचीत पूरी तरह से स्वैच्छिक है. कुत्ते बिना बुलाए यात्रियों के पास नहीं जाएंगे, ताकि किसी भी यात्री को असहजता महसूस न हो. उन्होंने आगे कहा, "उनकी उपस्थिति सौम्य और आरामदायक है, जो उन लोगों के लिए आदर्श है जो घबराए हुए यात्री हों या जिन्हें हवाई अड्डे के टर्मिनलों की भीड़ और शोर से थोड़ी देर के लिए छुटकारा चाहिए हो."
यात्रियों के लिए जारी खास दिशानिर्देश
एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण बनाए रखने के लिए, एयरपोर्ट ने उन लोगों के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं जो जानवरों के साथ बातचीत करना चाहते हैं. यात्रियों को कुत्तों के पास शांति से जाने, उनके हैंडलर के निर्देशों का पालन करने और तेज़ आवाज़ या अचानक हरकतों से जानवरों को चौंकाने से बचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है.
कुत्तों के साथ तस्वीरें लेने की अनुमति है, लेकिन फ्लैश फ़ोटोग्राफ़ी की इजाज़त नहीं है. बच्चों के साथ वयस्कों का होना अनिवार्य है, और एलर्जी वाले लोगों को सुरक्षित दूरी बनाए रखने की सलाह दी गई है.