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Human-metapneumovirus: सर्दी-जुकाम की तरह ही होते हैं hMPV के लक्षण, कैसे फैलती है ये बीमारी? जानिए इससे बचाव के उपाय

ज्यादातर मामलों में hMPV के लक्षण हल्के होते हैं और जुकाम की तरह ही लगते हैं. इन लक्षणों में आमतौर पर खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं.

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RSV और फ़्लू जैसे वायरस के बीच human metapneumovirus (HMPV) वायरस अमेरिकी लोगों में चिंचा का सबब बन रहे हैं. इस वायरस को आमतौर पर अनदेखा किया जाता है लेकिन बढ़ते मामलों के बाद अमेरिकी सरकार इसे लेकर सतर्क हो गई है.सीडीसी के अनुसार, एचएमपीवी मामलों की संख्या में 11 प्रतिशत वृद्धि हुई है. जैसे-जैसे लोग अपने नियमित जीवन में लौटने की कोशिश करते हैं, hMPV जैसे संक्रामक वायरस को फैलने का मौका मिल जाता है. हालांकि इस वायरस के लक्षण सामान्य सर्दी जुकाम की तरह ही है लेकिन कई मामलों में ये गंभीर हो सकते हैं.

ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) क्या है?

मानव मेटान्यूमोवायरस एक संक्रमण है जो ऊपरी और निचले रेस्पिरेटरी सिस्टम को प्रभावित करता है. यह पहली बार 2001 में खोजा गया था. ये वायरस भी रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (RSV) की फैमिली से ही है.

क्या एचएमपीवी के लक्षण सर्दी की तरह होते हैं?

ज्यादातर मामलों में hMPV के लक्षण हल्के होते हैं और जुकाम की तरह ही लगते हैं. इन लक्षणों में आमतौर पर खांसी, बुखार, नाक बंद होना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं. एक हेल्दी व्यक्ति के लक्षण आमतौर पर दो से पांच दिनों के भीतर अपने आप ठीक हो जाते हैं.

एचएमपीवी का ज्यादा जोखिम किसे है?

छोटे बच्चों, वद्धों और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों में इस बीमारी का जोखिम ज्यादा होता है. ऐसे लोगों को  घरघराहट, सांस लेने में परेशानी और अस्थमा ट्रिगर का अनुभव हो सकता है. ब्रोंकोइलाइटिस, ब्रोंकाइटिस और निमोनिया जैसे संक्रमण भी हो सकते हैं.

कैसे फैलता है hMPV

दूसरे रेस्पिरेटरी वायरस की तरह ही एचएमपीवी संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आने से या खांसने, छींकने और वायरस से दूषित वस्तुओं को छूने से फैलता है. फ्लू और सर्दी के वायरस की तरह ही ये वायरस सर्दी और वसंत के मौसम में ज्यादा फैलता है.

एचएमपीवी का इलाज

एचएमपीवी के लिए कोई एंटीवायरल थेरेपी या टीका फिलहाल उपलब्ध नहीं है. अधिकांश मामले अपने आप ठीक हो जाते हैं. दर्द और बुखार को कम करने के लिए ओवर-द-काउंटर दवाएं दी जाती हैं. घरघराहट को कम करने के लिए इनहेलर और स्टेरॉयड लिया जाता है.  COVID-19 महामारी के बाद संक्रमण जैसी बीमारियों पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है. हेल्दी हाईजीन जैसे बार-बार हाथ धोना, खाँसते और छींकते हुए रूमाल से चेहरे को ढंकना, संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से बचना, hMPV के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं.