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जिन्हें कोविड हुआ उन्हें ठीक होने के तीन महीने बाद दी जाएगी वैक्सीन और बूस्टर डोज, सरकार ने जारी किया आदेश

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विकास शील ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों को पत्र लिखा. केंद्र ने लिखा कि अगर किसी की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, ऐसे योग्य व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन के साथ-साथ जो लोग बूस्टर डोज के लिए भी योग्य हैं, उन्हें रिपोर्ट निगेटिव आने के तीन महीने बाद ही डोज दिया जा सकेगा. ऐसे लोगों को तीन महीने का इंतजार करना होगा.

वैज्ञानिक प्रमाण और NTAG की सिफारिश पर वैक्सीनेशन को लेकर आदेश जारी किए गए हैं. वैज्ञानिक प्रमाण और NTAG की सिफारिश पर वैक्सीनेशन को लेकर आदेश जारी किए गए हैं.
हाइलाइट्स
  • केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकारों को लिखा पत्र

  • रिपोर्ट निगेटिव आने के 90 दिनों बाद दी जाएगी वैक्सीन

केंद्र सरकार की तरफ से शुक्रवार को यह जानकारी दी गई कि जिन लोगों की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, उन्हें तीन महीने बाद वैक्सीन या बूस्टर डोज दिया जाएगा. कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद से कुल 90 दिन बाद ही कोरोना वैक्सीन या बूस्टर डोज लगवाने के लिए योग्य होंगे.

केंद्र ने सभी राज्यों को लिखा पत्र
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव विकास शील ने सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश सरकारों को पत्र लिखा. उन्होंने बताया कि ऐसे लोग जिन्हें कोविड हुआ है और वे वैक्सीनेशन के लिए योग्य हैं, इसको लेकर गाइडेंस के लिए कई राज्यों की तरफ से जानकारी मांगी गई थी. इसका जवाब देते हुए केंद्र ने लिखा कि अगर किसी की कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, ऐसे योग्य व्यक्तियों को कोविड वैक्सीन के साथ-साथ जो लोग बूस्टर डोज के लिए भी योग्य हैं, उन्हें रिपोर्ट निगेटिव आने के तीन महीने बाद ही डोज दिया जा सकेगा. ऐसे लोगों को तीन महीने का इंतजार करना होगा. विकास शील ने पत्र में लिखा कि इसे सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारी तुरंत अमल में लाएं.

वैज्ञानिक प्रमाण और NTAG की सिफारिश पर जारी किए गए आदेश
विकास शील ने बताया कि कोरोना वैक्सीन के लेकर ये आदेश वैज्ञानिक प्रमाण और नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप(National Technical Advisory Group) की सिफारिश पर किए गए हैं. बता दें कि 15 से 17 साल तक के बच्चों की कोरोना वैक्सीनेशन 3 जनवरी से शुरू हो गई थी. वहीं, हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंट लाइन वर्कर्स और ऐसे व्यक्ति जिनकी उम्र 60 साल से अधिक है और वे गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, ऐसे लोगों को 10 जनवरी से बूस्टर डोज लग रहे हैं. ऐसे व्यक्ति जिन्हें दोनों डोज लगे हुए 9 महीने पूरे हो चुके हैं उन्हें ही बूस्टर डोज लगाया जा रहा है.

मार्च से शुरू हो सकता है 12 से 14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन
अभी 15 से 17 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन चल रहा हैं वहीं दूसरी तरफ सरकार 12 से 14 साल तक के बच्चों के वैक्सीनेशन की तैयारी कर रही है. उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी के अंतिम सप्ताह या फिर मार्च की शुरुआत से 12 से 14 साल तक के बच्चों की वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगी. सरकार का लक्ष्य है कि 15 से 17 साल तक के बच्चों की वैक्सीनेशन जल्द पूरी कर ली जाए. इसके लिए युद्धस्तर पर वैक्सीन लगाने का काम हो रहा है. किशोरों का टीकाकरण बहुत जरूरी है क्योंकि वे स्कूल और कॉलेज जाते हैं और ज्यादा लोगों को संपर्क में रहते हैं. यही वजह है कि सरकार ने प्राथमिकता के तौर पर जितनी जल्दी हो सके किशोरों के टीकाकरण का लक्ष्य रखा है.