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New Study: दिनभर में मुट्ठीभर खाएं ये स्नैक्स...4 महीने में दिमाग होगा कंप्यूटर की तरह तेज

Maastricht University की नई स्टडी में पता चला है कि रोज 60 ग्राम मूंगफली खाने से याददाश्त और दिमाग में खून का बहाव बेहतर होता है. 16 हफ्तों तक मूंगफली खाने वाले 65-75 साल के प्रतिभागियों की शब्द याद रखने की क्षमता करीब 6% बढ़ गई.

Representational Image: Freepik Representational Image: Freepik

Maastricht University की नई स्टडी में पता चला है कि रोजाना एक आम-सा स्नैक खाना भी बुजुर्गों की याददाश्त और दिमागी कार्यक्षमता को बेहतर बना सकता है. शोध में शामिल 65 से 75 वर्ष के प्रतिभागियों को 16 हफ्तों तक रोजाना 60 ग्राम मूंगफली दी गई. परिणाम में पाया गया कि नियमित सेवन करने वालों की मेमोरी में 5.8 प्रतिशत का सुधार हुआ. वे पहले की तुलना में बेहतर तरीके से याद करने में सक्षम थे.

मूंगफली में होता है L-arginine
वैज्ञानिकों के अनुसार मूंगफली में मौजूद L-arginine नाम का अमीनो एसिड दिमाग तक ब्लड फ्लो को बढ़ाने में मदद करता है. इसके अलावा मूंगफली की त्वचा में पाए जाने वाले बायोएक्टिव कंपाउंड दिमागी कोशिकाओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं. जब ब्लड फ्लो बढ़ता है तो दिमाग तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व अधिक मात्रा में पहुंचते हैं, जिससे स्मृति और संज्ञानात्मक क्षमता मजबूत होती है.

उम्मीद से बेहतर मिले रिजल्ट
अध्ययन के दौरान प्रतिभागियों के दिमाग में ग्लोबल सेरेब्रल ब्लड फ्लो 3.6 प्रतिशत और ग्रे मैटर ब्लड फ्लो 4.5 प्रतिशत बढ़ा. मैमोरी से जुड़े फ्रंटल और टेम्पोरल लोब में भी ब्लड फ्लो 6.6 और 4.9 प्रतिशत तक बढ़ा. शोधकर्ताओं का कहना है कि यह प्रभाव उम्मीद से ज्यादा है, क्योंकि सुधार पूरे दिमाग में समान रूप से देखा गया.

दिमाग को ऊर्जा देने के लिए जरूरी है पर्याप्त ब्लड फ्लो
नीदरलैंड्स की मास्ट्रिच्ट यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों का कहना है कि दिमाग के कई हिस्से ब्ड फ्लो पर निर्भर होते हैं. पर्याप्त ब्लड फ्लो न मिलने पर दिमाग की कोशिकाएं ठीक से काम नहीं कर पातीं और इसका सीधा असर याददाश्त और मानसिक क्षमता पर पड़ता है. इसलिए, मूंगफली के सेवन से मिलने वाला यह सुधार उम्र के साथ कमजोर होती सोचने समझने की क्षमता के लिए एक अच्छा संकेत है.

ऐसे की गई रिसर्च
शोध में 31 स्वस्थ बुजुर्ग शामिल किए गए जो पहले से किसी हृदय रोग, डायबिटीज या एलर्जी से ग्रस्त नहीं थे और धूम्रपान नहीं करते थे. अध्ययन को दो चरणों में बांटा गया. पहले चरण में प्रतिभागियों ने 16 हफ्तों तक रोज मूंगफली खाई. फिर 8 हफ्तों का गैप दिया गया और अगले 16 हफ्तों तक उन्हें मूंगफली व नट्स से दूर रखा गया. इस तरह हर प्रतिभागी खुद अपने कंट्रोल और इंटरवेंशन दोनों रूपों में हिस्सा बन गया. इससे शोध के नतीजे ज्यादा विश्वसनीय बने.

मूंगफली खाने पर भी नहीं बढ़ा वजन
दिमागी बदलावों के साथ प्रतिभागियों के व्यवहार में भी सुधार देखा गया. उन्होंने मेमोरी टेस्ट में बेहतर स्कोर किया और 20 मिनट बाद शब्दों की सूची याद रखने की क्षमता पिछले चरणों से बेहतर रही. खास बात यह रही कि रोज मूंगफली लेने के बावजूद उनका वजन लगभग स्थिर रहा. शोधकर्ताओं का अनुमान है कि मूंगफली खाने के बाद उनकी अन्य चीजों की भूख स्वाभाविक रूप से कम हो गई, इसलिए कुल कैलोरी संतुलित रहीं.

शोधकर्ताओं ने यह भी साफ किया कि मूंगफली अनसॉल्टेड और स्किन-रोस्टेड होनी चाहिए, क्योंकि इसकी त्वचा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर दिमाग को सुरक्षा देते हैं. कुल मिलाकर, रिसर्च यह संकेत देता है कि रोजाना थोड़ी मात्रा में मूंगफली का सेवन उम्रदराज लोगों की दिमागी सेहत को लंबे समय तक बेहतर बनाए रखने में मददगार हो सकता है.