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AC में बैठने से गड़बड़ाता है शुगर लेवल, एक्सपर्ट से जानिए AC का सही इस्तेमाल कैसे करें?

शुरुआत में तो ठंडी हवा में बैठकर इंसान को लगता है कि शरीर रिलैक्स हो रहा है और एनर्जी बच रही है. लेकिन असल में यही एनर्जी‑सेविंग मोड शरीर की मेटाबॉलिज्म एक्टिविटी को धीमा कर देता है.

Excessive AC Use Excessive AC Use
हाइलाइट्स
  • AC में कैलोरी बर्न नहीं होती

  • राहत के साथ-साथ ब्लड शुगर पर खतरा

गर्मी से राहत पाने के लिए एयर कंडीशनर (AC) आजकल हर घर और ऑफिस का अहम हिस्सा बन गया है. लोगों को घंटों‑घंटों तक ठंडी हवा में बैठकर आराम मिलता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि AC का ज्यादा इस्तेमाल ब्लड शुगर लेवल पर भी असर डाल सकता है? यह सुनने में थोड़ा अजीब जरूर लगता है, लेकिन कई अध्ययन और एक्सपर्ट्स मानते हैं कि AC का लंबे समय तक इस्तेमाल डायबिटीज के मरीजों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है.

AC में बैठने से मेटाबॉलिज्म स्लो होता है
शुरुआत में तो ठंडी हवा में बैठकर इंसान को लगता है कि शरीर रिलैक्स हो रहा है और एनर्जी बच रही है. लेकिन असल में यही एनर्जी‑सेविंग मोड शरीर की मेटाबॉलिज्म एक्टिविटी को धीमा कर देता है. जब मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, तो शरीर ग्लूकोज को सही तरीके से इस्तेमाल नहीं कर पाता. इसका सीधा असर ब्लड शुगर लेवल पर पड़ता है और समय के साथ ब्लड शुगर गड़बड़ाने लगता है.

ठंड में शरीर नहीं रहता एक्टिव
AC में लंबे समय तक बैठने की वजह से शारीरिक गतिविधि भी काफी कम हो जाती है. ठंडे माहौल में शरीर ज्यादा एक्टिव नहीं रहता, और लोग AC रूम में ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं. इससे फिजिकल इनएक्टिविटी बढ़ती है, जो इंसुलिन सेंसिटिविटी को प्रभावित करती है. जब शरीर ग्लूकोज को एनर्जी में बदलने में सक्षम नहीं होता, तो ब्लड शुगर लेवल बढ़ने लगता है.

AC में कैलोरी बर्न नहीं होती
AC में लंबे समय तक रहने से शरीर का थर्मल स्ट्रेस भी कम हो जाता है. गर्मी में पसीना बहाने से शरीर कैलोरी बर्न करता है और ब्लड शुगर नियंत्रित रहता है. लेकिन AC में बैठे रहने से शरीर इस प्राकृतिक प्रोसेस से वंचित रह जाता है. यानी जितनी कैलोरी और शुगर गर्मी और पसीने से बाहर निकल सकती थी, वह शरीर में जमा रह जाती है.

अगर कोई डायबिटिक मरीज रोजाना 8 से 10 घंटे AC में बैठता है, तो उसके शरीर में शुगर कंट्रोल की प्राकृतिक प्रक्रिया काफी धीमी हो जाती है. यही कारण है कि लंबे समय तक AC में रहना डायबिटीज के मरीजों के लिए जोखिम भरा हो सकता है.

AC का सही इस्तेमाल कैसे करें
इसका मतलब यह नहीं है कि हमें AC का इस्तेमाल बिल्कुल ही छोड़ देना चाहिए. इसे समझदारी से इस्तेमाल करना जरूरी है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, AC में समय बिताते समय कुछ आसान उपाय अपनाकर ब्लड शुगर पर इसके असर को कम किया जा सकता है.

बाहर निकलकर हल्की वॉक करें: हर दो‑तीन घंटे में AC रूम से बाहर निकलकर थोड़ी देर चलना शरीर को सक्रिय रखता है.

स्ट्रेचिंग और मूवमेंट: हल्की स्ट्रेचिंग या एक्सरसाइज करने से मेटाबॉलिज्म एक्टिव रहता है.

पर्याप्त पानी पीएं: AC में हवा सूखी होती है, जिससे डिहाइड्रेशन और ब्लड शुगर इम्बैलेंस का खतरा बढ़ सकता है.

रूम टेम्परेचर कंट्रोल करें: AC को जरूरत से ज्यादा ठंडा न रखें. आदर्श तापमान लगभग 24–26 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए.