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ग्रेटर नोएडा में नकली पानी का खेल! ब्रांडेड बोतलों में भरा जा रहा था साधारण पानी, कैसे रहें सावधान?

यह पहली बार नहीं है जब नकली पानी का रैकेट पकड़ा गया है. पिछले साल बागपत में भी ‘बिल्सेरी’ नाम से नकली पानी की 2,663 बोतलें जब्त की गई थीं, और वहां का गोदाम सील किया गया था. इन घटनाओं से साफ है कि नकली पानी का यह कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है, और ग्राहकों को सावधान रहने की जरूरत है.

Packed and fake water bottle scam Packed and fake water bottle scam

क्या आप उस बोतलबंद पानी पर भरोसा करते हैं, जिसे आप ब्रांडेड समझकर बाजार से खरीदते हैं? अगर हां, तो सावधान हो जाइए! गौतमबुद्धनगर के कासना इंडस्ट्रियल एरिया में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक सनसनीखेज कार्रवाई करते हुए दो अवैध प्लांट्स का भंडाफोड़ किया है, जहां मशहूर ब्रांड्स की नकल कर ‘बिल्सेरी’ और ‘ब्लेस्सरी’ जैसे नामों से नकली पानी पैक किया जा रहा था. इस छापेमारी में 13,108 बोतलें जब्त की गईं, दोनों प्लांट सील कर दिए गए, और पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं. यह नकली पानी दिल्ली-एनसीआर की दुकानों में सप्लाई हो रहा था, जो लोगों की सेहत के लिए बड़ा खतरा बन सकता था. 

दो अवैध प्लांट पकड़े गए
खाद्य सुरक्षा विभाग को सूचना मिली थी कि कासना के साइट-5 इलाके में दो अवैध प्लांट बिना लाइसेंस के चल रहे हैं, जो ब्रांडेड पानी की नकल कर साधारण पानी को बोतलों में भरकर बाजार में बेच रहे हैं. विभाग ने तुरंत कार्रवाई की और दो अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की.

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पहला प्लांट: गुप्ता इंटरप्राइजेज
पता: K-300, साइट-5, कासना

यहां ‘बिल्सेरी’ नाम से 1 लीटर की बोतलों में पानी पैक किया जा रहा था. यह नाम मशहूर ब्रांड ‘बिसलेरी’ से इतना मिलता-जुलता था कि आम लोग आसानी से धोखा खा सकते थे. छापेमारी में 6,252 बोतलें जब्त की गईं. प्लांट के पास कोई वैध लाइसेंस या दस्तावेज नहीं थे, जिसके बाद इसे तुरंत सील कर दिया गया.

दूसरा प्लांट: पैरामेट्रो वॉसर टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड
पता: A-2/88, साइट-5, कासना

इस प्लांट में ‘ब्लेस्सरी’ नाम से पानी पैक हो रहा था. यहां से 6,856 बोतलें जब्त की गईं. यह प्लांट भी बिना लाइसेंस के चल रहा था और नियमों का उल्लंघन कर रहा था. इसे भी सील कर दिया गया.

दोनों जगहों से कुल 13,108 बोतलें मिलीं, जिनमें से 13,076 बोतलें सीज की गईं. इन बोतलों में भरा पानी बोरवेल से लिया जा रहा था, और इसकी गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल लैब भेजे गए हैं.

क्या कहते हैं खाद्य सुरक्षा अधिकारी?
खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त सर्वेश कुमार ने बताया, “हमें सूचना मिली थी कि कासना इंडस्ट्रियल एरिया के साइट-5 में दो अवैध प्लांट चल रहे हैं, जो 1 लीटर की बोतलों में नकली पानी पैक कर बाजार में सप्लाई कर रहे हैं. पहले प्लांट पर छापा मारा तो कोई वैध दस्तावेज नहीं मिला. हमने वहां से 6,252 बोतलें सीज कीं और प्लांट को बंद कर दिया. इसके बाद दूसरे प्लांट पर कार्रवाई की, जहां 6,840 बोतलें मिलीं. दोनों प्लांट अवैध रूप से काम कर रहे थे. पानी के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं, और रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी.”

सर्वेश कुमार ने यह भी बताया कि इन प्लांट्स में बोरवेल का पानी इस्तेमाल हो रहा था, और कोई भी FSSAI (फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया) मानक नहीं अपनाए जा रहे थे. यह नकली पानी दिल्ली-एनसीआर की दुकानों में बिक रहा था, जिससे लोगों की सेहत को गंभीर खतरा हो सकता था.

नकली ब्रांड्स का खेल
‘बिल्सेरी’ और ‘ब्लेस्सरी’ जैसे नाम सुनकर कोई भी कन्फ्यूज हो सकता है, क्योंकि ये मशहूर ब्रांड ‘बिसलेरी’ से मिलते-जुलते हैं. इन नकली बोतलों की पैकेजिंग भी असली ब्रांड्स की तरह डिजाइन की गई थी, ताकि ग्राहकों को बेवकूफ बनाया जा सके. सोशल मीडिया पर इस खबर के वायरल होने के बाद लोग हैरान हैं. एक यूजर ने लिखा, “पानी तक नकली बेच रहे हैं, अब क्या बचेगा?”

यह पहली बार नहीं है जब नकली पानी का रैकेट पकड़ा गया है. पिछले साल बागपत में भी ‘बिल्सेरी’ नाम से नकली पानी की 2,663 बोतलें जब्त की गई थीं, और वहां का गोदाम सील किया गया था. इन घटनाओं से साफ है कि नकली पानी का यह कारोबार बड़े पैमाने पर चल रहा है, और ग्राहकों को सावधान रहने की जरूरत है.

लोगों की सेहत से खिलवाड़
नकली पानी की बोतलें न सिर्फ धोखा हैं, बल्कि ये सेहत के लिए भी खतरनाक हो सकती हैं. बोरवेल का अनट्रीटेड पानी बैक्टीरिया और हानिकारक केमिकल्स से भरा हो सकता है, जिससे पेट की बीमारियां, फूड पॉइजनिंग और अन्य गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि बोतलबंद पानी खरीदते समय FSSAI सर्टिफिकेशन और लेबल की जांच जरूरी है.

कैसे रहें सावधान?

  1. बोतल खरीदने से पहले FSSAI लोगो और लाइसेंस नंबर चेक करें.
  2. ब्रांड का नाम ध्यान से पढ़ें; ‘बिल्सेरी’ या ‘ब्लेस्सरी’ जैसे नामों से सावधान रहें.
  3. बोतल की सील और पैकेजिंग की जांच करें.
  4. संदिग्ध प्रोडक्ट की शिकायत खाद्य सुरक्षा विभाग से करें.

खाद्य सुरक्षा विभाग अब इस मामले में ADM कोर्ट में केस दायर करेगा. सैंपल जांच की रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे नकली प्रोडक्ट्स की जानकारी तुरंत दें.

(अरुण त्यागी की रिपोर्ट)