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अब नाक में स्प्रे से हो सकेगा कोरोना का इलाज, ITC ने शुरू किया क्लीनिकल ट्रायल

ITC कंपनी ने नेजल स्प्रे को लेकर क्लीनिकल ट्रायल शुरू किया है. अगर यह ट्रायल सक्सेसफुल रहता है तो एक स्प्रे से ही कोरोना का इलाज किया जा सकेगा. नाक में स्प्रे करने के बाद कोरोनावायरस हमारे शरीर में नाक के माध्यम से प्रवेश नहीं कर सकेगा.

नेजल स्प्रे से कोरोना को शरीर में जाने से रोका जा सकेगा नेजल स्प्रे से कोरोना को शरीर में जाने से रोका जा सकेगा
हाइलाइट्स
  • स्प्रे से नाक में वायरस को जाने से रोका जा सकेगा

  • स्प्रे को सेवलॉन ब्रांड के तहत बाजार में उतारेगी कंपनी

अब नाक में एक स्प्रे से ही कोरोना का इलाज हो सकेगा. ITC कंपनी ने इसको लेकर क्लीनिकल ट्रायल शुरू कर दिया है. गुरुवार को कंपनी की तरफ से इसको लेकर पुष्टि की गई. क्लीनिकल ट्रायल अगर सक्सेसफुल रहता है तो इसके इस्तेमाल से कोरोना से बचाव किया जा सकेगा.

सेवलॉन ब्रांड के तहत बाजार में उतारेगी कंपनी
कंपनी की तरफ से यह जानकारी दी गई कि क्लीनिकल ट्रायल के बाद और सारी अप्रूवल मिलने के बाद नेजल स्प्रे को सेवलॉन ब्रांड के तहत बाजार में बेचा जाएगा. दवा को लेकर चल रहे क्लीनिकल ट्रायल के संबंध में जब कंपनी के अधिकारियों से पूछा गया तो उनका कहना है कि अभी इस विषय पर कुछ नहीं बोलेंगे. चूंकि, दवा का क्लीनिकल ट्रायल चल रहा है तो ऐसे में अभी इसको लेकर कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. क्लीनिकल ट्रायल पूरा होने के बाद इसका कमर्शियल प्रोडक्शन कहां होगा और इसका मार्केटिंग कहां से होगी, इसको लेकर भी अधिकारी ने कुछ भी कहने से मना कर दिया.

वायरस को नाक से अंदर जाने से रोकेगी दवा
कंपनी से जुड़े सूत्रों के मुताबिक ITC ने एथिक्स कमेटी और क्लीनिकल ट्रायल रजिस्ट्री इंडिया(CTRI) से क्लीनिकल ट्रायल के लिए अप्रूवल ले लिया है और दवा का क्लीनिकल ट्रायल भी शुरू हो गया है. यह बताया गया कि इस दवा के इस्तेमाल से वायरस को नाक के माध्यम से अंदर जाने से रोका जा सकेगा. चूंकि, वायरस नाक या मुंह के जरिये ही शरीर में प्रवेश करता है तो ऐसे में इस दवा का ट्रायल सफल रहता है, तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी. कंपनी के सूत्रों ने बताया कि ये दवा काफी इफेक्टिव होगी और स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तय मानकों पर भी खरा उतरेगी. इस दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा.

कोरोना के इलाज के लिए अब तक क्या-क्या हुआ
कोरोना को फैलने से रोकने के लिए वैक्सीन, नीडल फ्री वैक्सीन और दवा उपलब्ध है. देश के साथ साथ पूरी दुनिया में सबसे पहले वैक्सीन बनी. इसके बाद पिछले दिनों नीडल फ्री वैक्सीन के लिए भी उपलब्ध हो चुकी है. कोरोना के लिए अब कैप्सूल यानी गोली भी उपलब्ध है.