social media addiction
social media addiction हाल के समय में करीब सभी लोग सोशल मीडिया पर एक्टिव रहते हैं. साथ ही वह WhatsApp, Facebook और Instagram पर फोटो, वीडियो समेत रील शेयर करते रहते हैं. इतना ही नहीं बहुत से लोग तो अधिकतर सोशल मीडिया पर ही रहते हैं. हाल में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक लगातार सोशल मीडिया पर एक्टिव रहने वालों में फिजिकली ही नहीं बल्कि मेंटली बुरा असर पड़ रहा है. लोग डिप्रेशन के शिकार होने से लेकर भूलने की बीमारी से ग्रस्त होते जा रहे हैं.
सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहने पर पड़ रहा ये असर
रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहने से लोगों को मेंटल हेल्थ पर सबसे ज्यादा असर पड़ रहा है. इसके कारण लोग आस-पास के लोगों से दूरी बना लेते हैं. ऐसे लोगों को केवल सोशल मीडिया में दिख रही दुनिया असली और खुशहाल नजर आती है, जबकि ऐसा नहीं होता है. सोशल मीडिया पर लगातार एक्टिव रहने से उनकी सेहत पर बहुत असर पड़ता है. केवल मेंटली ही नहीं बल्कि फिजिकली भी. वहीं जो लोग सोशल मीडिया पर ज्यादा एक्टिव रहते हैं उनके एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर भी देखने को मिलते हैं.
रोजाना 15 मिनट कम इस्तेमाल से मिलते हैं कई फायदे
टेक्नोलॉजी इन बिहेवियर साइंस के जर्नल में छपी एक स्टडी के मुताबिक जो लोग सोशल मीडिया पर दिन-रात लगे रहते हैं. वह कई बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अगर लोग सोशल मीडिया कम से कम 15 मिनट भी बंद कर दें तो उनकी सेहत में काफी सुधार हो सकता है. इनकी इम्यूनिटी फंक्शन बेहतर होती जाती है. रोजाना 15 मिनट सोशल मीडिया कम इस्तेमाल करने से डिप्रेशन और अकेलेपन से भी निजात मिलता जाता है. साथ ही सर्दी-जुकाम, बुखार से बचने में मदद भी मिलती है.
ये भी मिलेंगे फायदे
सोशल मीडिया से रोजाना कम से कम 15 मिनट एक्टिव रहने से फिजिकल फिटनेस में सुधार हो सकता है. साथ ही लोगों को मेंटली परेशानियों से राहत भी मिलती है. जो लोग लगाता सोशल मीडिया पर एक्टिव रह रहे हैं उनमें लोगों के प्रति हीन भावना भी बढ़ती जा रही है. जिसे रोजाना कम से कम 15 मिनट तक सोशल मीडिया पर कम एक्टिव रहने पर सुधार होने की उम्मीद बनी रहती है.