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51 की उम्र में भी Malaika Arora का फिटनेस मंत्रा! जानिए क्यों वो थाली में खाना नहीं खातीं और क्यों योगा को मानती हैं लाइफसेवर

मलाइका का कहना है कि वो शायद ही कभी थाली में खाना खाती हों. इसके बजाय, वो हमेशा कटोरी में खाना पसंद करती हैं. इसका कारण है पोर्टियन कंट्रोल यानी खाने की मात्रा पर नियंत्रण.

Malaika Arora fitness secrets Malaika Arora fitness secrets

क्या आपने कभी सोचा है कि 51 साल की उम्र में भी मलाइका अरोड़ा इतनी फिट और ग्लैमरस कैसे दिखती हैं? उनकी फिटनेस के पीछे सिर्फ जिम या महंगे डाइट प्लान नहीं, बल्कि कुछ ऐसे आसान लेकिन असरदार लाइफस्टाइल सीक्रेट्स हैं जिन्हें वो सालों से फॉलो कर रही हैं. हाल ही में एक पॉडकास्ट में सोहा अली खान से बातचीत के दौरान मलाइका ने अपने डाइट और फिटनेस रूटीन के ऐसे राज खोले जो हर किसी के लिए प्रेरणा बन सकते हैं.

थाली नहीं, कटोरी में खाती हैं खाना!
मलाइका का कहना है कि वो शायद ही कभी थाली में खाना खाती हों. इसके बजाय, वो हमेशा कटोरी में खाना पसंद करती हैं. इसका कारण है पोर्टियन कंट्रोल यानी खाने की मात्रा पर नियंत्रण. उनका मानना है कि ज़्यादातर लोग ज़रूरत से ज्यादा खा लेते हैं और यही वजन बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है. कटोरी में खाने से दिमाग और पेट दोनों संतुलित रहते हैं.

उनका फेवरेट सुपरफूड है घी. मलाइका कहती हैं, "घी मेरी ताकत है. मैं ज्यादातर घर का बना सिंपल खाना ही खाती हूं और बाहर का जंक फूड अवॉइड करती हूं."

नींद- सबसे अंडररेटेड हेल्थ मंत्रा
आजकल की लाइफस्टाइल में लोग डाइट और वर्कआउट पर तो ध्यान देते हैं लेकिन नींद को हल्के में ले लेते हैं. लेकिन मलाइका मानती हैं कि नींद सबसे जरूरी चीज है. "अगर आप सही से सोते नहीं हैं तो चाहे कितना भी वर्कआउट कर लो, हेल्दी नहीं रह सकते," उन्होंने कहा.

योगा है लाइफ का अहम हिस्सा
मलाइका अरोड़ा योगा की सबसे बड़ी फैन हैं. वो कहती हैं कि योगा ने उनकी ज़िंदगी बदल दी. "जब भी मैं अच्छा महसूस नहीं करती, मैं अपने शरीर की सुनती हूं और योगा करती हूं. इससे न सिर्फ शरीर एक्टिव रहता है बल्कि दिमाग भी पॉज़िटिव बना रहता है."

उनका ये मैसेज साफ है- बॉडी को एक्टिव रखो, चाहे वॉक हो, डांस हो या योगा.

डॉक्टर की राय 
ग्लेनएगल्स हॉस्पिटल, मुंबई की सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मंजीषा अग्रवाल इंडियन एक्सप्रेस को बताती हैं कि पोर्टियन कंट्रोल से वज़न बढ़ने की समस्या काफी हद तक रुक सकती है. ज्यादा खाना खाने से न सिर्फ कैलोरी इकट्ठा होती है बल्कि ब्लोटिंग और डाइजेशन की दिक्कत भी होती है.

डॉ. अग्रवाल का कहना है, छोटे-छोटे हिस्सों में खाना खाने से ब्लड शुगर लेवल स्थिर रहता है. ओवरईटिंग और क्रेविंग्स कम होती हैं. लंबे समय में वजन कंट्रोल रहता है.

इसके अलावा वो पानी पीने पर जोर देती हैं: "रोज़ाना 10-12 गिलास पानी ज़रूर पिएं."

सोशल मीडिया डाइट्स से बचें!
डॉ. अग्रवाल ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर चल रहे एक्सट्रीम डाइट्स से बचना चाहिए. वज़न कम करना एक धीरे-धीरे होने वाली प्रक्रिया है. न तो खुद को भूखा रखें और न ही अनावश्यक कैलोरी कट करें. "कंसिस्टेंसी और बैलेंस ही असली कुंजी है," वो कहती हैं.

मलाइका से सीखने लायक बातें

  1. घर का खाना खाएं और घी से न डरें.
  2. थाली छोड़ें, कटोरी अपनाएं.
  3. नींद को प्राथमिकता दें.
  4. योगा या कोई भी फिजिकल एक्टिविटी को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं.
  5. पानी खूब पिएं.
  6. फैड डाइट्स से दूर रहें.

तो अगली बार जब आप फिटनेस गोल्स सेट करें, तो मलाइका अरोड़ा की ये सिंपल लेकिन असरदार टिप्स याद रखें. क्योंकि फिट और हेल्दी रहने के लिए महंगे प्रोग्राम्स या डाइट्स की नहीं, बल्कि डेली हैबिट्स की जरूरत है.