सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर मरते दम तक दूसरे के काम आने वाली बातें तो आपने खूब सुनी होगी लेकिन 85 साल की उम्र में मरने के बाद अंगदान करके किसी की जान बचा लेना आपने कम ही सुना होगा.
मुंबई में रविवार की रात 85 वर्षीय एक शख्स को ब्रेन हैमरेज होने के बाद पवई के एलएच हीरानंदानी अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां डॉक्टरों द्वारा उनकी सर्जरी की गई लेकिन स्वास्थ्य में सुधार नहीं हुआ. डॉक्टरों की टीम ने जान बचाने का हर संभव प्रयास किया लेकिन वे असफल रहे. इसके बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
रजामंदी से हुआ अंगदान
अस्पताल के डॉक्टर द्विवेदी ने कहा-'मृतक के पुत्र से जब लिवर डोनेट करने के लिए बात की गई तो उन्होंने अपनी माँ को इसके लिए राजी किया और फिर मृतक के लिवर को एच एन रिलायंस अस्पताल (H N Reliance Hospital) में भर्ती एक ऐसे मरीज को डोनेट किया गया, जिसका लिवर डैमेज था.' डॉक्टर ने कहा कि मृतक की किडनी और दिल ट्रांसप्लांट की स्थिति में नहीं था इसलिए सिर्फ लिवर ही ट्रांसप्लांट किया गया.
शहर का यह 13वां अंगदान था
ज़ोनल ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेशन कमिटी (Zonal Transplant Coordination Committee) के अनुसार इस साल में शहर का यह 13वां अंगदान था. जेडटीसीसी (ZTCC) के अध्यक्ष डॉ एस के माथुर ने कहा कि अगर अंग अच्छी तरह से काम कर रहा है तो उम्र अंगदान के लिए बाधा नहीं है। वहीं ZTCC के महासचिव डॉ भरत शाह ने कहा, 90 साल की उम्र में भी लीवर ट्रांसप्लांट किए गए हैं।