
भागदौड़ भरे जीवन में मानसिक और शारीरिक दोनों तरह से स्वस्थ रहना बेहद जरूरी है. पैदल चलना स्वास्थ्य के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है. इससे शरीर को तंदुरुस्त रखने में मदद मिलती है और वजन कम होता है. पैदल चलने को रोजाना की अपनी आदत में जरूर शामिल करना चाहिए. कई हेल्थ एक्सपर्ट रोजाना 10000 कदम चलने की सलाह देते हैं लेकिन अब एक नए शोध में यह बात सामने आई है कि 10000 कदम चलना तो ठीक है, लेकिन यदि आप 7000 कदम भी हर दिन चलेंगे तो इसका कम फायदा नहीं मिलेगा. इससे कई बीमारियों का खतरा कम हो सकता है. रोजाना पैदल चलने से शरीर के साथ-साथ दिमाग को भी फायदा होता है.
हृदय रोग का खतरा हो जाता है कम
रोजाना 10000 कदम चलने को लंबे समय से आदर्श माना जाता रहा है और यह दुनिया भर में फिटनेस उपकरणों और स्वास्थ्य से जुड़े संदेशों में भी दिखाई देता है. पहले के अध्ययन के आधार पर कहा जाता था कि 10000 कदम चलने से गंभीर बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है लेकिन अब गुड न्यूज यह है कि 10000 की जगह यदि आप 7000 कदम भी रोजाना चलेंगे तो मौत से लेकर गंभीर बीमारियों के खतरे को कम कर सकते हैं. पब्लिक हेल्थ में रिपोर्ट में बताया गया है कि यदि आप हर दिन 7000 कदम भी चल लेते हैं तो इससे आपकी सेहत को काफी फायदा हो सकता है. रोजाना 7000 कदम चलने से मौत और हृदय रोग का खतरा करीब आधा हो जाता है. यही नहीं, टाइप टू डायबिटीज, डिमेंशिया और अन्य समस्याओं की होने की संभावना भी काफी कम हो जाती है.
इतने लोगों पर किया गया अध्ययन
नए शोध में 35 रिसर्च ग्रुप में 1,60,000 से ज्यादा वयस्कों के 57 अध्ययन के आंकड़ों पर विश्लेषण किया गया. इसमें स्वास्थ्य परिणामों की जांच की गई. इस अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि प्रतिदिन 2000 कदम चलने वालों की तुलना में 7000 कदम चलने की आदत मौत के सभी कारणों में मृत्यु दर के खतरे को 47 फीसदी कम कर सकती है, जबकि हृदय रोग का खतरा 25 फीसदी कम हो सकता है. नए शोध में सामने आया है कि 7000 कदम रोज चलकर भी वजन घटाया जा सकता है. मानसिक स्वास्थ्य में भी सुधार होता है. 7000 कदम चलने से भी उतना ही लाभ मिल सकता है जितना कि 10000 कदम चलने से मिलता है.
नियमितता और स्पीड
जो हम वॉक करते हैं, उसमें स्टेप्स तो महत्वपूर्ण हैं, लेकिन यह भी महत्वपूर्ण है कि हम कितनी स्पीड से चल रहे हैं और कितना नियमित हैं. यदि हम सही स्पीड से चल रहे हैं, नियमित वॉक कर रहे हैं और एक रूटीन मेंटेन कर रहे हैं तो 7000 कदम भी पर्याप्त हैं.
निष्कर्ष
भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य बनाए रखना किसी चुनौती से कम नहीं है. खराब लाइफस्टाइल, टेंशन और फिजिकल एक्टिविटी की कमी से कई तरह की बीमारियों का खतरा पैदा हो जाता है. ऐसे में हर दिन चलने की आदत शरीर और दिमाग को लंबे समय तक स्वस्थ रखने में मदद कर सकती है इसलिए हर दिन चलिए जरूर. अब तो पहले की तुलना में 3000 कम कदम पूरे करके भी आप बीमारियों के खतरे को कम करके खुद को फिट रख सकते हैं.