![Omicron in children Omicron in children](https://cf-img-a-in.tosshub.com/lingo/gnt/images/story/202204/capture_98-sixteen_nine.png?size=948:533)
देश में कोरोना वायरस की वापसी हो रही है और एक बार फिर से बच्चों से लेकर बड़ों तक में कोरोना के खतरे को लेकर सवाल पैदा होने शुरू हो गए हैं. वहीं एक नयी स्टडी में ये खुलासा हुआ है कि बच्चों में हवा के जरिए कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट के फैलने की संभावना ज्यादा है. इससे बच्चों में दिल का दौरा और कई गंभीर परेशानियां पैदा हो सकती है. ये रिसर्च कोलोराडो विश्वविद्यालय, नॉर्थवेस्टर्न यूनिवर्सिटी और स्टोनी ब्रुक विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने 19 साल से कम उम्र के लगभग 18,849 बच्चों से जुड़े हुए नेशनल कोविड कोहोर्ट कोलैबोरेटिव के आकड़ों के आधार पर किया है. इन सभी बच्चों को कोविड -19 की वजह से हॉस्पिटल मे भर्ती कराया गया था.
पिछले हफ्ते जामा पीडियाट्रिक्स जर्नल (JAMA Pediatrics) में छापे गए अध्ययन में यह भी पाया गया कि ओमीक्रोन छोटे बच्चों में यूएआई यानी हवा के जरिए फैल रहा है. रिसर्च में ये भी बताया गया कि बच्चों में कोविड 19 की तुलना में ओमिक्रोन और प्री- ओमिक्रोन फेज काफी अलग होता है. साथ ही इसके इलाज में भी फर्क हो जाता है.
अध्ययन में ये भी बताया गया कि "गंभीर upper airway infection (UAI) यानी हवा के जरिए फैला ओमिक्रोन वैरिएंट की वजह से बच्चों में कार्डियक अरेस्ट का खतरा देखा गया है. ऐसे में बच्चों को सही इलाज की जरूरत पड़ती है. जिसमें नेबुलाइज्ड रेसमिक एपिनेफ्राइन, हीलियम-ऑक्सीजन मिश्रण और इंट्यूबेशन का इस्तेमाल जरूरी होता है.
शोधकर्ताओं ने अपनी रिसर्च में ये भी पाया कि सबसे पुराने कोविड -19 वैरिएंट और डेल्टा वैरिएंट के मुकाबले ओमिक्रोन कम गंभीर हो सकता है अगर वो फेपड़ों की कोशिकाओं को ना इंफेक्ट करे.