
दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं. हाल ही में दिल्ली सरकार ने कोरोना को लेकर एडवाइजरी जारी की है. इसमें अस्पतालों को बेड, ऑक्सीजन, दवाइयां और वैक्सीन की उपलब्धता के लिए तैयारी रखने को कहा गया है. साथ ही सभी पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल में भेजने को कहा गया है.
बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने दिए निर्देश
दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने बताया कि शुक्रवार को दिल्ली के तमाम अस्पतालों के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट के साथ हमने बैठक की. इसमें अस्पतालों को निर्देश दिया है कि कोरोना से लड़ने के लिए तमाम तैयारियां की जाएं, चाहें वह ऑक्सीजन बेड की हो या ऑक्सीजन कंसंट्रेट की हो.
मंत्री पंकज सिंह ने बताया की पैनिक होने की जरूरत नहीं है. अभी दिल्ली में कोरोना के जो केस आए हैं, उनकी संख्या 23 है. सरकार मॉनिटरिंग कर रही है कि यह जो केस दिल्ली में दर्ज किए गए हैं, वह बेशक प्राइवेट लैब के जरिए आए हों लेकिन क्या वह दिल्ली के हैं या फिर वह बाहर से आए हैं. इन सब की मॉनिटरिंग सरकार कर रही है.
सरकार ने जारी की एडवाइजरी
22 मई तक बीते 10 दिनों के दौरान कोरोना के 23 मामले मिले हैं. यह जानकारी शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री पंकज सिंह ने दी. वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर राजधानी के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.
स्वास्थ्य निदेशालय की ओर से शुक्रवार को जारी एडवाइजरी में अस्पतालों से कई जरूरी तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा गया है. इसके साथ ही सरकार ने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि वेंटिलेटर, बाई-पैप, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और ऑक्सीजन प्लांट जैसे सभी उपकरण चालू स्थिति में होने चाहिए. अस्पतालों को कोविड-19 से निपटने के लिए पूरी तैयारी रखने को कहा गया है. समर्पित स्टाफ के लिए रिफ्रेशर ट्रेनिंग कराए जाने की सलाह दी गई है.
क्या है JN.1 वैरिएंट
कोरोना के केस तेजी से बढ़ने की वजह ओमिक्रॉन का JN.1 वैरिएंट है, जो बहुत जल्दी फैलता है और अब इसका असर दुनिया के कई हिस्सों में देखा जा रहा है. JN.1 कोरोना वायरस का एक नया रूप है, जो ओमिक्रॉन से जुड़ा है. यह BA.2.86 नाम के पुराने वेरिएंट से निकला है, जिसे पिरोला भी कहा जाता है. इस वेरिएंट की पहचान सबसे पहले 2023 के आखिरी में हुई थी. इसके बाद यह अमेरिका, यूके, भारत, सिंगापुर और हांगकांग जैसे देशों में तेजी से फैल गया.
(सुशांत मेहरा की रिपोर्ट)