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PGI Chandigarh Fatty Liver Study: बिना लक्षण भी हो रही फैटी लिवर की बीमारी, जानें कैसे लगा सकते हैं इसका पता और खुद का बचाव 

शुरुआती दौर में फैटी लीवर का पता लगाना थोड़ा सा मुश्किल है. यह आसानी से पता नहीं चल पाता है, लेकिन अगर आपको थकावट महसूस हो या फिर पेट के निचले हिस्से में हल्की दर्द या सूजन हो तो उसे फैटी लीवर के लक्षण माना जा सकता है.

Fatty Liver (Photo: Unsplash) Fatty Liver (Photo: Unsplash)
हाइलाइट्स
  • पीजीआई चंडीगढ़ ने की है स्टडी

  • मरीजों में नहीं था कोई भी लक्षण 

फैटी लिवर के मामले आए दिन बढ़ रहे हैं. केवल शराब पीने वाले ही नहीं बल्कि स्वस्थ लोगों में भी लिवर से जुड़ी बीमारियां देखी जा रही हैं. दरअसल, शराब पीने से लिवर खराब होता है, लेकिन अब प्रतिष्ठित संस्थान पीजीआई ने इसे लेकर स्टडी की है. इस स्टडी में सामने आया है कि दिखने में तंदुरुस्त और अपने आप को स्वस्थ मानने वाले लोग भी फैटी लिवर से ग्रस्त हैं. पीजीआई ने अपनी स्टडी में पाया है कि चंडीगढ़ में हर दूसरा शख्स फैटी लीवर से ग्रस्त है. लगभग 53% लोग इस बीमारी की चपेट में हैं.

पीजीआई चंडीगढ़ ने की है स्टडी

खानपान आजकल के जीने का तरीका आपकी सेहत को परेशानी में डाल सकता है. जी हां, पीजीआई चंडीगढ़ ने अपनी स्टडी में पाया है कि लगभग 53% चंडीगढ़ के लोग फैटी लीवर से ग्रस्त है. हैरानी की बात यह है कि यह वह लोग हैं, जिन्होंने पीजीआई चंडीगढ़ में अपना खून दान किया था और वो लोग अपने आप को स्वस्थ और तंदुरुस्त मान रहे थे.

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मरीजों में नहीं था कोई भी लक्षण 

हैपेटॉलजी डिपार्टमेंट के प्रमुख डॉक्टर अजय डिसूजा ने बताया कि बहुत ही हैरानी के आंकड़े सामने आए हैं. डॉ अजय ने कहा कि हैपेटॉलजी डिपार्टमेंट ने पीजीआई के ब्लड ट्रांसफ्यूजन डिपार्टमेंट के साथ मिलकर इस स्टडी को किया था. विभाग में जो लोग अपना खून दान करने के लिए आए थे उससे यह सामने आया कि हर दूसरा मरीज फैटी लीवर से पीड़ित था. डॉ अजय ने बताया कि उन सभी लोगों में फैटी लीवर के कोई भी लक्षण नजर नहीं आ रहा था. यानि वे सब लोग एसिंप्टोमेटिक थे. लेकिन रिपोर्ट के मुताबिक हर दूसरा मैरिज फैटी लीवर से ग्रस्त था..

क्या है इसका मुख्य कारण 

डॉ अजय ने बताया कि इसका मुख्य कारण जंक फूड खाना, एक्सरसाइज ना करना और आज के दौर में आपके रहने सहने का ढंग है. डॉ अजय ने बताया कि हमारे शरीर को फैट्स की जरूरत होती है और फैट्स हम अपने शरीर में इकट्ठा करते हैं. लेकिन जब उसे फैट की मात्रा अत्यधिक यानी की एक्सेस हो जाती है तो वह फैट लिवर में जाकर इकट्ठा होना शुरू हो जाता है. जिसकी वजह से लिवर फैटी हो जाता है..

सभी को करवाना चाहिए बॉडी चेकअप
 
डॉ अजय ने बताया कि शुरुआती दौर में फैटी लीवर का पता लगाना थोड़ा सा मुश्किल है. यह आसानी से पता नहीं चल पाता है, लेकिन अगर आपको थकावट महसूस हो या फिर पेट के निचले हिस्से में हल्की दर्द या सूजन हो तो उसे फैटी लीवर के लक्षण माना जा सकता है. लेकिन 45 साल से ऊपर के सभी व्यक्तियों को साल में एक बार का कंप्लीट बॉडी चेकअप करवाना जरूरी है जिसे आसानी से फैटी लिवर को पहचाना जा सके और तुरंत इसका इलाज किया जा सके.

डॉ अजय ने बताया कि फैटी लीवर से बचने के लिए सबसे जरूरी है फिजिकल एक्टिविटीज करना. अपनी सेहत और खान-पीने का ध्यान रखना और शरीर की मेटाबॉलिक एक्टिविटीज को बढ़ाना.