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Raju Srivastava: नए तरीके से हुआ राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम, जानिए पुराने तरीके से कैसे अलग है वर्चुअल ऑटोप्सी

21 सितंबर को राजू श्रीवास्तव का दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया. वो लंबे समय से वेंटिलेटर पर थे. दिल्ली के निगमबोध घाट पर आज उनका अंतिम संस्कार होगा. राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम 'वर्चुअल ऑटोप्सी' के जरिए हुआ.

राजू श्रीवास्तव राजू श्रीवास्तव
हाइलाइट्स
  • 21 सितंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन

  • 42 दिनों से वेंटिलेटर पर थे

कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का बुधवार, 21 सितंबर को दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया. वह 42 दिनों से वेंटिलेटर पर थे. अस्पताल के सूत्रों ने बुधवार को पुष्टि की कि राजू श्रीवास्तव की मृत्यु सुबह 10.20 बजे हुई थी. राजू श्रीवास्तव का अंतिम संस्कार गुरुवार 22 सितंबर को दिल्ली के निगमबोध घाट पर होगा. उनके परिवार ने इसकी जानकारी दी है. एम्स फोरेंसिक विभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता के हवाले से बताया कि राजू श्रीवास्तव का पोस्टमॉर्टम एक नई तकनीक का उपयोग करके किया गया. क्या है वो नोवेल टेक्नीक, जानिए.

पोस्टमार्टम की नई तकनीक क्या है?
डॉ गुप्ता ने कहा कि पोस्टमार्टम की नई तकनीक को 'वर्चुअल ऑटोप्सी' के रूप में भी जाना जाता है. इसे बिना शरीर को काटे-पीटे जैसा कि आम पोस्टमार्टम किया जाता है से अलग तरीके से किया जाता है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यह हाई-टेक डिजिटल एक्स-रे और सीटी स्कैन की मदद से किया जाता है. एम्स के अधिकारी ने आगे बताया कि पारंपरिक पोस्टमॉर्टम की तुलना में नई तकनीक या वर्चुअल ऑटोप्सी आम पोस्टमार्टम से कम समय लेने वाली प्रक्रिया है.

गुप्ता ने पीटीआई के हवाले से कहा, "यह (नई तकनीक) गैर-आक्रामक प्रक्रिया है जो शरीर को दाह संस्कार या दफनाने के लिए जल्द ही छोड़ने की अनुमति देती है." उन्होंने यह भी कहा कि शव परीक्षण के दौरान पारंपरिक सर्जरी पीड़ित परिवार को थोड़ा दर्द दे सकती है. उनके मुताबिक, एम्स दिल्ली दक्षिण पूर्व एशिया का एकमात्र ऐसा संस्थान है जो पिछले दो साल से वर्चुअल ऑटोप्सी कर रहा है.

राजू श्रीवास्तव की मौत के मामले में पोस्टमार्टम क्यों?
इस मामले में कि राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम क्यों किया गया, उन्होंने कहा, “जब राजू श्रीवास्तव को शुरू में ही एम्स लाया गया था, तो वह अपने होश में नहीं थे और ट्रेडमिल पर दौड़ने के दौरान गिरने का स्पष्ट इतिहास ठीक से नहीं समझाया जा सकता था."

“यही कारण है कि यह एक मेडिको-लीगल केस बन गया था. ऐसे मामलों में, पुलिस पोस्टमॉर्टम का विकल्प चुनती है, अगर व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है." डॉ गुप्ता ने कहा, रेडियोलॉजिकल परीक्षण  में फ्रैक्चर और खून के थक्कों का पता लगाया जा सकता है जो साफ आंखों से नहीं दिखाई पड़ते. उन्होंने कहा कि अक्सर छिपे हुए फ्रैक्चर और चोटें होती हैं, जिनका पता लगाना मुश्किल होता है. हालांकि, वर्चुअल ऑटोप्सी या नोवेल तकनीक ब्लीडिंग के साथ-साथ हड्डियों में हेयरलाइन या चिप फ्रैक्चर जैसे छोटे फ्रैक्चर का भी पता लगाने में मदद करती है, जो कि एंटीमॉर्टम चोटों के संकेत हैं. डॉ गुप्ता ने यह भी कहा कि इन छोटे फ्रैक्चर को एक्स-रे फिल्मों के रूप में भी डॉक्यूमेंट भी किया जा सकता है. इन एक्स-रे प्लेटों का पूरा कानूनी साक्ष्य मूल्य है.

राजू श्रीवास्तव का दिल्ली में निधन 
ट्रेडमिल पर दौड़ते समय सीने में दर्द की शिकायत के बाद राजू श्रीवास्तव 40 दिनों से अधिक समय से एम्स दिल्ली में भर्ती थे. 10 अगस्त को उनकी एक सर्जरी भी हुई थी. हाल ही में डॉक्टरों ने संक्रमण से बचने के लिए उनके वेंटिलेटर का पाइप बदल दिया. वहीं, संक्रमण के चलते उनकी पत्नी शिखा और बेटी अंतरा को भी बार-बार बुखार आने के कारण कॉमेडियन से मिलने नहीं दिया गया. उनके भाई दीपू श्रीवास्तव ने कल पीटीआई-भाषा को बताया, "मुझे परिवार से करीब आधे घंटे पहले फोन आया कि वह नहीं रहे. यह वास्तव में दुर्भाग्यपूर्ण खबर है. वह 40 दिनों से अधिक समय से अस्पताल में लड़ रहे थे."

पीएम मोदी ने जताया शोक 
कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव के निधन पर पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शोक व्यक्त किया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्विटर पर कहा, "प्रसिद्ध कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव जी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है. एक कुशल कलाकार होने के अलावा, वह एक बहुत ही जीवंत व्यक्ति भी थे. वह सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में भी बहुत सक्रिय थे. मैं उनके शोक संतप्त परिवार और प्रशंसकों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं. शांति!"

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, जो कभी एक कॉमेडी शो में राजू श्रीवास्तव के प्रतिद्वंद्वी प्रतियोगी थे ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त किया और कहा कि वह हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे. मान ने एक ट्वीट में कहा, "आपने हमें बहुत हंसाया, लेकिन इस खबर के बाद मुझे गहरा दुख हुआ है. मैंने उनके साथ लंबे समय तक काम किया और बहुत कुछ सीखा. वह हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी परफॉर्मेंस हमेशा हमारे दिलों में जिंदा रहेगी. हम आपको मिस करेंगे गजोधर भैया.”